News Raipur :: बृजमोहन ने प्रदेश के बिगड़ती कानून व्यवस्था का मामला विधानसभा में उठाया:

post

रायपुर / 25 जुलाई / भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने आज शून्यकाल में प्रदेश के बिगड़ती कानून व्यवस्था का मामला उठाते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी खराब है कि अब रायपुर का नाम समाचार पत्रों में चाकूपुर लिखा जाने लगा है।  पिछले 1 महीने से समाचार पत्रों में चाकूपुर लिखा जाने लगा है और जब से यह सरकार आई है तब से तो ऐसी बुरी हालत है कि यहां पर बात-बात पर चाकू चल रहा है कानून-व्यवस्था की स्थिति बर्बाद है।श्री अग्रवाल ने कहा कि अब ऐसी बुरी हालत है और अभी पूरे छत्तीसगढ़ में रायपुर की ऐसी हालत हो रही है। रायपुर क्या आज पूरा छत्तीसगढ़ दहशत में है। बच्चियों के साथ, महिलाओं के साथ अपराध हो रहे हैं। दिल्ली में एक निर्भया काण्ड होता है तो पूरा देश उबल पड़ता है। छत्तीसगढ़ में तो ऐसा कोई दिन नहीं है जिस दिन यहां कोई निर्भया काण्ड नहीं हो रहा हो, किसी नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार नहीं हो रहा हो, उसके साथ विभत्स घटनाएं नहीं हो रही हो हत्या, लूट न हो रही है।श्री अग्रवाल ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि सरकार नाम की कोई चीज है या नहीं? मुख्यमंत्री जी, आपकी जानकारी में बहुत सारी चीजें नहीं आती है कि ऐसा क्यों हो रहा है? सरकार के जूतों की धमक क्यों सुनाई नहीं दे रही है? अपराधी बेखौफ होकर क्यों घूम रहे हैं? बाहर से आकर यहां अपराध करके अपराधी क्यों भाग रहे हैं? जो कानून व्यवस्था की स्थिति है, इसके बारे में हम चाहते हैं कि आप इस सदन में चर्चा करवाएं। यह मानसून सत्र है, मानसून सत्र में तो बरसात के कारण ठंडा होना चाहिए, परन्तु समाचार-पत्र इस संदेश से भरे पड़े हैं कि यहां पर चाकू चला, यहां पर बलात्कार हुआ, यहां पर हत्या हुई। अगर अपराधियों में खौफ नहीं होगा तो फिर लोगों का जीवन असुरक्षित हो जाएगा। इसलिए आपसे आग्रह है कि कानून व्यवस्था की स्थिति के ऊपर में आप चर्चा करवाएं।मुख्यमंत्री जी आपसे आग्रह है कि आप अपने प्रशासन को लगाम कसिए, नहीं तो छत्तीसगढ़ की जनता आपको माफ नहीं करेगी। पूरे छत्तीसगढ़ में बहुत बुरी हालत है। आदिवासी क्षेत्रों में वनवासी क्षेत्रों में कभी अपराध नहीं होते थे। वहां अपराध का प्रतिशत जीरो होता था, अब बाहरी लोग जाकर वहां पर अपराध कर रहे हैं। अध्यक्ष जी, इसके बारे में हमको चिन्ता करनी चाहिए इसलिए हम चाहेंगे कि आप इसके ऊपर में चर्चा करवाएं।


रायपुर / 25 जुलाई / भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने आज शून्यकाल में प्रदेश के बिगड़ती कानून व्यवस्था का मामला उठाते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी खराब है कि अब रायपुर का नाम समाचार पत्रों में चाकूपुर लिखा जाने लगा है।  पिछले 1 महीने से समाचार पत्रों में चाकूपुर लिखा जाने लगा है और जब से यह सरकार आई है तब से तो ऐसी बुरी हालत है कि यहां पर बात-बात पर चाकू चल रहा है कानून-व्यवस्था की स्थिति बर्बाद है।श्री अग्रवाल ने कहा कि अब ऐसी बुरी हालत है और अभी पूरे छत्तीसगढ़ में रायपुर की ऐसी हालत हो रही है। रायपुर क्या आज पूरा छत्तीसगढ़ दहशत में है। बच्चियों के साथ, महिलाओं के साथ अपराध हो रहे हैं। दिल्ली में एक निर्भया काण्ड होता है तो पूरा देश उबल पड़ता है। छत्तीसगढ़ में तो ऐसा कोई दिन नहीं है जिस दिन यहां कोई निर्भया काण्ड नहीं हो रहा हो, किसी नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार नहीं हो रहा हो, उसके साथ विभत्स घटनाएं नहीं हो रही हो हत्या, लूट न हो रही है।श्री अग्रवाल ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि सरकार नाम की कोई चीज है या नहीं? मुख्यमंत्री जी, आपकी जानकारी में बहुत सारी चीजें नहीं आती है कि ऐसा क्यों हो रहा है? सरकार के जूतों की धमक क्यों सुनाई नहीं दे रही है? अपराधी बेखौफ होकर क्यों घूम रहे हैं? बाहर से आकर यहां अपराध करके अपराधी क्यों भाग रहे हैं? जो कानून व्यवस्था की स्थिति है, इसके बारे में हम चाहते हैं कि आप इस सदन में चर्चा करवाएं। यह मानसून सत्र है, मानसून सत्र में तो बरसात के कारण ठंडा होना चाहिए, परन्तु समाचार-पत्र इस संदेश से भरे पड़े हैं कि यहां पर चाकू चला, यहां पर बलात्कार हुआ, यहां पर हत्या हुई। अगर अपराधियों में खौफ नहीं होगा तो फिर लोगों का जीवन असुरक्षित हो जाएगा। इसलिए आपसे आग्रह है कि कानून व्यवस्था की स्थिति के ऊपर में आप चर्चा करवाएं।मुख्यमंत्री जी आपसे आग्रह है कि आप अपने प्रशासन को लगाम कसिए, नहीं तो छत्तीसगढ़ की जनता आपको माफ नहीं करेगी। पूरे छत्तीसगढ़ में बहुत बुरी हालत है। आदिवासी क्षेत्रों में वनवासी क्षेत्रों में कभी अपराध नहीं होते थे। वहां अपराध का प्रतिशत जीरो होता था, अब बाहरी लोग जाकर वहां पर अपराध कर रहे हैं। अध्यक्ष जी, इसके बारे में हमको चिन्ता करनी चाहिए इसलिए हम चाहेंगे कि आप इसके ऊपर में चर्चा करवाएं।


...
...
...
...
...
...
...
...
...
...
...
...
...