आईआईटी प्रोफेसर ने कहा - भारत मे कोरोना पर पैनिक करने की स्थिति नजर नहीं आ रही है:

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नई दिल्ली. कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामले को देखते हुए लोग इस बात से चिंतित हैं कि क्या भविष्य में भारत में भी कोरोना की चौथी लहर आएगी. चीन में कहर बरपा रहे ओमिक्रॉन का BF.7 वैरिएंट के केस भारत में मिलने के बाद यह चर्चा और तेज हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का भी कहना है कि भारत में जनवरी महीने में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं और अगले 40-45 दिन काफी अहम होंगे. आईआईटी कोरोना मॉडल देने वाले प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने भारत में कोरोना की नई लहर के सवाल पर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिन कठिन हो सकते हैं. लेकिन भारत में पैनिक होने का कोई कारण मुझे नजर नहीं आ रहा है.

उन्होंने ये भी कहा है कि चीन में जब तक 90 फीसदी आबादी कोरोना पॉजिटिव नहीं हो जाएगी तब तक चीन में कोरोना के केस बढ़ते रहेंगे. अग्रवाल ने कहा कि अक्टूबर महीने के अंत तक चीन की कुल आबादी की 5 फीसदी लोगों में भी नेचुरल इम्यूनिटी नहीं बनी थी. जबकि नवंबर अंत तक भी ये आंकड़ा 20 फीसदी के नीचे रहा जिसके कारण कोरोना का यह वैरिएंट चीन में बहुत तेजी से फैल रहा है. उन्होंने कहा कि अभी भी चीन की 60 फीसदी लोगों में इम्यूनिटी नहीं बन पाई है. भारत में कोरोना की चौथी लहर पर पूछे गए सवाल पर प्रोफेसर ने कहा कि भारत की कुल आबादी की 98 फीसदी से भी ज्यादा लोगों के पास नेचुरल इम्यूनिटी बन चुकी है. इसलिए भारतीयों को ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए.


नई दिल्ली. कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामले को देखते हुए लोग इस बात से चिंतित हैं कि क्या भविष्य में भारत में भी कोरोना की चौथी लहर आएगी. चीन में कहर बरपा रहे ओमिक्रॉन का BF.7 वैरिएंट के केस भारत में मिलने के बाद यह चर्चा और तेज हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का भी कहना है कि भारत में जनवरी महीने में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं और अगले 40-45 दिन काफी अहम होंगे. आईआईटी कोरोना मॉडल देने वाले प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने भारत में कोरोना की नई लहर के सवाल पर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिन कठिन हो सकते हैं. लेकिन भारत में पैनिक होने का कोई कारण मुझे नजर नहीं आ रहा है.

उन्होंने ये भी कहा है कि चीन में जब तक 90 फीसदी आबादी कोरोना पॉजिटिव नहीं हो जाएगी तब तक चीन में कोरोना के केस बढ़ते रहेंगे. अग्रवाल ने कहा कि अक्टूबर महीने के अंत तक चीन की कुल आबादी की 5 फीसदी लोगों में भी नेचुरल इम्यूनिटी नहीं बनी थी. जबकि नवंबर अंत तक भी ये आंकड़ा 20 फीसदी के नीचे रहा जिसके कारण कोरोना का यह वैरिएंट चीन में बहुत तेजी से फैल रहा है. उन्होंने कहा कि अभी भी चीन की 60 फीसदी लोगों में इम्यूनिटी नहीं बन पाई है. भारत में कोरोना की चौथी लहर पर पूछे गए सवाल पर प्रोफेसर ने कहा कि भारत की कुल आबादी की 98 फीसदी से भी ज्यादा लोगों के पास नेचुरल इम्यूनिटी बन चुकी है. इसलिए भारतीयों को ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए.


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