सैफ से अलग होने के बाद अमृता सिंह संग कैसा था सास शर्मिला का बर्ताव:

post

सारा अली खान भले ही अपनी दादी शर्मिला टैगोर के साथ बड़ी नहीं हो पाईं लेकिन वह जरूरत के वक्त हमेशा उनके साथ रहीं। सारा ने एक इंटरव्यू को दौरान बताया कि बुरे वक्त में ही रिश्तों की पहचान होती है। उनकी मां अमृता भले ही अपने पति से अलग हो चुकी थीं लेकिन बुरे वक्त पर शर्मिला टैगोर ने सगी मां की तरह उनका साथ दिया।

Sara Ali khan talks about mother | सारा अली खान ने अपनी मां के बारे में की  बात
बड़ी अम्मा ने हमेशा दिया साथ

सारा अली खान ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि उनके माता-पिता भले ही साथ नहीं रहते लेकिन दादी शर्मिला का रिश्ता उनकी मां के साथ काफी सही है। सारा ने बताया, मेरी मां के पेरेंट्स नहीं हैं लेकिन अगर मुझे या इब्राहिम को कुछ होने लगे तो मुझे पता है कि वह अकेली नहीं होंगी क्योंकि बड़ी अम्मा (शर्मिला) उनके साथ होंगी और यही सब कुछ है।
बुरे वक्त पर होती है रिश्तों की पहचान

सारा ने बताया कि जब जीवन में सफलता मिलती है तो कई सारे चीयरलीडर मिल जाते हैं लेकिन जब सपोर्ट की जरूरत थी तब शर्मिला थीं। सारा बोलीं, मैं जिंदगी में उस दौर से भी गुजरी हूं जब सपोर्ट की जरूरत थी और बड़ी अम्मा उस वक्त आर्मी की तरह आईं। वह मेरे साथ थीं। ऐसे वक्त में आपको असली रिश्तों का पता चलता है। कॉफी विद करण में शर्मिला टैगोर भी बता चुकी हैं कि जब अमृता अलग हुईं तो वह और उनके पति टाइगर पटौदी बेहद परेशान थे। बच्चों के साथ उन्हें बहू के जाने का भी दुख था।


सारा अली खान भले ही अपनी दादी शर्मिला टैगोर के साथ बड़ी नहीं हो पाईं लेकिन वह जरूरत के वक्त हमेशा उनके साथ रहीं। सारा ने एक इंटरव्यू को दौरान बताया कि बुरे वक्त में ही रिश्तों की पहचान होती है। उनकी मां अमृता भले ही अपने पति से अलग हो चुकी थीं लेकिन बुरे वक्त पर शर्मिला टैगोर ने सगी मां की तरह उनका साथ दिया।

Sara Ali khan talks about mother | सारा अली खान ने अपनी मां के बारे में की  बात
बड़ी अम्मा ने हमेशा दिया साथ

सारा अली खान ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि उनके माता-पिता भले ही साथ नहीं रहते लेकिन दादी शर्मिला का रिश्ता उनकी मां के साथ काफी सही है। सारा ने बताया, मेरी मां के पेरेंट्स नहीं हैं लेकिन अगर मुझे या इब्राहिम को कुछ होने लगे तो मुझे पता है कि वह अकेली नहीं होंगी क्योंकि बड़ी अम्मा (शर्मिला) उनके साथ होंगी और यही सब कुछ है।
बुरे वक्त पर होती है रिश्तों की पहचान

सारा ने बताया कि जब जीवन में सफलता मिलती है तो कई सारे चीयरलीडर मिल जाते हैं लेकिन जब सपोर्ट की जरूरत थी तब शर्मिला थीं। सारा बोलीं, मैं जिंदगी में उस दौर से भी गुजरी हूं जब सपोर्ट की जरूरत थी और बड़ी अम्मा उस वक्त आर्मी की तरह आईं। वह मेरे साथ थीं। ऐसे वक्त में आपको असली रिश्तों का पता चलता है। कॉफी विद करण में शर्मिला टैगोर भी बता चुकी हैं कि जब अमृता अलग हुईं तो वह और उनके पति टाइगर पटौदी बेहद परेशान थे। बच्चों के साथ उन्हें बहू के जाने का भी दुख था।


...
...
...
...
...
...
...
...