सोलन जिले में बादल फटने से सात लोगों की हुई मौत:

post

हिमाचल प्रदेश में पिछले कई घंटों से भारी बारिश से तबाही का दौर जारी है. सोलन जिले में बादल फटने से सात लोगों की मौत हो गई है. वहीं शिमला के शिव बावड़ी मंदिर में सावन सोमवार को पूजा पाठ करने गए श्रद्धालु लैंडस्लाइड होने के कारण फंस गए. मंदिर ढहने से 20 से 30 लोगों के दबे होने की आशंका है. अब तक 2 बच्चों समेत 4 शव निकाले जा चुके हैं. बाकी की तलाश जारी है.

मंडी जिले की बल्ह घाटी में भी तेज बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है. ब्यास नदी उफान पर है. मंडी में बादल फटने से कई लापता हैं. अधिकारियों के मुताबिक कई पर्यटक फंसे हुए हैं. इसके अलावा पूरे प्रदेश में कई जगह भूस्खल की वजह से सड़कें बंद हो गई है.   हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोलन के जादोन गांव में बादल फटने से सात लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, हमने अधिकारियों को इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता और समर्थन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. CM सुखविंदर सिंह सुक्खू भी घटना स्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन मलबे को हटाने के लिए काम कर रहा है. फंसे लोगों को निकाला जा रहा है.

पुलिस नियंत्रण कक्ष सोलन को मिली सूचना के अनुसार, गांव जादोन डाकघर में बादल फटने से दो मकान और एक गोशाला बह गई. जडौण गांव में रती राम और इसके बेटे हरनाम के दो मकान भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गए. इसमें सात लोगों की मौत हो चुकी है. एसडीएम कंडाघाट सिद्धार्थ आचार्य ने बताया, मृतको में हरनाम (38), कमल किशोर (35), हेमलता (34), राहुल (14), नेहा (12), गोलू (8), रक्षा (12) शामिल हैं. एक महिला कान्ता देवी की टांग टूट गई है, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

स्कूल-काॅलेजों में छुट्टियां घोषित, परीक्षाएं रद्द -  सरकार से मिली जानकारी के अनुसार पूरे प्रदेश में 800 से ज्यादा सड़कें बंद हैं. इस बीच मौसम विभाग ने अगले 3-4 घंटे के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा ब्यास, रंजीत सागर और सतलुज नदी के कैचमेंट क्षेत्र में बादल फटने की चेतावनी जारी की गई है. सीएम सुक्खू ने सभी जिलों के डीएम के साथ मीटिंग की. सीएम ने आज सभी स्कूल और काॅलेजों में छुट्टियां घोषित की है. इसके अलावा शिक्षा विभाग ने कई परीक्षाएं भी रद्द कर दी है. वहीं प्रशासन ने भारी बारिश से उपजे हालातों के मद्देनजर कंट्रोल रूम स्थापित किया है. किसी भी प्रकार की समस्या होने पर लोग 112 पर सूचित कर सकेंगे.


हिमाचल प्रदेश में पिछले कई घंटों से भारी बारिश से तबाही का दौर जारी है. सोलन जिले में बादल फटने से सात लोगों की मौत हो गई है. वहीं शिमला के शिव बावड़ी मंदिर में सावन सोमवार को पूजा पाठ करने गए श्रद्धालु लैंडस्लाइड होने के कारण फंस गए. मंदिर ढहने से 20 से 30 लोगों के दबे होने की आशंका है. अब तक 2 बच्चों समेत 4 शव निकाले जा चुके हैं. बाकी की तलाश जारी है.

मंडी जिले की बल्ह घाटी में भी तेज बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है. ब्यास नदी उफान पर है. मंडी में बादल फटने से कई लापता हैं. अधिकारियों के मुताबिक कई पर्यटक फंसे हुए हैं. इसके अलावा पूरे प्रदेश में कई जगह भूस्खल की वजह से सड़कें बंद हो गई है.   हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोलन के जादोन गांव में बादल फटने से सात लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, हमने अधिकारियों को इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता और समर्थन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. CM सुखविंदर सिंह सुक्खू भी घटना स्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन मलबे को हटाने के लिए काम कर रहा है. फंसे लोगों को निकाला जा रहा है.

पुलिस नियंत्रण कक्ष सोलन को मिली सूचना के अनुसार, गांव जादोन डाकघर में बादल फटने से दो मकान और एक गोशाला बह गई. जडौण गांव में रती राम और इसके बेटे हरनाम के दो मकान भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गए. इसमें सात लोगों की मौत हो चुकी है. एसडीएम कंडाघाट सिद्धार्थ आचार्य ने बताया, मृतको में हरनाम (38), कमल किशोर (35), हेमलता (34), राहुल (14), नेहा (12), गोलू (8), रक्षा (12) शामिल हैं. एक महिला कान्ता देवी की टांग टूट गई है, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

स्कूल-काॅलेजों में छुट्टियां घोषित, परीक्षाएं रद्द -  सरकार से मिली जानकारी के अनुसार पूरे प्रदेश में 800 से ज्यादा सड़कें बंद हैं. इस बीच मौसम विभाग ने अगले 3-4 घंटे के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा ब्यास, रंजीत सागर और सतलुज नदी के कैचमेंट क्षेत्र में बादल फटने की चेतावनी जारी की गई है. सीएम सुक्खू ने सभी जिलों के डीएम के साथ मीटिंग की. सीएम ने आज सभी स्कूल और काॅलेजों में छुट्टियां घोषित की है. इसके अलावा शिक्षा विभाग ने कई परीक्षाएं भी रद्द कर दी है. वहीं प्रशासन ने भारी बारिश से उपजे हालातों के मद्देनजर कंट्रोल रूम स्थापित किया है. किसी भी प्रकार की समस्या होने पर लोग 112 पर सूचित कर सकेंगे.


शयद आपको भी ये अच्छा लगे!