शख्स ने जेल में बिता दिए 34 साल। अब सरकार ने माफी मांग किया बरी:

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दुनिया में हर जुर्म की सजा है. सख्‍त से सख्‍त कानून हैं. पर कई बार हमें ऐसी घटनाएं सुनने को मिल जाती हैं, जो हैरान कर कर देती हैं. आज हम आपको ऐसी ही एक कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं. एक शख्‍स को पुलिस ने डकैती के जुर्म में गिरफ्तार किया. महीनों सुनवाई चली और अदालत ने 400 साल कैद की सजा सुना दी. 34 साल से यह शख्‍स जेल की सलाखों के पीछे था. पर सरकार ने कोर्ट में माफी मांग ली है. हलफनामा देकर कहा, यह आदमी निर्दोष है. गलती से इसे सजा सुनाई गई है. आप सोचिए बिना किसी गुनाह के एक शख्‍स 34 साल तक काल कोठरी में कैद रहा. उसके ऊपर क्‍या बीती होगी.

मामला अमेरिका का है; हाल ही में इन्‍हें फ्लोरिडा की जेल से रिहा कर दिया गया. 57 साल के सिडनी होम्स को अक्‍तूबर 1988 में एक सुविधा स्टोर के बाहर से गिरफ्तार किया गया था. उनके साथ दो और लोग पकड़े गए थे. तीनों पर डकैती का इल्‍जाम लगा और जेल भेज दिया गया. जिनके साथ यह वारदात हुई उन्‍होंने एक कार की पहचान की जो भूरे रंग की थी और ऊपर से खुली हुई थी. होम्‍स के पास भी ऐसी ही कार थी. अप्रैल 1989 में अदालत ने उन्‍हें दोषी ठहराया और अगले महीने सजा सुना दी गई. होम्‍स ऊपरी कोर्ट भी गए पर वहां भी कोई फायदा नहीं हुआ.

होम्‍स सजा काट रहे थे, इसी बीच उनके भाई को एक और भूरे रंग की कार दिख गई. वह हूबहू होम्‍स के कार की तरह थी. नंबर प्‍लेट भी सेम था. उन्‍होंने फ‍िर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और दावा किया कि जिस अपराध के लिए उन्‍हें सजा दी गई थी, उसमें वह निर्दोष हैं. फ्लोरिडा के इनोसेंस प्रोजेक्ट ने होम्स के मामले की फिर से जांच शुरू की तो तमाम खामियां नजर आईं. सरकार फ‍िर कोर्ट गई और कहा कि जिन सबूतों के आधार पर होम्‍स को दोषी ठहराया गया है वह सबूत ही नहीं हैं. गवाहों के बयान भी मेल नहीं खाते. समझ नहीं आता कि इतनी भारी गलती कैसे हो गई. उन्‍हें संदिग्‍ध और फ‍िर दोषी कैसे मान लिया गया.

सरकारी वकील ने सजा रद्द करने और उन्‍हें बाइज्‍जत बरी करने की मांग की. इसके बाद अदालत ने होम्‍स की सजा को रद्द करने को मंजूरी दे दी. एक दिन पहले होम्‍स को रिहा भी कर दिया गया. उन्‍होंने कहा, मैंने कभी आशा नहीं खोई और हमेशा जानता था कि यह दिन यह समय भी आएगा. जब उन्हें पता चला कि वह मुक्त हो जाएंगे, तो वे खुशी में रो पडे. कहा, मैं 34 वर्षों से अपनी मां को गले लगाने का इंतजार कर रहा हूं. मुझसे अब और इंतजार नहीं होता. रिहाई के बाद होम्‍स बाहर आए और अपनी मां को बाहों में भर लिया. दोनों खूब रोए.



दुनिया में हर जुर्म की सजा है. सख्‍त से सख्‍त कानून हैं. पर कई बार हमें ऐसी घटनाएं सुनने को मिल जाती हैं, जो हैरान कर कर देती हैं. आज हम आपको ऐसी ही एक कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं. एक शख्‍स को पुलिस ने डकैती के जुर्म में गिरफ्तार किया. महीनों सुनवाई चली और अदालत ने 400 साल कैद की सजा सुना दी. 34 साल से यह शख्‍स जेल की सलाखों के पीछे था. पर सरकार ने कोर्ट में माफी मांग ली है. हलफनामा देकर कहा, यह आदमी निर्दोष है. गलती से इसे सजा सुनाई गई है. आप सोचिए बिना किसी गुनाह के एक शख्‍स 34 साल तक काल कोठरी में कैद रहा. उसके ऊपर क्‍या बीती होगी.

मामला अमेरिका का है; हाल ही में इन्‍हें फ्लोरिडा की जेल से रिहा कर दिया गया. 57 साल के सिडनी होम्स को अक्‍तूबर 1988 में एक सुविधा स्टोर के बाहर से गिरफ्तार किया गया था. उनके साथ दो और लोग पकड़े गए थे. तीनों पर डकैती का इल्‍जाम लगा और जेल भेज दिया गया. जिनके साथ यह वारदात हुई उन्‍होंने एक कार की पहचान की जो भूरे रंग की थी और ऊपर से खुली हुई थी. होम्‍स के पास भी ऐसी ही कार थी. अप्रैल 1989 में अदालत ने उन्‍हें दोषी ठहराया और अगले महीने सजा सुना दी गई. होम्‍स ऊपरी कोर्ट भी गए पर वहां भी कोई फायदा नहीं हुआ.

होम्‍स सजा काट रहे थे, इसी बीच उनके भाई को एक और भूरे रंग की कार दिख गई. वह हूबहू होम्‍स के कार की तरह थी. नंबर प्‍लेट भी सेम था. उन्‍होंने फ‍िर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और दावा किया कि जिस अपराध के लिए उन्‍हें सजा दी गई थी, उसमें वह निर्दोष हैं. फ्लोरिडा के इनोसेंस प्रोजेक्ट ने होम्स के मामले की फिर से जांच शुरू की तो तमाम खामियां नजर आईं. सरकार फ‍िर कोर्ट गई और कहा कि जिन सबूतों के आधार पर होम्‍स को दोषी ठहराया गया है वह सबूत ही नहीं हैं. गवाहों के बयान भी मेल नहीं खाते. समझ नहीं आता कि इतनी भारी गलती कैसे हो गई. उन्‍हें संदिग्‍ध और फ‍िर दोषी कैसे मान लिया गया.

सरकारी वकील ने सजा रद्द करने और उन्‍हें बाइज्‍जत बरी करने की मांग की. इसके बाद अदालत ने होम्‍स की सजा को रद्द करने को मंजूरी दे दी. एक दिन पहले होम्‍स को रिहा भी कर दिया गया. उन्‍होंने कहा, मैंने कभी आशा नहीं खोई और हमेशा जानता था कि यह दिन यह समय भी आएगा. जब उन्हें पता चला कि वह मुक्त हो जाएंगे, तो वे खुशी में रो पडे. कहा, मैं 34 वर्षों से अपनी मां को गले लगाने का इंतजार कर रहा हूं. मुझसे अब और इंतजार नहीं होता. रिहाई के बाद होम्‍स बाहर आए और अपनी मां को बाहों में भर लिया. दोनों खूब रोए.



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