हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष पूर्णिमा
को अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाती है। इस दिन देवी अन्नपूर्णा की पूजा करने
से परिवार में कभी भी धन- धान्य की कमी नहीं होती है। देवी अन्नपूर्णा का
आशीर्वाद सदैव उस परिवार पर बना रहता है। मां अन्नपूर्णा देवी पार्वती
का एक अवतार है। इस साल 8 दिसंबर को अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाएगी हिंदू धर्म के अनुसार मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन मां अन्नपूर्णा
की पूजा करनी चाहिए। इस दिन रसोई व चूल्हे की पूजा करना भी बेहद शुभ माना
जाता है। ऐसा करने से मां अन्नपूर्णा प्रसन्न होती है और घर में कभी भी धन
-धान्य की कमी नहीं होती है।
कैसे करें पूजा
1. इस दिन सुबह उठकर घर की अच्छे से साफ- सफाई करें।
2. इस दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए।
3. अन्नपूर्णा जयंती के दिन भूलकर भी अन्न का अनादर न करें।
4. अन्नपूर्णा जयंती के दिन गरीब और जरूरतमंद लोगों को भोजन कराएं।
5. चूल्हे को कुमकुम, चावल और पुष्प चढ़ाएं।
आखिर क्यों भगवान शिव को देवी अन्नपूर्णा से मांगनी पड़ी थी भिक्षा-
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धरती पर एक बार बहुत भयानक अकाल पड़
गया था। चारों ओर हाहाकार मचा हुआ था। लोग अन्न देखने के लिए भी तरस गए थे।
पृथ्वी की ऐसी दुर्दशा को देखकर देवताओं ने भगवान शिव से मदद की प्रार्थना
की। जिसके बाद शिव ने देवी अन्नपूर्णा से साधु का वेश धारण करके भिक्षा
में अन्न मांगा। देवी अन्नपूर्णा के इस दान से पृथ्वीवासियों की समस्या दूर
हुई।