कहा : राष्ट्रपति के अभिभाषण पर नीट सहित सभी विषय पर चर्चा की जा सकती थी
रायपुर/नई दिल्ली । लोकसभा में शुक्रवार को कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों की ‘नीट’ परीक्षा में कथित अनियमितता पर चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही सोमवार 1 जुलाई सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। जिसपर रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
सांसद अग्रवाल ने कहा कि आज के दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होनी थी। लेकिन विपक्ष राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा नहीं करना चाहता था। विपक्ष चाहता तो अभिभाषण पर चर्चा में जो भी कहना चाहते वो कह सकते थे। लेकिन कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने नियमों के विरुद्ध जाकर और हंगामा करके लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित करवा दिया। कांग्रेस का मकसद चर्चा करना नहीं है बल्कि हंगामा करना है।
उन्होंने कहा कि 18वीं लोकसभा का यह पहला सत्र है जब देश भर से चुनकर आए नए सांसद भी कार्यवाही को जानना और समझना चाहते हैं। ऐसे समय हंगामा करके लोकसभा की कार्यवाही को बाधित करना सही नहीं है। नीट मामले का राष्ट्रपति जी ने पहले ही अपने भाषण में उल्लेख किया है। लेकिन विपक्ष ने मामले में हंगामा करके देश की जनता की जन आकांक्षा को तोड़कर चर्चा से भाग गए यह निंदनीय है।
कहा : राष्ट्रपति के अभिभाषण पर नीट सहित सभी विषय पर चर्चा की जा सकती थी
रायपुर/नई दिल्ली । लोकसभा में शुक्रवार को कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों की ‘नीट’ परीक्षा में कथित अनियमितता पर चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही सोमवार 1 जुलाई सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। जिसपर रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
सांसद अग्रवाल ने कहा कि आज के दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होनी थी। लेकिन विपक्ष राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा नहीं करना चाहता था। विपक्ष चाहता तो अभिभाषण पर चर्चा में जो भी कहना चाहते वो कह सकते थे। लेकिन कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने नियमों के विरुद्ध जाकर और हंगामा करके लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित करवा दिया। कांग्रेस का मकसद चर्चा करना नहीं है बल्कि हंगामा करना है।
उन्होंने कहा कि 18वीं लोकसभा का यह पहला सत्र है जब देश भर से चुनकर आए नए सांसद भी कार्यवाही को जानना और समझना चाहते हैं। ऐसे समय हंगामा करके लोकसभा की कार्यवाही को बाधित करना सही नहीं है। नीट मामले का राष्ट्रपति जी ने पहले ही अपने भाषण में उल्लेख किया है। लेकिन विपक्ष ने मामले में हंगामा करके देश की जनता की जन आकांक्षा को तोड़कर चर्चा से भाग गए यह निंदनीय है।