गौरेला पेंड्रा मरवाही, सुराजी ग्राम योजना के तहत गौठानों में संचालित आजीविका गतिविधियों के तहत स्व सहायता समूह की महिलाओं सहित किसान, गो पालक एवं ग्रामीणजन आर्थिक रूप से शसक्त हो रहे है। पेंड्रा विकासखंड के नवागांव गौठान में सब्जी-बाड़ी व्यवसाय से सिमरन स्व सहायता समूह की महिलाएं अब तक 1 लाख 14 हजार रूपए की कमाई कर चुकी है। समूह द्वारा नवागांव चारागाह क्षेत्र में उद्यानिकी विभाग के आरएचईओ श्री धर्मेंद्र पाण्डेय के मार्गदर्शन में ड्रीप सिंचाई विधि से 80 डिसमिल क्षेत्र में बरबट्टी (लोबिया) की खेती से 90 हजार रुपए और 1 एकड़ 30 डिसमिल क्षेत्र में टमाटर की खेती से चालू सीजन से नौ बार तोड़ाई एवं बिक्री से शुद्ध रूप से 24 हजार रुपए का लाभ ले चुकी हैं, जबकि टमाटर की तोडाई जारी है। सिमरन महिला स्व सहायता समूह में 11 सदस्य हैं, इनके द्वारा नवागांव चारागाह क्षेत्र में 10 डिसमिल में खीरा तथा 20 डिसमिल में मटर की भी खेती किया गया है।
गौरेला पेंड्रा मरवाही, सुराजी ग्राम योजना के तहत गौठानों में संचालित आजीविका गतिविधियों के तहत स्व सहायता समूह की महिलाओं सहित किसान, गो पालक एवं ग्रामीणजन आर्थिक रूप से शसक्त हो रहे है। पेंड्रा विकासखंड के नवागांव गौठान में सब्जी-बाड़ी व्यवसाय से सिमरन स्व सहायता समूह की महिलाएं अब तक 1 लाख 14 हजार रूपए की कमाई कर चुकी है। समूह द्वारा नवागांव चारागाह क्षेत्र में उद्यानिकी विभाग के आरएचईओ श्री धर्मेंद्र पाण्डेय के मार्गदर्शन में ड्रीप सिंचाई विधि से 80 डिसमिल क्षेत्र में बरबट्टी (लोबिया) की खेती से 90 हजार रुपए और 1 एकड़ 30 डिसमिल क्षेत्र में टमाटर की खेती से चालू सीजन से नौ बार तोड़ाई एवं बिक्री से शुद्ध रूप से 24 हजार रुपए का लाभ ले चुकी हैं, जबकि टमाटर की तोडाई जारी है। सिमरन महिला स्व सहायता समूह में 11 सदस्य हैं, इनके द्वारा नवागांव चारागाह क्षेत्र में 10 डिसमिल में खीरा तथा 20 डिसमिल में मटर की भी खेती किया गया है।