हिंदू धर्म में एकादशी व्रत शुभ फलदायी माना गया है। हर माह में 2 बार
एकादशी पड़ती है। एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में। साल में कुल 24
एकादशी पड़ती हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष
में पड़ने वाली एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहा जाता है। मोक्षदा एकादशी का
अर्थ है मोक्ष प्रदान करने वाली एकादशी। इस एकादशी का उपवास करने से
व्यक्ति को मृत्यु के बाद मोक्ष प्राप्त होता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मोक्षदा एकादशी का व्रत रखने से सभी पापों
से मुक्ति मिलती है और पूर्वजों को स्वर्ग तक पहुंचने में मदद मिलती है। इस
दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अजुर्न को गीता का उपदेश दिया था, इसलिए मोक्षदा
एकादशी का महत्व और बढ़ जाता है। इसी दिन गीता जयंती भी मनाई जाती
है। जानें मोक्षदा एकादशी तिथि कब से कब तक, शुभ मुहूर्त व पूजा विधि-
मोक्षदा एकादशी कब से कब तक-
एकादशी तिथि प्रारम्भ - दिसम्बर 03, 2022 को 05:39 ए एम बजे।
एकादशी तिथि समाप्त - दिसम्बर 04, 2022 को 05:34 ए एम बजे।
मोक्षदा एकादशी व्रत पारण का समय-
4 दिसंबर को पारण (व्रत तोड़ने का) समय - 01:14 पी एम से 03:19 पी
एम तक रहेगा। 5 दिसंबर को वैष्णव एकादशी के लिए पारण (व्रत तोड़ने का) समय
06:59 ए एम से 09:04 ए एम तक रहेगा।
हिंदू धर्म में एकादशी व्रत शुभ फलदायी माना गया है। हर माह में 2 बार
एकादशी पड़ती है। एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में। साल में कुल 24
एकादशी पड़ती हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष
में पड़ने वाली एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहा जाता है। मोक्षदा एकादशी का
अर्थ है मोक्ष प्रदान करने वाली एकादशी। इस एकादशी का उपवास करने से
व्यक्ति को मृत्यु के बाद मोक्ष प्राप्त होता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मोक्षदा एकादशी का व्रत रखने से सभी पापों
से मुक्ति मिलती है और पूर्वजों को स्वर्ग तक पहुंचने में मदद मिलती है। इस
दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अजुर्न को गीता का उपदेश दिया था, इसलिए मोक्षदा
एकादशी का महत्व और बढ़ जाता है। इसी दिन गीता जयंती भी मनाई जाती
है। जानें मोक्षदा एकादशी तिथि कब से कब तक, शुभ मुहूर्त व पूजा विधि-
मोक्षदा एकादशी कब से कब तक-
एकादशी तिथि प्रारम्भ - दिसम्बर 03, 2022 को 05:39 ए एम बजे।
एकादशी तिथि समाप्त - दिसम्बर 04, 2022 को 05:34 ए एम बजे।
मोक्षदा एकादशी व्रत पारण का समय-
4 दिसंबर को पारण (व्रत तोड़ने का) समय - 01:14 पी एम से 03:19 पी
एम तक रहेगा। 5 दिसंबर को वैष्णव एकादशी के लिए पारण (व्रत तोड़ने का) समय
06:59 ए एम से 09:04 ए एम तक रहेगा।