अडाणी ग्रुप मामले पर विपक्ष ने तैयार की साझा रणनीति:

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नई दिल्ली : अडाणी ग्रुप
मामले पर विपक्ष ने सोमवार को साझा रणनीति पर चर्चा की और इसके बाद संसद
परिसर में प्रदर्शन भी किया. समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के अनुसार,
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने अडाणी ग्रुप के खिलाफ
'हिंडनबर्ग रिसर्च' द्वारा लगाए गए आरोपों से जुड़े मामले और कुछ अन्य
विषयों को लेकर सोमवार को संसद में अपनी अपनी साझा रणनीति पर चर्चा की और
परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर
रहे इन नेताओं ने एक बड़ा बैनर भी ले रखा था, जिस पर 'अडाणी स्कैन्डल या
जेपीसी जांच या सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच हो' लिखा था.

मल्लिकार्जुन खरगे के कक्ष में विपक्ष की बैठक

रिपोर्ट
के अनुसार, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के कक्ष में
हुई बैठक के बाद विपक्षी सदस्यों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने
प्रदर्शन किया. विपक्षी दलों की बैठक में कांग्रेस, भारत राष्ट्र समिति, आम
आदमी पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), द्रमुक, समाजवादी पार्टी, शिवसेना
(उद्धव ठाकरे), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल और कुछ
अन्य दलों के नेता शामिल हुए.

संसद में चर्चा कराने की मांग

उधर,
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्यों प्रमोद तिवारी, सैयद नासिर हुसैन और अमी
याग्निक ने अडाणी समूह से जुड़े प्रकरण की पृष्ठभूमि में सदन में नियम 267
के तहत प्रश्नकाल और दूसरे विधायी कार्यों को स्थगित कर चर्चा कराए जाने की
मांग की है. बता दें कि इस मुद्दे पर पिछले सप्ताह दोनों सदनों में
विपक्षी सदस्यों ने जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने
और चर्चा कराए जाने की मांग को लेकर हंगामा किया था, जिस कारण दोनों सदनों
की कार्यवाही बाधित हुई थी.

संसद में चर्चा कराना नहीं चाहती सरकार : कांग्रेस

कांग्रेस
सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हम अडाणी मामले की संयुक्त संसदीय समिति
(जेपीसी) से जांच कराना चाहते हैं, लेकिन सरकार भी अडाणी मुद्दे पर चर्चा
के लिए तैयार नहीं है. सरकार सब कुछ छिपाना चाहती है और अब उनका पर्दाफाश
हो रहा है.

सामने क्यों नहीं आते पीएम मोदी : महुआ माजी

वहीं,
झामुमो सांसद डॉ महुआ माजी ने कहा कि अडाणी मामले पर पीएम मोदी सामने
क्यों नहीं आना चाहते और इसका सामना करना चाहते हैं? हर चीज का धीरे-धीरे
निजीकरण किया जा रहा है, उन्हें ढाल बनाया जा रहा है. आप देख सकते हैं कि
देश किस ओर जा रहा है. पूरा विपक्ष एकजुट है, हम विरोध कर रहे हैं. हमें
जवाब चाहिए, अडाणी को क्यों ढाल दिया जा रहा है?

मामले पर पर्दा डालने की फिराक में सरकार : मनोज झा

राजद
सांसद मनोज झा ने कहा कि लोग चिंतित हैं, लेकिन सरकार अडानी मुद्दे पर्दा
डालने की कोशिश कर रही है. अडाणी दावा कर रहे हैं कि यह देश पर हमला है,
लेकिन कैसे? हम इसकी जेपीसी जांच चाहते हैं.


नई दिल्ली : अडाणी ग्रुप
मामले पर विपक्ष ने सोमवार को साझा रणनीति पर चर्चा की और इसके बाद संसद
परिसर में प्रदर्शन भी किया. समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के अनुसार,
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने अडाणी ग्रुप के खिलाफ
'हिंडनबर्ग रिसर्च' द्वारा लगाए गए आरोपों से जुड़े मामले और कुछ अन्य
विषयों को लेकर सोमवार को संसद में अपनी अपनी साझा रणनीति पर चर्चा की और
परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर
रहे इन नेताओं ने एक बड़ा बैनर भी ले रखा था, जिस पर 'अडाणी स्कैन्डल या
जेपीसी जांच या सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच हो' लिखा था.

मल्लिकार्जुन खरगे के कक्ष में विपक्ष की बैठक

रिपोर्ट
के अनुसार, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के कक्ष में
हुई बैठक के बाद विपक्षी सदस्यों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने
प्रदर्शन किया. विपक्षी दलों की बैठक में कांग्रेस, भारत राष्ट्र समिति, आम
आदमी पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), द्रमुक, समाजवादी पार्टी, शिवसेना
(उद्धव ठाकरे), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल और कुछ
अन्य दलों के नेता शामिल हुए.

संसद में चर्चा कराने की मांग

उधर,
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्यों प्रमोद तिवारी, सैयद नासिर हुसैन और अमी
याग्निक ने अडाणी समूह से जुड़े प्रकरण की पृष्ठभूमि में सदन में नियम 267
के तहत प्रश्नकाल और दूसरे विधायी कार्यों को स्थगित कर चर्चा कराए जाने की
मांग की है. बता दें कि इस मुद्दे पर पिछले सप्ताह दोनों सदनों में
विपक्षी सदस्यों ने जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने
और चर्चा कराए जाने की मांग को लेकर हंगामा किया था, जिस कारण दोनों सदनों
की कार्यवाही बाधित हुई थी.

संसद में चर्चा कराना नहीं चाहती सरकार : कांग्रेस

कांग्रेस
सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हम अडाणी मामले की संयुक्त संसदीय समिति
(जेपीसी) से जांच कराना चाहते हैं, लेकिन सरकार भी अडाणी मुद्दे पर चर्चा
के लिए तैयार नहीं है. सरकार सब कुछ छिपाना चाहती है और अब उनका पर्दाफाश
हो रहा है.

सामने क्यों नहीं आते पीएम मोदी : महुआ माजी

वहीं,
झामुमो सांसद डॉ महुआ माजी ने कहा कि अडाणी मामले पर पीएम मोदी सामने
क्यों नहीं आना चाहते और इसका सामना करना चाहते हैं? हर चीज का धीरे-धीरे
निजीकरण किया जा रहा है, उन्हें ढाल बनाया जा रहा है. आप देख सकते हैं कि
देश किस ओर जा रहा है. पूरा विपक्ष एकजुट है, हम विरोध कर रहे हैं. हमें
जवाब चाहिए, अडाणी को क्यों ढाल दिया जा रहा है?

मामले पर पर्दा डालने की फिराक में सरकार : मनोज झा

राजद
सांसद मनोज झा ने कहा कि लोग चिंतित हैं, लेकिन सरकार अडानी मुद्दे पर्दा
डालने की कोशिश कर रही है. अडाणी दावा कर रहे हैं कि यह देश पर हमला है,
लेकिन कैसे? हम इसकी जेपीसी जांच चाहते हैं.


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