जब भी एक हेल्दी और रिफ्रेशिंग ड्रिंक की बात होती है तो उसमें नींबू
पानी का नाम अवश्य लिया जाता है। नींबू में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में
पाया जाता है, जिसके कारण यह बॉडी की इम्युनिटी को बूस्ट अप करता है। जब
आपका इम्युन सिस्टम बेहतर तरीके से काम करता है, तो इससे कॉमन कोल्ड, फ्लू
और मौसमी बीमारियों से राहत मिलती है।
इतना ही नहीं, नींबू पानी बॉडी को डिटॉक्सिफाई भी करता है, जिससे
व्यक्ति को अपना हेल्दी वेट मेंटेन करने में मदद मिलती है। अमूमन लोगों के
लिए पर्याप्त मात्रा में सादा पानी पीना संभव नहीं होता है, ऐसे में अगर
नींबू पानी का सेवन किया जाता है, तो यह बॉडी के हाइड्रेशन लेवल को बनाए
रखने में मदद करता है। नींबू पानी के अनगिनत फायदे हैं, लेकिन यह आपको केवल
तभी मिलते हैं, जब आप इसे सही तरह से पिएं। आमतौर पर लोग इसका सेवन करते
समय कुछ छोटी-छोटी मिसटेक्स कर बैठते हैं। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल
गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डाइटीशियन रितु पुरी आपको कुछ
ऐसी ही मिसटेक्स के बारे में बता रही हैं, जिसे लोग नींबू पानी पीते समय कर
बैठते हैं-
बहुत अधिक मात्रा में पीना
यह देखने में आता है कि अधिकतर लोग अपने दिन की शुरुआत में नींबू पानी
पीना पसंद करते हैं। चूंकि उस समय बॉडी का मेटाबॉलिक रेट हाई होता है और
ऐसे में अगर नींबू पानी पीया जाए तो इससे सेहत को फायदा होता है। हालांकि,
इस दौरान आपको इसकी मात्रा पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए। सुबह-सुबह एक
गिलास नींबू पानी पीना पर्याप्त है। आप दो गिलास से अधिक तो नींबू पानी
बिल्कुल भी ना पीएं। दरअसल, नींबू स्वभाव से एसिडिक होता है, और इसलिए इसका
अधिक सेवन बॉडी में एसिडिटी की समस्या की वजह बन सकता है। इतना ही नहीं,
इससे एसिड रिफ्लक्स होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
ठंडे पानी में नींबू पानी बनाना
कुछ लोग टेस्ट के चक्कर में ठंडे पानी में नींबू निचोड़कर उसका सेवन करते
हैं। यह पीने में भले ही टेस्टी लगे, लेकिन वास्तव में ऐसा करने से आपको
नींबू पानी के पर्याप्त लाभ नहीं मिलते हैं। इसलिए हमेशा कोशिश करें कि कम
से कम सुबह-सुबह तो गुनगुने पानी की मदद से नींबू पानी तैयार करें।
सिर्फ नींबू शामिल करना
यह एक कॉमन मिसटेक है, जो अधिकतर लोग कर बैठते हैं। अमूमन हेल्थ
कॉन्शियस लोग पानी में सिर्फ नींबू निचोड़ते हैं, लेकिन आपको ऐसा नहीं करना
चाहिए। नींबू के साथ-साथ आपको पानी में शहद को भी जरूर एड करें। नींबू पानी
में शहद मिक्स करने से उसके पीएच लेवल को बैलेंस करने में मदद मिलती है। साथ ही, इससे उसका टेस्ट भी बेहतर होता है और वह पीने में खट्टा नहीं लगता है।
दिनभर नींबू पानी पीना
कुछ लोगों की यह आदत होती है कि वह दिन की शुरुआत में तो नींबू पानी
पीते हैं, लेकिन दिन में भी कई बार नींबू पानी का सेवन करते हैं। लेकिन
जरूरत से ज्यादा नींबू पानी का सेवन भी सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता
है। इससे आपको टूथ इनेमल की समस्या हो सकती है। बेहतर होगा कि आप दिन में सादा पानी से लेकर नारियल पानी, छाछ या फिर अन्य तरह के डिटॉक्स वॉटर का सेवन करें।
जब भी एक हेल्दी और रिफ्रेशिंग ड्रिंक की बात होती है तो उसमें नींबू
पानी का नाम अवश्य लिया जाता है। नींबू में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में
पाया जाता है, जिसके कारण यह बॉडी की इम्युनिटी को बूस्ट अप करता है। जब
आपका इम्युन सिस्टम बेहतर तरीके से काम करता है, तो इससे कॉमन कोल्ड, फ्लू
और मौसमी बीमारियों से राहत मिलती है।
इतना ही नहीं, नींबू पानी बॉडी को डिटॉक्सिफाई भी करता है, जिससे
व्यक्ति को अपना हेल्दी वेट मेंटेन करने में मदद मिलती है। अमूमन लोगों के
लिए पर्याप्त मात्रा में सादा पानी पीना संभव नहीं होता है, ऐसे में अगर
नींबू पानी का सेवन किया जाता है, तो यह बॉडी के हाइड्रेशन लेवल को बनाए
रखने में मदद करता है। नींबू पानी के अनगिनत फायदे हैं, लेकिन यह आपको केवल
तभी मिलते हैं, जब आप इसे सही तरह से पिएं। आमतौर पर लोग इसका सेवन करते
समय कुछ छोटी-छोटी मिसटेक्स कर बैठते हैं। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल
गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डाइटीशियन रितु पुरी आपको कुछ
ऐसी ही मिसटेक्स के बारे में बता रही हैं, जिसे लोग नींबू पानी पीते समय कर
बैठते हैं-
बहुत अधिक मात्रा में पीना
यह देखने में आता है कि अधिकतर लोग अपने दिन की शुरुआत में नींबू पानी
पीना पसंद करते हैं। चूंकि उस समय बॉडी का मेटाबॉलिक रेट हाई होता है और
ऐसे में अगर नींबू पानी पीया जाए तो इससे सेहत को फायदा होता है। हालांकि,
इस दौरान आपको इसकी मात्रा पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए। सुबह-सुबह एक
गिलास नींबू पानी पीना पर्याप्त है। आप दो गिलास से अधिक तो नींबू पानी
बिल्कुल भी ना पीएं। दरअसल, नींबू स्वभाव से एसिडिक होता है, और इसलिए इसका
अधिक सेवन बॉडी में एसिडिटी की समस्या की वजह बन सकता है। इतना ही नहीं,
इससे एसिड रिफ्लक्स होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
ठंडे पानी में नींबू पानी बनाना
कुछ लोग टेस्ट के चक्कर में ठंडे पानी में नींबू निचोड़कर उसका सेवन करते
हैं। यह पीने में भले ही टेस्टी लगे, लेकिन वास्तव में ऐसा करने से आपको
नींबू पानी के पर्याप्त लाभ नहीं मिलते हैं। इसलिए हमेशा कोशिश करें कि कम
से कम सुबह-सुबह तो गुनगुने पानी की मदद से नींबू पानी तैयार करें।
सिर्फ नींबू शामिल करना
यह एक कॉमन मिसटेक है, जो अधिकतर लोग कर बैठते हैं। अमूमन हेल्थ
कॉन्शियस लोग पानी में सिर्फ नींबू निचोड़ते हैं, लेकिन आपको ऐसा नहीं करना
चाहिए। नींबू के साथ-साथ आपको पानी में शहद को भी जरूर एड करें। नींबू पानी
में शहद मिक्स करने से उसके पीएच लेवल को बैलेंस करने में मदद मिलती है। साथ ही, इससे उसका टेस्ट भी बेहतर होता है और वह पीने में खट्टा नहीं लगता है।
दिनभर नींबू पानी पीना
कुछ लोगों की यह आदत होती है कि वह दिन की शुरुआत में तो नींबू पानी
पीते हैं, लेकिन दिन में भी कई बार नींबू पानी का सेवन करते हैं। लेकिन
जरूरत से ज्यादा नींबू पानी का सेवन भी सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता
है। इससे आपको टूथ इनेमल की समस्या हो सकती है। बेहतर होगा कि आप दिन में सादा पानी से लेकर नारियल पानी, छाछ या फिर अन्य तरह के डिटॉक्स वॉटर का सेवन करें।