ये संकेत बताते हैं घर में लग चुका है वास्तु दोष? तुरंत करें ये 4 उपाय:

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हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का एक अलग स्थान है। घर में वास्तु नियमों का पालन करना बहुत जरूरी होता है नहीं तो वास्तु दोष लग सकता है, जिसकी वजह से घर के सदस्यों को कई परेशानियां झेलनी पड़ सकती है। वास्तु शास्त्र हम भारतीयों के लिए सदियों से घर बनाने का एक खास तरीका रहा है। इसका मुख्य लक्ष्य घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बनाए रखना और सुख-समृद्धि लाना है। वस्तु वह विज्ञान है जो किसी भी स्थान के पंच तत्वों को नियंत्रित करने में मदद करता है। वास्तु के सिद्धांतों को अपनाने से घर में रहने वालों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। वहीं, अगर इन सिद्धांतों का पालन नहीं किया जाए, तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास हो सकता है, जिससे कई तरह की परेशानियां आ सकती हैं। मगर अक्सर ऐसा होता है घर में लोग कई समस्याओं से परेशान रहते हैं, इसका एक कारण घर में वास्तु दोष का होना भी हो सकता है। सरल शब्दों में कहें तो वास्तु दोष के संकेतों के बारे में बहुत कम लोगों को मालूम है। इसलिए आइए इस लेख में समझते हैं कि वास्तु दोष के क्या संकेत हो सकते हैं और इस दोष से बचने के क्या उपाय हैं।

वास्तु दोष के संकेत:

आर्थिक परेशानी: अच्छी कमाई या व्यापार के बावजूद भी पैसा जमा नहीं हो पा रहा हो और खर्चे ज्यादा हो रहे हों, तो यह वास्तु दोष का संकेत हो सकता है।

घर में कलह: घर के लोगों में बिना किसी बड़ी वजह के ही लगातार झगड़े या मनमुटाव होना वास्तु दोष की तरफ इशारा करता है।

स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं: परिवार के सदस्यों को बार-बार बीमारियाँ पड़ना या स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां बनी रहना वास्तु दोष का संकेत हो सकता है।

मुख्य दरवाजे की दिशा: वास्तु के अनुसार, घर का मेन गेट दक्षिण दिशा में होना अशुभ माना जाता है।

वास्तु दोष से बचने के उपाय:

वास्तु शांति पूजा: घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए आप वास्तु शांति पूजा करवा सकते हैं। घर में पूजा करते समय घंटी या शंख जरूरत बजाएं, इससे घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

घर में वास्तु पिरामिड रखें: घर के उत्तर-पूर्व या उत्तर-पश्चिम कोने में चांदी का वास्तु पिरामिड या कोई अन्य चांदी की वस्तु रखें।

मुख्य दरवाजे की दिशा बदलें: अगर संभव हो, तो वास्तु दोष दूर करने के लिए मुख्य दरवाजे की दिशा को दक्षिण से बदलने पर विचार करें। साथ ही मुख्य द्वार पर ओम या स्वास्तिक का निशान बनाएं।

घर में गंगाजल का छिड़काव करें: ये उपाय घर में वास्तु दोष से बचने का ये एक कारगर तरीका है। गंगाजल घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है।


हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का एक अलग स्थान है। घर में वास्तु नियमों का पालन करना बहुत जरूरी होता है नहीं तो वास्तु दोष लग सकता है, जिसकी वजह से घर के सदस्यों को कई परेशानियां झेलनी पड़ सकती है। वास्तु शास्त्र हम भारतीयों के लिए सदियों से घर बनाने का एक खास तरीका रहा है। इसका मुख्य लक्ष्य घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बनाए रखना और सुख-समृद्धि लाना है। वस्तु वह विज्ञान है जो किसी भी स्थान के पंच तत्वों को नियंत्रित करने में मदद करता है। वास्तु के सिद्धांतों को अपनाने से घर में रहने वालों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। वहीं, अगर इन सिद्धांतों का पालन नहीं किया जाए, तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास हो सकता है, जिससे कई तरह की परेशानियां आ सकती हैं। मगर अक्सर ऐसा होता है घर में लोग कई समस्याओं से परेशान रहते हैं, इसका एक कारण घर में वास्तु दोष का होना भी हो सकता है। सरल शब्दों में कहें तो वास्तु दोष के संकेतों के बारे में बहुत कम लोगों को मालूम है। इसलिए आइए इस लेख में समझते हैं कि वास्तु दोष के क्या संकेत हो सकते हैं और इस दोष से बचने के क्या उपाय हैं।

वास्तु दोष के संकेत:

आर्थिक परेशानी: अच्छी कमाई या व्यापार के बावजूद भी पैसा जमा नहीं हो पा रहा हो और खर्चे ज्यादा हो रहे हों, तो यह वास्तु दोष का संकेत हो सकता है।

घर में कलह: घर के लोगों में बिना किसी बड़ी वजह के ही लगातार झगड़े या मनमुटाव होना वास्तु दोष की तरफ इशारा करता है।

स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं: परिवार के सदस्यों को बार-बार बीमारियाँ पड़ना या स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां बनी रहना वास्तु दोष का संकेत हो सकता है।

मुख्य दरवाजे की दिशा: वास्तु के अनुसार, घर का मेन गेट दक्षिण दिशा में होना अशुभ माना जाता है।

वास्तु दोष से बचने के उपाय:

वास्तु शांति पूजा: घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए आप वास्तु शांति पूजा करवा सकते हैं। घर में पूजा करते समय घंटी या शंख जरूरत बजाएं, इससे घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

घर में वास्तु पिरामिड रखें: घर के उत्तर-पूर्व या उत्तर-पश्चिम कोने में चांदी का वास्तु पिरामिड या कोई अन्य चांदी की वस्तु रखें।

मुख्य दरवाजे की दिशा बदलें: अगर संभव हो, तो वास्तु दोष दूर करने के लिए मुख्य दरवाजे की दिशा को दक्षिण से बदलने पर विचार करें। साथ ही मुख्य द्वार पर ओम या स्वास्तिक का निशान बनाएं।

घर में गंगाजल का छिड़काव करें: ये उपाय घर में वास्तु दोष से बचने का ये एक कारगर तरीका है। गंगाजल घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है।


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