भगवती मानव कल्याण संगठन और भारतीय
शक्ति चेतना पार्टी ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर
प्रधानमंत्री के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में उल्लेख है
कि कुछ दिन पहले रामचरित मानस की प्रतियां जलाकर सनातन
धर्म का अपमान करने वाले और देश को जाति धर्म के नाम पर बांटने की साजिश
करने वाले समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर सख्त
कार्रवाई की मांग की है।
ज्ञापन में बताया गया है कि भारत आदिकाल से ही साधु संतों ऋषि-मुनियों
का देश रहा है। यहां का जन-जन भगवान श्री राम, भगवान श्रीकृष्ण और अपने
देवी-देवताओं पर गहरी आस्था रखते हैं। लेकिन बड़े खेद का विषय है कि
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर अभद्र
टिप्पणी की कार्यकर्ताओं ने रामचरित मानस को फाड़ा और जलाया। जिससे करोड़ों
हिंदू लोगों के आस्था को ठेस पहुंची है।
पिछले 30 वर्षों से धर्म सम्राट योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी महाराज के
निर्देशन में समाज को नशा मांस से मुक्त जातीयता छुआछूत और संप्रदायिकता
जैसी महामारियों से बचाने, समाज के लोगों को चरित्रवान, चेतनावान बनाने का
कार्य कर रही है। संगठन और पार्टी के लोगों ने इस अभद्र टिप्पणी और रामचरित
मानस को जलाने के संबंध में संज्ञान सौंपते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की
है।
भगवती मानव कल्याण संगठन और भारतीय
शक्ति चेतना पार्टी ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर
प्रधानमंत्री के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में उल्लेख है
कि कुछ दिन पहले रामचरित मानस की प्रतियां जलाकर सनातन
धर्म का अपमान करने वाले और देश को जाति धर्म के नाम पर बांटने की साजिश
करने वाले समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर सख्त
कार्रवाई की मांग की है।
ज्ञापन में बताया गया है कि भारत आदिकाल से ही साधु संतों ऋषि-मुनियों
का देश रहा है। यहां का जन-जन भगवान श्री राम, भगवान श्रीकृष्ण और अपने
देवी-देवताओं पर गहरी आस्था रखते हैं। लेकिन बड़े खेद का विषय है कि
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर अभद्र
टिप्पणी की कार्यकर्ताओं ने रामचरित मानस को फाड़ा और जलाया। जिससे करोड़ों
हिंदू लोगों के आस्था को ठेस पहुंची है।
पिछले 30 वर्षों से धर्म सम्राट योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी महाराज के
निर्देशन में समाज को नशा मांस से मुक्त जातीयता छुआछूत और संप्रदायिकता
जैसी महामारियों से बचाने, समाज के लोगों को चरित्रवान, चेतनावान बनाने का
कार्य कर रही है। संगठन और पार्टी के लोगों ने इस अभद्र टिप्पणी और रामचरित
मानस को जलाने के संबंध में संज्ञान सौंपते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की
है।