प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत लाभ लेने वाले किसानों के
लिए बहुत बड़ी अपडेट आई है । 13वीं किस्त जनवरी में आनी थी। कृषि विभाग के
सूत्रों के अनुसार अब यह फरवरी में आ सकती है। इससे पहले लाभुक किसानों को
अपेक्षित जानकारी (ई-केवाईसी) देनी है। यानी आधार और भूमि रिकॉर्ड का
सत्यापन कराना अनिवार्य है। सरकार ने जिला कृषि पदाधिकारियों को इस संबंध
में जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश भी दिया था।
बावजूद इसके अभी तक प्रदेश के 15 लाख 83 हजार 107 किसानों ने आधार और
भूमि रिकॉर्ड का सत्यापन नहीं कराया है। प्रदेश में प्रधानमंत्री किसान
सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वाले किसानों की संख्या 83 लाख 29 हजार 641
है। इनमें से 67 लाख 46 हजार 534 ने आधार और भूमि का सत्यापन करा लिया है।
करीब दस लाख किसानों ने आधार का सत्यापन नहीं कराया है। एक किसान को मिलते
हैं छह हजार रुपए पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत एक किसान को साल में
छह हजार रुपये मिलते हैं। तीन किस्त के रूप में यह राशि किसानों के खाते
में जाती है। यानी एक किस्त में दो हजार रुपये मिलते हैं। अब तक 12 किस्त
की राशि मिल चुकी है।
अब फरवरी में 13वीं किस्त की राशि जारी होनी है। कृषि विभाग के सूत्रों
के अनुसार बिहार में सबसे अधिक सारण जिला के 6.01 लाख किसानों ने सम्मान
निधि योजना का लाभ उठाया है। उसके बाद पूर्वी चंपारण के 5.02 लाख, सीवान,
मुजफ्फरपुर के चार लाख से ज्यादा किसान इस योजना के लाभुक हैं।अयोग्य
किसानों से नहीं हो पाई वसूली :अपेक्षित जानकारी नहीं देने वाले किसानों के
अलावा कई ऐसे भी हैं जो इस योजना के योग्य नहीं हैं। यानी आयकर दाता भी
हैं। ऐसे किसानों से वसूली भी की जानी है। ऐसे अयोग्य करीब 80 हजार किसानों
से अभी तक पूरी वसूली नहीं हो पाई है।
इन किसानों से 241 करोड़ रुपये की वसूली की जानी है।पात्रता इस तरह
जांचें :13वीं किस्त के इच्छुक किसान अपनी पात्रता का पता लगाने के लिए
वेबसाइट पर जाएं। वहां ई केवाईसी के स्टेट्स के आगे ‘नो’ लिखा आ रहा है तो
इसका मतलब है कि किसान 13वीं किस्त के पात्र नहीं है। ऐसे किसान आधार व
भूमि रिकॉर्ड की जानकारी देते हुए सत्यापन करा लें।