सूरजपुर. जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत कलेक्टर सुश्री
इफ्फत आरा के निर्देशन एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री
लीना कोसम के मार्गदर्शन में प्रतापपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत हरिहरपुर
के सुहानी महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्य विमला ने बिहान के सहयोग से
बर्तन बैंक टेंट हाउस का व्यवसाय प्रारंभ किया और अच्छा आमदनी हो रहा है।
उन्होंने बिजनेस प्रारंभ करने से लेकर आज दिनांक तक 8 लाख रुपए का लाभ
अर्जित की है।
विमला बताती है कि स्वयं सहायता समूह की सदस्यता प्राप्त करने से
पूर्व मेरे द्वारा घर के रसोई का ही कार्य किया जाता था।लेकिन गांव में जब
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत स्वंय सहायता समूहों का गठन
किया जा रहा था। तब मैने भी उत्सुकता के साथ सुहानी महिला स्वंय सहायता
समूह में सदस्य के रूप में शामिल हो कर योजना के नियमों का पालन करते हुऐ
अपने ग्राम संगठन कीे सहायता से बैंक लिकेज के माध्यम से दो लाख रूपये का
लोन लेकर बर्तन बैंक (टेन्ट हाउस) का व्यवसाय अपने गांव में ही छोटे स्तर
पर प्रारंभ कर घर के किचन से निकलकर व्यवसाई के रूप में अपने आप को स्थापित
करने का निर्णय लिया और आज की स्थिति में व्यवसाय के प्रारंभ से आज दिनांक
तक लगभग 8 लाख का लाभ अर्जित की गई है।
जिला प्रशासन के द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान से जुड़ी
हुई स्वंय सहायता समूह की अधिक से अधिक महिलाओ को रोजागार उपलब्ध करा कर
उनके आजीविका संवर्धन के लिये सतत् प्रयासरत् है। जिससे ग्रामीण महिलाये
आर्थिक व समाजिक रूप से स्वालंबी बन सके।
सूरजपुर. जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत कलेक्टर सुश्री
इफ्फत आरा के निर्देशन एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री
लीना कोसम के मार्गदर्शन में प्रतापपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत हरिहरपुर
के सुहानी महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्य विमला ने बिहान के सहयोग से
बर्तन बैंक टेंट हाउस का व्यवसाय प्रारंभ किया और अच्छा आमदनी हो रहा है।
उन्होंने बिजनेस प्रारंभ करने से लेकर आज दिनांक तक 8 लाख रुपए का लाभ
अर्जित की है।
विमला बताती है कि स्वयं सहायता समूह की सदस्यता प्राप्त करने से
पूर्व मेरे द्वारा घर के रसोई का ही कार्य किया जाता था।लेकिन गांव में जब
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत स्वंय सहायता समूहों का गठन
किया जा रहा था। तब मैने भी उत्सुकता के साथ सुहानी महिला स्वंय सहायता
समूह में सदस्य के रूप में शामिल हो कर योजना के नियमों का पालन करते हुऐ
अपने ग्राम संगठन कीे सहायता से बैंक लिकेज के माध्यम से दो लाख रूपये का
लोन लेकर बर्तन बैंक (टेन्ट हाउस) का व्यवसाय अपने गांव में ही छोटे स्तर
पर प्रारंभ कर घर के किचन से निकलकर व्यवसाई के रूप में अपने आप को स्थापित
करने का निर्णय लिया और आज की स्थिति में व्यवसाय के प्रारंभ से आज दिनांक
तक लगभग 8 लाख का लाभ अर्जित की गई है।
जिला प्रशासन के द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान से जुड़ी
हुई स्वंय सहायता समूह की अधिक से अधिक महिलाओ को रोजागार उपलब्ध करा कर
उनके आजीविका संवर्धन के लिये सतत् प्रयासरत् है। जिससे ग्रामीण महिलाये
आर्थिक व समाजिक रूप से स्वालंबी बन सके।