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इस तरीके से खाएं लहसुन, खत्म हो जाएगा नसों में जमा गंदा कोलेस्ट्रॉल:

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  1. कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) बढ़ना आजकल एक आम समस्या हो गई है। खाने-पीने की गलत आदतों और सुस्त जीवनशैली की वजह से बहुत से लोग बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल से परेशान रहते हैं। कोलेस्ट्रॉल दो तरह के होते हैं अच्छा और बुरा। अच्छा कोलेस्ट्रॉल शरीर के बेहतर कामकाज के लिए जरूरी है जबकि बुरा कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से आपको दिल के रोग, स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
    कोलेस्ट्रॉल खून की नसों में जमा होने वाला मोम कि तरह एक पदार्थ होता है। नसों में इसकी मात्रा बढ़ने से उनके ब्लॉक होने का खतरा होता है। यही वजह है कि आपका ब्लड सर्कुलेशन कम हो सकता है। खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए बाजार में कई तरह की दवाएं उपलब्ध हैं लेकिन आप अपने किचन में मौजूद लहसुन के जरिए भी खून की नसों में चिपके कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकाल सकते हैं।
    कोलेस्ट्रॉल का रामबाण इलाज है लहसुन

    एनसीबीई (NCBI) की एक रिपोर्ट के अनुसार, कई मानव अध्ययनों से पता चला है कि कच्चा लहसुन कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (CVD) के लिए बेहतर तरीके से काम करता है लहसुन को एलडीएल-सी और ट्राइग्लिसराइड लेवल को कम करने में प्रभावी पाया गया है। प्रतिदिन लहसुन की आधी से एक कली का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल लगभग 10% कम हो जाता है।
    लहसुन की आधी कली ही काफी

    शरीर में जमा कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए आपको रोजाना लहसुन की आधी कली खानी चाहिए। आप लहसुन के पाउडर का इस्तेमाल न करें। लहसुन पाउडर कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम नहीं करता है। पाउडर बनाने से उसके सक्रिय यौगिको खत्म हो जाते हैं।
    कोलेस्ट्रॉल को कैसे कम करता है लहसुन

    लहसुन में ह्यूमन 3-हाइड्रॉक्सी-3-मिथाइलग्लुटरीएल-कोएंजाइम ए (HMG-CoA)) और स्क्वालीन मोनोऑक्सीजिनेज (monooxygenase) जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को रोकने में सहायक हैं।
    कितनी मात्रा में खाएं लहसुन

    कोलेस्ट्रॉल और लहसुन को लेकर किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि 500 से 1000 मिलीग्राम लहसुन का इस्तेमाल काफी है। गोलियों में इस्तेमाल होने वाले पाउडर से लेकर खाना पकाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चे लहसुन तक लहसुन की तैयारी व्यापक रूप से भिन्न होती है। आम तौर पर प्रति दिन कच्चे लहसुन की एक से दो कली नहीं खानी चाहिए।
    इस बात का रखें विशेष ध्यान

    अगर आप किसी भी प्रकार का ब्लड थिनर ले रहे हैं (कौमामिन (वारफारिन जैसे थक्कारोधी) या जल्द ही सर्जरी की आवश्यकता है, तो आपको डॉक्टर से सलाह लिए बिना लहसुन नहीं लेना चाहिए क्योंकि इससे आपके रक्त के थक्के बनने की क्षमता कम हो सकती है।

  1. कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) बढ़ना आजकल एक आम समस्या हो गई है। खाने-पीने की गलत आदतों और सुस्त जीवनशैली की वजह से बहुत से लोग बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल से परेशान रहते हैं। कोलेस्ट्रॉल दो तरह के होते हैं अच्छा और बुरा। अच्छा कोलेस्ट्रॉल शरीर के बेहतर कामकाज के लिए जरूरी है जबकि बुरा कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से आपको दिल के रोग, स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
    कोलेस्ट्रॉल खून की नसों में जमा होने वाला मोम कि तरह एक पदार्थ होता है। नसों में इसकी मात्रा बढ़ने से उनके ब्लॉक होने का खतरा होता है। यही वजह है कि आपका ब्लड सर्कुलेशन कम हो सकता है। खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए बाजार में कई तरह की दवाएं उपलब्ध हैं लेकिन आप अपने किचन में मौजूद लहसुन के जरिए भी खून की नसों में चिपके कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकाल सकते हैं।
    कोलेस्ट्रॉल का रामबाण इलाज है लहसुन

    एनसीबीई (NCBI) की एक रिपोर्ट के अनुसार, कई मानव अध्ययनों से पता चला है कि कच्चा लहसुन कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (CVD) के लिए बेहतर तरीके से काम करता है लहसुन को एलडीएल-सी और ट्राइग्लिसराइड लेवल को कम करने में प्रभावी पाया गया है। प्रतिदिन लहसुन की आधी से एक कली का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल लगभग 10% कम हो जाता है।
    लहसुन की आधी कली ही काफी

    शरीर में जमा कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए आपको रोजाना लहसुन की आधी कली खानी चाहिए। आप लहसुन के पाउडर का इस्तेमाल न करें। लहसुन पाउडर कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम नहीं करता है। पाउडर बनाने से उसके सक्रिय यौगिको खत्म हो जाते हैं।
    कोलेस्ट्रॉल को कैसे कम करता है लहसुन

    लहसुन में ह्यूमन 3-हाइड्रॉक्सी-3-मिथाइलग्लुटरीएल-कोएंजाइम ए (HMG-CoA)) और स्क्वालीन मोनोऑक्सीजिनेज (monooxygenase) जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को रोकने में सहायक हैं।
    कितनी मात्रा में खाएं लहसुन

    कोलेस्ट्रॉल और लहसुन को लेकर किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि 500 से 1000 मिलीग्राम लहसुन का इस्तेमाल काफी है। गोलियों में इस्तेमाल होने वाले पाउडर से लेकर खाना पकाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चे लहसुन तक लहसुन की तैयारी व्यापक रूप से भिन्न होती है। आम तौर पर प्रति दिन कच्चे लहसुन की एक से दो कली नहीं खानी चाहिए।
    इस बात का रखें विशेष ध्यान

    अगर आप किसी भी प्रकार का ब्लड थिनर ले रहे हैं (कौमामिन (वारफारिन जैसे थक्कारोधी) या जल्द ही सर्जरी की आवश्यकता है, तो आपको डॉक्टर से सलाह लिए बिना लहसुन नहीं लेना चाहिए क्योंकि इससे आपके रक्त के थक्के बनने की क्षमता कम हो सकती है।

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