रायपुर। बलौदाबाजार हिंसा के कारकों में अपना नाम एफआईआर में शामिल होने के बाद पूर्व मंत्री रूद्र गुरु बुधवार दोपहर 1 बजे गिरफ्तारी देने एसएसपी आफिस पहुंचे। उस वक्त एसएसपी संतोष सिंह दफ्तर में नहीं थे। इस पर रूद्र ,एक कुर्सी पर बैठ गए। वे अपनी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं । उनका कहना है कि मुझ पर समाज को उकसाने का आरोप और एफआईआर की गई है । उसके मुताबिक मैं गिरफ्तारी देने आया हूं। पुलिस गिरफ्तार करे।
एसएसपी की अनुपस्थिति में वहां मौजूद मातहत अफसरों ने कहा कि गिरफ्तारी यहां नहीं होती,वे चाहे तो किसी थाने या घटनास्थल बलौदाबाजार जाकर गिरफ्तारी दे सकते हैं। इस पर रूद्र गुरू ने कहा कि मैं तो आ गया हूं गिरफ्तारी देने, वो ले जाए।
पीसीसी चीफ दीपक बैज के द्वारा गठित जांच दल में पहले नाम शामिल कर फिर हटाए जाने पर रूद्र गुरु ने कहा कि यह पार्टी का मामला है। और मैं समाज का नेता हूं। मैने कोई उकसाऊ भाषण नहीं दिया था। बहरहाल दोपहर बाद तक वे वहीं बैठे रहे।
रायपुर। बलौदाबाजार हिंसा के कारकों में अपना नाम एफआईआर में शामिल होने के बाद पूर्व मंत्री रूद्र गुरु बुधवार दोपहर 1 बजे गिरफ्तारी देने एसएसपी आफिस पहुंचे। उस वक्त एसएसपी संतोष सिंह दफ्तर में नहीं थे। इस पर रूद्र ,एक कुर्सी पर बैठ गए। वे अपनी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं । उनका कहना है कि मुझ पर समाज को उकसाने का आरोप और एफआईआर की गई है । उसके मुताबिक मैं गिरफ्तारी देने आया हूं। पुलिस गिरफ्तार करे।
एसएसपी की अनुपस्थिति में वहां मौजूद मातहत अफसरों ने कहा कि गिरफ्तारी यहां नहीं होती,वे चाहे तो किसी थाने या घटनास्थल बलौदाबाजार जाकर गिरफ्तारी दे सकते हैं। इस पर रूद्र गुरू ने कहा कि मैं तो आ गया हूं गिरफ्तारी देने, वो ले जाए।
पीसीसी चीफ दीपक बैज के द्वारा गठित जांच दल में पहले नाम शामिल कर फिर हटाए जाने पर रूद्र गुरु ने कहा कि यह पार्टी का मामला है। और मैं समाज का नेता हूं। मैने कोई उकसाऊ भाषण नहीं दिया था। बहरहाल दोपहर बाद तक वे वहीं बैठे रहे।