- रोज़-रोज़ एक ही स्वाद की दाल खाना अगर आपको बोरिंग लगता है तो दाल में इन 10 चीज़ों को मिलाकर उसका फ्लेवर बढ़ाएं।
घर पर दाल बनाने की बात आए तो हमेशा ही एक ही रेसिपी को फॉलो किया जाता है। दाल भारतीयों के लिए स्टेपल फूड है, लेकिन फिर भी इसे ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता है। 'घर पर बनी मुर्गी दाल बराबर' मुहावरा ही ये बताता है कि आखिर दाल को किस तरह से कम आंका जाता है। पर क्या आप जानते हैं कि दाल को किस तरह से और ज्यादा फ्लेवरफुल बनाया जा सकता है? दाल में ऐसे कई इंग्रीडिएंट्स एड किए जा सकते हैं जिससे उसका स्वाद और भी ज्यादा निखर कर सामने आए।
तो चलिए आज आपको बताते हैं कि किस तरह से आप अपनी रोजाना की दाल को और भी ज्यादा स्वादिष्ट बना सकते हैं।
दाल में मिलाएं कसूरी मेथी-
अधिकतर सब्जी में कसूरी मेथी का फ्लेवर डाला जाता है, लेकिन अगर आप दाल का तड़का लगाते समय थोड़ी सी कसूरी मेथी का इस्तेमाल भी करेंगे तो इसका स्वाद और भी ज्यादा निखर कर आएगा। ध्यान रहे कि इसे बहुत थोड़ा ही इस्तेमाल करना है। अगर आप ज्यादा कसूरी मेथी डालते हैं तो दाल में कड़वाहट आ जाएगी।
दाल में मिलाएं मक्खन-
ढाबा स्टाइल दाल किसे पसंद नहीं होती है। अगर आपको भी ये पसंद है तो रोजाना की तुअर दाल में थोड़ी सी उड़द दाल मिलाकर पकाएं और उसमें तड़का लगाते समय घी के साथ-साथ मक्खन का इस्तेमाल भी करें। ऐसा करने से आपकी दाल में फ्लेवर और ज्यादा बढ़ जाएगा। इसके बाद तड़के में सूखी लाल मिर्च, हींग, हरी मिर्च, जीरा, प्याज और टमाटर मिलाएं जिससे बिल्कुल ढाबे वाला स्वाद आएगा।
दाल में करें दही का इस्तेमाल-
आपने पंजाबी 'मां की दाल' खाई है? इसमें ऊपर से दही का इस्तेमाल भी किया जाता है जिसके ऊपर तड़का डाला जाता है। अगर आप काली दाल बना रही हैं तो एक बार ये एक्सपेरिमेंट भी कर सकती हैं। ध्यान रहें दही अच्छे से फेंटा हुआ होना चाहिए और दाल गाढ़ी होनी चाहिए। पतली दाल या तुअर दाल के साथ ये एक्सपेरिमेंट ना करें। ये सिर्फ काली दाल के लिए ही है। दही भी बहुत कम इस्तेमाल होता है।
दाल में करें मूंगफली का इस्तेमाल-
गुजराती दाल में मसालों के साथ-साथ मूंगफली भी डाली जाती है। दाल उबालते समय ही अदरक, हरी मिर्च, गुड़, कोकम, धनिया पत्ता, मूंगफली, कुछ घरों में आलू और नमक डाला जाता है। इसके बाद इसे कुकर में पकाया जाता है। ये सब दाल में एक अलग तरह का फ्लेवर लेकर आता है। आप एक बार गुजराती दाल जरूर ट्राई करें।
दाल में मिलाएं नारियल-
ये सिर्फ साउथ इंडियन स्टाइल दाल में ही नहीं बल्कि बंगाली स्टाइल दाल में भी डाला जाता है। नारियल से दाल में एक अलग तरह का फ्लेवर आता है। दाल को पकाने के बाद उसमें फ्राई किया हुआ नारियल भी डाला जाता है और उसके बाद सरसों का तेल और लाल मिर्च का तड़का लगता है। इससे दाल की खुशबू भी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।
दाल में मिलाएं अदरक लहसुन का पेस्ट-
ये अधिकतर स्पेशल तरीके की दाल जैसे पंचरत्न दाल में इस्तेमाल किया जाता है। इसे तड़के के साथ फ्राई किया जाता है और ध्यान रखें कि इसमें सब्जी जितना अदरक-लहसुन का पेस्ट नहीं डलता बल्कि बस थोड़ा सा पेस्ट इस्तेमाल होता है जिससे फ्लेवर अच्छा आए। इस तरह के तड़के को आप नॉर्मल दाल तड़का में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
दाल में मिलाएं पिसा हुआ टमाटर-
अगर आप पहले से ही दाल में कुछ खट्टा फ्लेवर लाना चाहते हैं तो पिसा हुआ या फिर ग्रेट किया हुआ टमाटर आप दाल को उबालते समय ही कुकर में डाल दें। ये ना सिर्फ दाल में एक अच्छा खट्टा स्वाद लेकर आएगा बल्कि इससे दाल का रंग भी बदल जाएगा। हां, ये टमाटर देसी होना चाहिए जिसमें पहले से ही खट्टापन रहता है।
दाल में मिलाएं कच्ची कैरी-
आप दाल में कच्ची कैरी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। ये आपकी दाल को काफी खट्टा स्वाद देगी। यहां भी आपको दाल उबालते समय ही कच्ची कैरी डालनी है। इसकी गुठली का इस्तेमाल भी किया जा सकता है या फिर इसे छोटे-छोटे पीस में काटकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
दाल में मिलाएं कोकम-
महाराष्ट्र, गोआ और ऐसे ही कोस्टल एरियाज में दाल में कोकम भी मिलाकर खाया जाता है। 6-7 भीगे हुए कोकम का इस्तेमाल कर उसका गूदा दाल को उबालते समय डाला जाता है। इससे दाल में ना सिर्फ फ्लेवर आता है बल्कि इससे दाल में खट्टापन भी आता है। महाराष्ट्रियन आमटी दाल कोकम के साथ ही बनती है।
दाल में मिलाएं अमचूर पाउडर-
अगर आपको खट्टी दाल पसंद है तो आपको अमचूर पाउडर का भी इस्तेमाल करना चाहिए। जब भी आप सूखे मसालों का इस्तेमाल कर रहे हों तब ही 1/2 चम्मच अमचूर पाउडर भी डालें। इसे तड़के में अक्सर मिलाया जाता है जिससे दाल में थोड़ा सा खट्टा फ्लेवर आता है।
- रोज़-रोज़ एक ही स्वाद की दाल खाना अगर आपको बोरिंग लगता है तो दाल में इन 10 चीज़ों को मिलाकर उसका फ्लेवर बढ़ाएं।
घर पर दाल बनाने की बात आए तो हमेशा ही एक ही रेसिपी को फॉलो किया जाता है। दाल भारतीयों के लिए स्टेपल फूड है, लेकिन फिर भी इसे ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता है। 'घर पर बनी मुर्गी दाल बराबर' मुहावरा ही ये बताता है कि आखिर दाल को किस तरह से कम आंका जाता है। पर क्या आप जानते हैं कि दाल को किस तरह से और ज्यादा फ्लेवरफुल बनाया जा सकता है? दाल में ऐसे कई इंग्रीडिएंट्स एड किए जा सकते हैं जिससे उसका स्वाद और भी ज्यादा निखर कर सामने आए।
तो चलिए आज आपको बताते हैं कि किस तरह से आप अपनी रोजाना की दाल को और भी ज्यादा स्वादिष्ट बना सकते हैं।
दाल में मिलाएं कसूरी मेथी-
अधिकतर सब्जी में कसूरी मेथी का फ्लेवर डाला जाता है, लेकिन अगर आप दाल का तड़का लगाते समय थोड़ी सी कसूरी मेथी का इस्तेमाल भी करेंगे तो इसका स्वाद और भी ज्यादा निखर कर आएगा। ध्यान रहे कि इसे बहुत थोड़ा ही इस्तेमाल करना है। अगर आप ज्यादा कसूरी मेथी डालते हैं तो दाल में कड़वाहट आ जाएगी।
दाल में मिलाएं मक्खन-
ढाबा स्टाइल दाल किसे पसंद नहीं होती है। अगर आपको भी ये पसंद है तो रोजाना की तुअर दाल में थोड़ी सी उड़द दाल मिलाकर पकाएं और उसमें तड़का लगाते समय घी के साथ-साथ मक्खन का इस्तेमाल भी करें। ऐसा करने से आपकी दाल में फ्लेवर और ज्यादा बढ़ जाएगा। इसके बाद तड़के में सूखी लाल मिर्च, हींग, हरी मिर्च, जीरा, प्याज और टमाटर मिलाएं जिससे बिल्कुल ढाबे वाला स्वाद आएगा।
दाल में करें दही का इस्तेमाल-
आपने पंजाबी 'मां की दाल' खाई है? इसमें ऊपर से दही का इस्तेमाल भी किया जाता है जिसके ऊपर तड़का डाला जाता है। अगर आप काली दाल बना रही हैं तो एक बार ये एक्सपेरिमेंट भी कर सकती हैं। ध्यान रहें दही अच्छे से फेंटा हुआ होना चाहिए और दाल गाढ़ी होनी चाहिए। पतली दाल या तुअर दाल के साथ ये एक्सपेरिमेंट ना करें। ये सिर्फ काली दाल के लिए ही है। दही भी बहुत कम इस्तेमाल होता है।
दाल में करें मूंगफली का इस्तेमाल-
गुजराती दाल में मसालों के साथ-साथ मूंगफली भी डाली जाती है। दाल उबालते समय ही अदरक, हरी मिर्च, गुड़, कोकम, धनिया पत्ता, मूंगफली, कुछ घरों में आलू और नमक डाला जाता है। इसके बाद इसे कुकर में पकाया जाता है। ये सब दाल में एक अलग तरह का फ्लेवर लेकर आता है। आप एक बार गुजराती दाल जरूर ट्राई करें।
दाल में मिलाएं नारियल-
ये सिर्फ साउथ इंडियन स्टाइल दाल में ही नहीं बल्कि बंगाली स्टाइल दाल में भी डाला जाता है। नारियल से दाल में एक अलग तरह का फ्लेवर आता है। दाल को पकाने के बाद उसमें फ्राई किया हुआ नारियल भी डाला जाता है और उसके बाद सरसों का तेल और लाल मिर्च का तड़का लगता है। इससे दाल की खुशबू भी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।
दाल में मिलाएं अदरक लहसुन का पेस्ट-
ये अधिकतर स्पेशल तरीके की दाल जैसे पंचरत्न दाल में इस्तेमाल किया जाता है। इसे तड़के के साथ फ्राई किया जाता है और ध्यान रखें कि इसमें सब्जी जितना अदरक-लहसुन का पेस्ट नहीं डलता बल्कि बस थोड़ा सा पेस्ट इस्तेमाल होता है जिससे फ्लेवर अच्छा आए। इस तरह के तड़के को आप नॉर्मल दाल तड़का में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
दाल में मिलाएं पिसा हुआ टमाटर-
अगर आप पहले से ही दाल में कुछ खट्टा फ्लेवर लाना चाहते हैं तो पिसा हुआ या फिर ग्रेट किया हुआ टमाटर आप दाल को उबालते समय ही कुकर में डाल दें। ये ना सिर्फ दाल में एक अच्छा खट्टा स्वाद लेकर आएगा बल्कि इससे दाल का रंग भी बदल जाएगा। हां, ये टमाटर देसी होना चाहिए जिसमें पहले से ही खट्टापन रहता है।
दाल में मिलाएं कच्ची कैरी-
आप दाल में कच्ची कैरी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। ये आपकी दाल को काफी खट्टा स्वाद देगी। यहां भी आपको दाल उबालते समय ही कच्ची कैरी डालनी है। इसकी गुठली का इस्तेमाल भी किया जा सकता है या फिर इसे छोटे-छोटे पीस में काटकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
दाल में मिलाएं कोकम-
महाराष्ट्र, गोआ और ऐसे ही कोस्टल एरियाज में दाल में कोकम भी मिलाकर खाया जाता है। 6-7 भीगे हुए कोकम का इस्तेमाल कर उसका गूदा दाल को उबालते समय डाला जाता है। इससे दाल में ना सिर्फ फ्लेवर आता है बल्कि इससे दाल में खट्टापन भी आता है। महाराष्ट्रियन आमटी दाल कोकम के साथ ही बनती है।
दाल में मिलाएं अमचूर पाउडर-
अगर आपको खट्टी दाल पसंद है तो आपको अमचूर पाउडर का भी इस्तेमाल करना चाहिए। जब भी आप सूखे मसालों का इस्तेमाल कर रहे हों तब ही 1/2 चम्मच अमचूर पाउडर भी डालें। इसे तड़के में अक्सर मिलाया जाता है जिससे दाल में थोड़ा सा खट्टा फ्लेवर आता है।