झु्र्रियों को कम करके जवां निखार लाते हैं ये उपाय:

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जैसे ही महिलाएं 30 की उम्र पार करती हैं, वे अपनी त्वचा की अधिक देखभाल
करने लगती हैं। हम सभी जानते हैं कि न केवल युवा बल्कि युवा महसूस करने के
लिए भी सही खाना बेहद महत्वपूर्ण है। बाजार में विभिन्न वादों के साथ ढेर
सारे एंटी-एजिंग प्रोडक्‍ट्स उपलब्ध हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही आजमाने
लायक हैं। यह हर्बल जाने का समय है। 


यहां आयुर्वेद आपको कवर कर सकता है। नहीं, यह कोई मिथ नहीं है। ऐसे
आयुर्वेदिक उपाय हैं जिनका आपकी त्वचा पर एजिंग रोकने वाला प्रभाव पड़ता
है। आप मेकअप और कंसीलर से चेहरे की फाइन लाइन्‍स को कवर कर सकती हैं,
लेकिन सतह पर अच्छा दिखने के लिए आपकी त्वचा को भीतर से बढ़ावा देने की
जरूरत है। 


आयुर्वेदिक उपाय आपको एजिंग साइन्‍स में देरी करने और त्वचा पर इसकी
दृश्यता का मुकाबला करने में मदद कर सकते हैं। ये उपाय एंटीऑक्सीडेंट से
भरपूर होते हैं जो सेल्‍स डैमेज से लड़ते हैं और नई सेल्‍स वृद्धि की
शुरुआत करते हैं। आज हम कुछ ऐसे आयुर्वेदिक उपायों के बारे में बता रहे हैं
जो एंटी-एजिंग गुणों से भरपूर हैं जिनका फायदा उठाने के लिए आपको अपनी
डाइट में अभी शामिल करना चाहिए। 




इसकी जानकारी डाइटीशियन मनप्रीत जी के इंस्‍टाग्राम के माध्‍यम से शेयर
की है। उन्‍होंने कैप्‍शन में लिखा, 'क्या आप जानते हैं कि मानव शरीर की
त्वचा सबसे बड़ा बाहरी अंग है? यह सभी अंगों में सबसे तेजी से बढ़ता है।
युवा दिखना और युवाओं को बनाए रखना समय की शुरुआत से ही एक लक्ष्य रहा है।
आयुर्वेद के प्राचीन चिकित्सा विज्ञान में कई एंटी-एजिंग सिद्धांत शामिल
हैं।'  


'यह त्वचा और बालों की देखभाल के लिए एक सुरक्षित और लंबे समय तक चलने
वाला उपाय प्रदान करता है और हेल्‍थ, ब्‍यूटी और तंदुरूस्ती का एक नया
क्षेत्र खोलता है।'



झुर्रियां रोकने वाले आयुर्वेदिक उपाय


तुलसी 


anti ageing tulsi


तुलसी हेल्‍थ से जुड़ी समस्‍याओं को दूर करने
में आपकी मदद करती है। यह बता तो सभी जानते हैं लेकिन क्‍या आप जानती हैं
कि यह एक एंटी-एजिंग जड़ी बूटी है जो आपको झुर्रियों से लड़ने में मदद करती
है। 


तुलसी का त्‍वचा पर इस्‍तेमाल नमी और हाइड्रेशन को बनाए रखने में
फायदेमंद साबित हो सकता है, खुरदरापन कम करता है और त्वचा को स्‍मूथ
टेक्‍सचेर देता है।


करी पत्ता


करी पत्ते में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो त्वचा के घायल हिस्‍से की
रक्षा कर सकते हैं। यह इंफेक्‍शन और उम्र बढ़ने के कारण होने वाले फाइन
लाइन्‍स से लड़ने के लिए लगाने और खाने दोनों तरह से इस्तेमाल किया जा सकता
है।



आंवला


anti ageing amla


एक आंवला रोजाना खाने से आप चेहरे की झुर्रियों को रोक सकते हैं। ऐसा
इसलिए क्‍योंकि आंवला एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन्‍स-सी का एक समृद्ध स्रोत
है। इसके एंटी-एजिंग गुण
हेल्‍दी त्वचा को मजबूती देकर बढ़ावा देते हैं, एजिंग साइन्‍स को कम करते
हैं और आपकी त्वचा को शाइनी बनाते हैं। इसके एंटी ऑक्सीडेंट गुण त्वचा को
फ्री रेडिकल्‍स के नुकसान से बचाते हैं, इस प्रकार एजिंग से रोकता है। 


इसके अलावा, आंवले में मौजूद विटामिन कोलेजन के प्रोडक्‍शन को बूस्‍ट करते हैं और त्‍वचा की इलास्टिसिटी को बचाते हैं।




अश्वगंधा


यह जड़ी बूटी लंबे समय से त्वचा, बालों और समग्र स्वास्थ्य के लिए अपने
कायाकल्प गुणों और फायदों के लिए फेमस है। इसका नियमित रूप से सेवन करने से
आपकी त्वचा की बनावट में काफी बदलाव आएगा। इससे आपकी त्‍वचा ज्‍यादा जवां,
शाइनी होती है और गुणवत्ता में सुधार होता है। जड़ी बूटी झुर्रियों को कम
करने पर भी काम करती है जिससे त्वचा मजबूत होती है।


जैसे ही महिलाएं 30 की उम्र पार करती हैं, वे अपनी त्वचा की अधिक देखभाल
करने लगती हैं। हम सभी जानते हैं कि न केवल युवा बल्कि युवा महसूस करने के
लिए भी सही खाना बेहद महत्वपूर्ण है। बाजार में विभिन्न वादों के साथ ढेर
सारे एंटी-एजिंग प्रोडक्‍ट्स उपलब्ध हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही आजमाने
लायक हैं। यह हर्बल जाने का समय है। 


यहां आयुर्वेद आपको कवर कर सकता है। नहीं, यह कोई मिथ नहीं है। ऐसे
आयुर्वेदिक उपाय हैं जिनका आपकी त्वचा पर एजिंग रोकने वाला प्रभाव पड़ता
है। आप मेकअप और कंसीलर से चेहरे की फाइन लाइन्‍स को कवर कर सकती हैं,
लेकिन सतह पर अच्छा दिखने के लिए आपकी त्वचा को भीतर से बढ़ावा देने की
जरूरत है। 


आयुर्वेदिक उपाय आपको एजिंग साइन्‍स में देरी करने और त्वचा पर इसकी
दृश्यता का मुकाबला करने में मदद कर सकते हैं। ये उपाय एंटीऑक्सीडेंट से
भरपूर होते हैं जो सेल्‍स डैमेज से लड़ते हैं और नई सेल्‍स वृद्धि की
शुरुआत करते हैं। आज हम कुछ ऐसे आयुर्वेदिक उपायों के बारे में बता रहे हैं
जो एंटी-एजिंग गुणों से भरपूर हैं जिनका फायदा उठाने के लिए आपको अपनी
डाइट में अभी शामिल करना चाहिए। 




इसकी जानकारी डाइटीशियन मनप्रीत जी के इंस्‍टाग्राम के माध्‍यम से शेयर
की है। उन्‍होंने कैप्‍शन में लिखा, 'क्या आप जानते हैं कि मानव शरीर की
त्वचा सबसे बड़ा बाहरी अंग है? यह सभी अंगों में सबसे तेजी से बढ़ता है।
युवा दिखना और युवाओं को बनाए रखना समय की शुरुआत से ही एक लक्ष्य रहा है।
आयुर्वेद के प्राचीन चिकित्सा विज्ञान में कई एंटी-एजिंग सिद्धांत शामिल
हैं।'  


'यह त्वचा और बालों की देखभाल के लिए एक सुरक्षित और लंबे समय तक चलने
वाला उपाय प्रदान करता है और हेल्‍थ, ब्‍यूटी और तंदुरूस्ती का एक नया
क्षेत्र खोलता है।'



झुर्रियां रोकने वाले आयुर्वेदिक उपाय


तुलसी 


anti ageing tulsi


तुलसी हेल्‍थ से जुड़ी समस्‍याओं को दूर करने
में आपकी मदद करती है। यह बता तो सभी जानते हैं लेकिन क्‍या आप जानती हैं
कि यह एक एंटी-एजिंग जड़ी बूटी है जो आपको झुर्रियों से लड़ने में मदद करती
है। 


तुलसी का त्‍वचा पर इस्‍तेमाल नमी और हाइड्रेशन को बनाए रखने में
फायदेमंद साबित हो सकता है, खुरदरापन कम करता है और त्वचा को स्‍मूथ
टेक्‍सचेर देता है।


करी पत्ता


करी पत्ते में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो त्वचा के घायल हिस्‍से की
रक्षा कर सकते हैं। यह इंफेक्‍शन और उम्र बढ़ने के कारण होने वाले फाइन
लाइन्‍स से लड़ने के लिए लगाने और खाने दोनों तरह से इस्तेमाल किया जा सकता
है।



आंवला


anti ageing amla


एक आंवला रोजाना खाने से आप चेहरे की झुर्रियों को रोक सकते हैं। ऐसा
इसलिए क्‍योंकि आंवला एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन्‍स-सी का एक समृद्ध स्रोत
है। इसके एंटी-एजिंग गुण
हेल्‍दी त्वचा को मजबूती देकर बढ़ावा देते हैं, एजिंग साइन्‍स को कम करते
हैं और आपकी त्वचा को शाइनी बनाते हैं। इसके एंटी ऑक्सीडेंट गुण त्वचा को
फ्री रेडिकल्‍स के नुकसान से बचाते हैं, इस प्रकार एजिंग से रोकता है। 


इसके अलावा, आंवले में मौजूद विटामिन कोलेजन के प्रोडक्‍शन को बूस्‍ट करते हैं और त्‍वचा की इलास्टिसिटी को बचाते हैं।




अश्वगंधा


यह जड़ी बूटी लंबे समय से त्वचा, बालों और समग्र स्वास्थ्य के लिए अपने
कायाकल्प गुणों और फायदों के लिए फेमस है। इसका नियमित रूप से सेवन करने से
आपकी त्वचा की बनावट में काफी बदलाव आएगा। इससे आपकी त्‍वचा ज्‍यादा जवां,
शाइनी होती है और गुणवत्ता में सुधार होता है। जड़ी बूटी झुर्रियों को कम
करने पर भी काम करती है जिससे त्वचा मजबूत होती है।


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