रायपुर । उरला, सिलतरा,
रावांभाटा, सरोरा आदि औद्योगिक क्षेत्रों में उद्योगपति बीते 15 से 20
दिनों से हो रही बिजली कटौती से परेशान है। उद्योगपतियों का कहना है कि
बिजली कटौती के चलते उत्पादन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। अगर ऐसी ही
स्थिति रही तो आने वाले दिनों में उद्योगों में ताला लगना शुरू हा जाएगा।
सभी फीडर में एकसमान कटौती से मिलेगी कुछ राहत
उद्योगपतियों
का कहना है कि इस क्षेत्र में केवल 33 केवी के लाइन में ही भारी विद्युत
कटौती की जा रही है, जबकि 132 केवी में विद्युत आपूर्ति बहाल है।
उद्योगपतियों का कहना है कि सभी फीडरों में समान रूप से विद्युत कटौती की
जानी चाहिए। इन दिनों वैसे ही उद्योग जगत कोयले की मार से परेशान है। कोयले
की भी अनुपलब्धता बनी हुई है। उद्योगों में कोयले की अनुपलब्धता के कारण
ही सरिया की कीमतों में भी तेजी बनी हुई है। उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन अध्यक्ष अश्विन गर्ग ने कहा, औद्योगिक
क्षेत्रों में विद्युत कटौती जल्द से जल्द सामान्य होनी चाहिए। विद्युत
कटौती से राहत मिलने पर ही उद्योगों का संचालन सही ढंग से हो पाएगा। भाजपा
छत्तीसगढ़ ने बिजली कटौती पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, कभी सरप्लस
बिजली वाले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के सत्तासीन होने के बाद से विद्युत
व्यवस्था बेहाल है। शहरी-ग्रामीण क्षेत्र बिजली की अघोषित कटौती और
लो-वोल्टेज की समस्या से ग्रस्त है। जिनके दिमाग का फ्यूज उड़ गया हो, उन
सत्ता के पैरोकारों से बिजली की उम्मीद बेमानी है।
रायपुर । उरला, सिलतरा,
रावांभाटा, सरोरा आदि औद्योगिक क्षेत्रों में उद्योगपति बीते 15 से 20
दिनों से हो रही बिजली कटौती से परेशान है। उद्योगपतियों का कहना है कि
बिजली कटौती के चलते उत्पादन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। अगर ऐसी ही
स्थिति रही तो आने वाले दिनों में उद्योगों में ताला लगना शुरू हा जाएगा।
सभी फीडर में एकसमान कटौती से मिलेगी कुछ राहत
उद्योगपतियों
का कहना है कि इस क्षेत्र में केवल 33 केवी के लाइन में ही भारी विद्युत
कटौती की जा रही है, जबकि 132 केवी में विद्युत आपूर्ति बहाल है।
उद्योगपतियों का कहना है कि सभी फीडरों में समान रूप से विद्युत कटौती की
जानी चाहिए। इन दिनों वैसे ही उद्योग जगत कोयले की मार से परेशान है। कोयले
की भी अनुपलब्धता बनी हुई है। उद्योगों में कोयले की अनुपलब्धता के कारण
ही सरिया की कीमतों में भी तेजी बनी हुई है। उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन अध्यक्ष अश्विन गर्ग ने कहा, औद्योगिक
क्षेत्रों में विद्युत कटौती जल्द से जल्द सामान्य होनी चाहिए। विद्युत
कटौती से राहत मिलने पर ही उद्योगों का संचालन सही ढंग से हो पाएगा। भाजपा
छत्तीसगढ़ ने बिजली कटौती पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, कभी सरप्लस
बिजली वाले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के सत्तासीन होने के बाद से विद्युत
व्यवस्था बेहाल है। शहरी-ग्रामीण क्षेत्र बिजली की अघोषित कटौती और
लो-वोल्टेज की समस्या से ग्रस्त है। जिनके दिमाग का फ्यूज उड़ गया हो, उन
सत्ता के पैरोकारों से बिजली की उम्मीद बेमानी है।