दुनिया भर में मनाया जाता है इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस, जानिए किसने, कब और क्यों की शुरुआत:

post

 जिंदगी में भला कौन खुश रहना नहीं
चाहता, लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी लाइफ सबके लिए यह संभव नहीं हो पाता.
इसलिए पहले खुद को फिर दूसरों को खुश करना एक सामूहिक जिम्मेदारी की तरह
होती जा रही है. तनाव और दबाव से भरे मौजूदा दौर में अगर आप खुश हैं और इसे
जानते हैं तो 20 मार्च को इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस यानी अंतरराष्ट्रीय
प्रसन्नता दिवस को जमकर सेलिब्रेट करें. इन दिनों गुस्सा, चिढ़, उदासी और
गुबार जैसे इमोशन लोगों के जीने के तरीके में जबरदस्ती शामिल हो गए हैं. इन
भावनाओं को बाहर करने, खुश रहने और जिंदगी में अच्छी चीजों की उम्मीद करने
के लिए इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस बहुत बड़ा मौका हो सकता है.

इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस 2024 कब है?


यूनाइटेड नेशंस दुनिया भर में हर साल 20 मार्च को इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस का आयोजन करता है.
यह खास दिन हमें याद दिलाता है कि खुश रहना एक मानवाधिकार है. यह दिन आपको
खुश होने और जश्न मनाने का मौका देता है. आप इस दिन पहले से ही खुश नहीं
हैं, तो यह इवेंट आपके मूड को बदल सकता है.

यूनाइटेड नेशंस और उसके सहयोगी देशों के लोगों से बने गैर-लाभकारी समूह
एक्शन फॉर हैप्पीनेस द्वारा किए गए कामों की सराहना के लिए इंटरनेशनल डे ऑफ
हैप्पीनेस मनाया जाता है. इस अभियान का अंतिम लक्ष्य जागरूकता फैलाना है
कि तरक्की का मतलब केवल निचली पंक्ति को बढ़ाना और आर्थिक विकास को
प्रोत्साहित करना नहीं है, बल्कि लोगों का कल्याण और उनकी खुशी भी है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2011 में मंजूर किया अनोखा प्रस्ताव

संयुक्त
राष्ट्र महासभा (UNGC) ने  साल 2011 में एक प्रस्ताव को मंजूर किया,
जिसमें खुशी को आर्थिक अवसर के बराबर प्राथमिकता देने को "मौलिक मानव
लक्ष्य" बनाया गया. दो साल बाद, 2013 में यूएन के सभी 193 सदस्य देशों ने
दुनिया का पहला इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस मनाया और तब से यह लगातार हर साल
मनाया जा रहा है. तो बस इस 20 मार्च को कुछ मिनटों का समय निकालकर इस पर
विचार करें कि हकीकत में आपको खुशी कब और कैसे मिलती है? साथ ही आप अपनी
हैप्पीनेस को कैसे आगे बढ़ा सकते हैं.


 जिंदगी में भला कौन खुश रहना नहीं
चाहता, लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी लाइफ सबके लिए यह संभव नहीं हो पाता.
इसलिए पहले खुद को फिर दूसरों को खुश करना एक सामूहिक जिम्मेदारी की तरह
होती जा रही है. तनाव और दबाव से भरे मौजूदा दौर में अगर आप खुश हैं और इसे
जानते हैं तो 20 मार्च को इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस यानी अंतरराष्ट्रीय
प्रसन्नता दिवस को जमकर सेलिब्रेट करें. इन दिनों गुस्सा, चिढ़, उदासी और
गुबार जैसे इमोशन लोगों के जीने के तरीके में जबरदस्ती शामिल हो गए हैं. इन
भावनाओं को बाहर करने, खुश रहने और जिंदगी में अच्छी चीजों की उम्मीद करने
के लिए इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस बहुत बड़ा मौका हो सकता है.

इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस 2024 कब है?


यूनाइटेड नेशंस दुनिया भर में हर साल 20 मार्च को इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस का आयोजन करता है.
यह खास दिन हमें याद दिलाता है कि खुश रहना एक मानवाधिकार है. यह दिन आपको
खुश होने और जश्न मनाने का मौका देता है. आप इस दिन पहले से ही खुश नहीं
हैं, तो यह इवेंट आपके मूड को बदल सकता है.

यूनाइटेड नेशंस और उसके सहयोगी देशों के लोगों से बने गैर-लाभकारी समूह
एक्शन फॉर हैप्पीनेस द्वारा किए गए कामों की सराहना के लिए इंटरनेशनल डे ऑफ
हैप्पीनेस मनाया जाता है. इस अभियान का अंतिम लक्ष्य जागरूकता फैलाना है
कि तरक्की का मतलब केवल निचली पंक्ति को बढ़ाना और आर्थिक विकास को
प्रोत्साहित करना नहीं है, बल्कि लोगों का कल्याण और उनकी खुशी भी है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2011 में मंजूर किया अनोखा प्रस्ताव

संयुक्त
राष्ट्र महासभा (UNGC) ने  साल 2011 में एक प्रस्ताव को मंजूर किया,
जिसमें खुशी को आर्थिक अवसर के बराबर प्राथमिकता देने को "मौलिक मानव
लक्ष्य" बनाया गया. दो साल बाद, 2013 में यूएन के सभी 193 सदस्य देशों ने
दुनिया का पहला इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस मनाया और तब से यह लगातार हर साल
मनाया जा रहा है. तो बस इस 20 मार्च को कुछ मिनटों का समय निकालकर इस पर
विचार करें कि हकीकत में आपको खुशी कब और कैसे मिलती है? साथ ही आप अपनी
हैप्पीनेस को कैसे आगे बढ़ा सकते हैं.


शयद आपको भी ये अच्छा लगे!