रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर एम्स में नौकरी लगवाने के
नाम पर लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ
मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। राखी थाने में चिचोली थाना नादघाट जिला
बेमेतरा शिवचरण साहू ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। पीडि़त की बेटी और साले की
बेटी को एम्स में स्टाफ नर्स की सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर उमेश बारले
ने अलग-अलग किस्तों में चार लाख रुपये ठग लिए गए।
शिवचरण साहू का परिचित गोपी साहू ने 2017 में उमेश बारले से परिचय करवाया
था। गोपी साहू भी बेमेतरा का रहना वाला है। गोपी ने बताया कि उमेश बारले
निमोरा वाले मंत्रालय में शासकीय नौकरी लगवाता है। अगस्त 2017 को प्रार्थी
और उसका साला रमेश कुमार साहू दोनों गोपी साहू के साथ उमेश से मिलने उसके
घर निमोरा गए। उसके घर में बैठकर अपनी बेटी जागेश्वरी साहू और साले की बेटी
रूमा साहू की रायपुर एम्स में नर्स की नौकरी लगवाने को लेकर बात हुई।नौकरी
लगवाने के एवज में चार लाख रुपये मांग की गई। नवा रायपुर में अलग-अलग
किस्त में चार लाख रुपये ले लिए गए। एक सप्ताह के भीतर नौकरी लगने का
आश्वसान दिया था किन्तु 15 दिन बीत जाने के बाद नौकरी नही लगी। चार लाख
रुपये को वापस करने के लिए कहा तो पैसा वापस न कर नौकरी लग जाएगा कहकर टाल
मटोल करता रहा। न ही शासकीय नौकरी लगा न ही पैसे वापस किए गए।
रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर एम्स में नौकरी लगवाने के
नाम पर लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ
मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। राखी थाने में चिचोली थाना नादघाट जिला
बेमेतरा शिवचरण साहू ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। पीडि़त की बेटी और साले की
बेटी को एम्स में स्टाफ नर्स की सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर उमेश बारले
ने अलग-अलग किस्तों में चार लाख रुपये ठग लिए गए।
शिवचरण साहू का परिचित गोपी साहू ने 2017 में उमेश बारले से परिचय करवाया
था। गोपी साहू भी बेमेतरा का रहना वाला है। गोपी ने बताया कि उमेश बारले
निमोरा वाले मंत्रालय में शासकीय नौकरी लगवाता है। अगस्त 2017 को प्रार्थी
और उसका साला रमेश कुमार साहू दोनों गोपी साहू के साथ उमेश से मिलने उसके
घर निमोरा गए। उसके घर में बैठकर अपनी बेटी जागेश्वरी साहू और साले की बेटी
रूमा साहू की रायपुर एम्स में नर्स की नौकरी लगवाने को लेकर बात हुई।नौकरी
लगवाने के एवज में चार लाख रुपये मांग की गई। नवा रायपुर में अलग-अलग
किस्त में चार लाख रुपये ले लिए गए। एक सप्ताह के भीतर नौकरी लगने का
आश्वसान दिया था किन्तु 15 दिन बीत जाने के बाद नौकरी नही लगी। चार लाख
रुपये को वापस करने के लिए कहा तो पैसा वापस न कर नौकरी लग जाएगा कहकर टाल
मटोल करता रहा। न ही शासकीय नौकरी लगा न ही पैसे वापस किए गए।