दिन में कई बार वजन चेक कर चुके, अलग-अलग वेट मशीन, तो जानिए वजन चेक करने का सही समय:

post

वजन घटाने या फिर बढ़ाने के लिए सबसे पहले जरूरी है सही वजन जानना। वजन चेक करने के लिए वेट मशीन का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिव जब वजन का माप हर बार  अलग-अलग आता है तो कंफ्यूज होने लगती हा। कई बार लोग मशीन को ही खराब बताने लगते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा हो तो समझ लें की मशीन खराब नहीं है, बल्कि वजन चेक करने की टाइमिंग गलत हैं। न्यूट्रिशनिस्ट और डायटीशियन मुनताहा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए बताया है कि कम वजन नहीं मापना चाहिए।

किस समय चेक ना करें वजन
1) खाने के ठीक बाद- खाना खाने के बाद वॉटर रिटेंशन के कारण वजन में उतार-चढ़ाव हो सकता है। जब आप खाने के तुरंत बाद वजन चेक करते हैं, तो आप न केवल अपने शरीर का वजन चेक रहे होते हैं, बल्कि आपके द्वारा खाए गए खाने का वजन भी चेक रहे होते हैं। इससे शरीर का वजन गलत आता है।

2) पीरियड्स से पहले और उसके दौरान- हार्मोनल परिवर्तन वॉटर रिटेंशन को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे वजन रीडिंग प्रभावित हो सकती है।

3) इंटेंस एक्सरसाइज के बाद- इंटेंस एक्सरसाइज के दौरान, आपके शरीर में पसीने की वजह से पानी की कमी हो सकती है, जिसकी वजह से वजन अस्थायी रूप से कम आ सकता है। हालांकि, एक बार जब आप पानी पीकर दोबारा हाइड्रेट हो जाते हैं, तो वजन बदल सकता है।

4) ट्रैवल के बाद- डायट, हाइड्रेशन और टाइम जोन में बदलाव से वजन में अस्थायी बदलाव हो सकता है। ऐसे में कहीं से घूमकर वापिस आने के बाद वजन चेक करने से बचें।

5) बीमार होने पर- बीमारी या दवा के कारण फ्लूयड रिटेंशन हो सकता है, जिससे वजन की सटीकता प्रभावित हो सकती है।

6) बाहर या हाई सोडियम वाला खाना खाने के बाद- रेस्तरां के खाने में अक्सर ज्यादा नमक होता है, जिससे अस्थायी वॉटर रिटेंशन और गलत वजन रीडिंग होती है।

7) रात के खाने के बाद या रात के समय- दिन भर खाना और लिक्विड आइटिम पीने के साथ-साथ शरीर में प्राकृतिक उतार-चढ़ाव के कारण शाम को वजन ज्यादा आ सकता है। ऐसे में इस दौरान वजन चेक करने से बचें।

क्या है वजन चेक करने का सही समय?
सही वजन पाने के लिए आपको सुबह खाली पेट अपना वजन चेक करना चाहिए। अपना वजन कब जांचना है यह जानने से आपको बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलती है।


वजन घटाने या फिर बढ़ाने के लिए सबसे पहले जरूरी है सही वजन जानना। वजन चेक करने के लिए वेट मशीन का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिव जब वजन का माप हर बार  अलग-अलग आता है तो कंफ्यूज होने लगती हा। कई बार लोग मशीन को ही खराब बताने लगते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा हो तो समझ लें की मशीन खराब नहीं है, बल्कि वजन चेक करने की टाइमिंग गलत हैं। न्यूट्रिशनिस्ट और डायटीशियन मुनताहा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए बताया है कि कम वजन नहीं मापना चाहिए।

किस समय चेक ना करें वजन
1) खाने के ठीक बाद- खाना खाने के बाद वॉटर रिटेंशन के कारण वजन में उतार-चढ़ाव हो सकता है। जब आप खाने के तुरंत बाद वजन चेक करते हैं, तो आप न केवल अपने शरीर का वजन चेक रहे होते हैं, बल्कि आपके द्वारा खाए गए खाने का वजन भी चेक रहे होते हैं। इससे शरीर का वजन गलत आता है।

2) पीरियड्स से पहले और उसके दौरान- हार्मोनल परिवर्तन वॉटर रिटेंशन को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे वजन रीडिंग प्रभावित हो सकती है।

3) इंटेंस एक्सरसाइज के बाद- इंटेंस एक्सरसाइज के दौरान, आपके शरीर में पसीने की वजह से पानी की कमी हो सकती है, जिसकी वजह से वजन अस्थायी रूप से कम आ सकता है। हालांकि, एक बार जब आप पानी पीकर दोबारा हाइड्रेट हो जाते हैं, तो वजन बदल सकता है।

4) ट्रैवल के बाद- डायट, हाइड्रेशन और टाइम जोन में बदलाव से वजन में अस्थायी बदलाव हो सकता है। ऐसे में कहीं से घूमकर वापिस आने के बाद वजन चेक करने से बचें।

5) बीमार होने पर- बीमारी या दवा के कारण फ्लूयड रिटेंशन हो सकता है, जिससे वजन की सटीकता प्रभावित हो सकती है।

6) बाहर या हाई सोडियम वाला खाना खाने के बाद- रेस्तरां के खाने में अक्सर ज्यादा नमक होता है, जिससे अस्थायी वॉटर रिटेंशन और गलत वजन रीडिंग होती है।

7) रात के खाने के बाद या रात के समय- दिन भर खाना और लिक्विड आइटिम पीने के साथ-साथ शरीर में प्राकृतिक उतार-चढ़ाव के कारण शाम को वजन ज्यादा आ सकता है। ऐसे में इस दौरान वजन चेक करने से बचें।

क्या है वजन चेक करने का सही समय?
सही वजन पाने के लिए आपको सुबह खाली पेट अपना वजन चेक करना चाहिए। अपना वजन कब जांचना है यह जानने से आपको बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलती है।


शयद आपको भी ये अच्छा लगे!