छाती में दर्द डरावना हो सकता है, आपको यह भी चिंता हो सकती है कि आपको दिल का दौरा पड़ रहा है। लेकिन हो सकता है कि आपको जो दर्द हो रहा है वह वास्तव में आपके किसी अंग से न आ रहा हो। इस तरह के दर्द के कई कारण हो सकते है जो शायद आपकी दैनिक गतिविधि को भी प्रभावित कर सकते है। चाहे मांसपेशियों में खिंचाव, सूजन, फ्रैक्चर या कोई और स्वास्थ्य समस्याओं के कारण दर्द हो, पसलियों में दर्द के लिए जिम्मेदार कारकों को समझना बहुत ज़रूरी है।
पसलियों में दर्द होने के क्या कारण हो सकते हैं - डॉ. सुभाष धीवरे ने इस बारे में ज्यादा जानकारी दी, डॉ. सुभाष कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल, नवी मुंबई में ऑर्थोपेडिक्स है। वो बताते है कि आपकी पसलियों में दर्द कई स्थितियों के कारण हो सकता है, और क्योंकि इसके कारण बहुत अलग-अलग हैं, इसलिए आपके लिए उचित उपचार करवाना बहुत ज़रूरी है।
मांसपेशियों में खिंचाव - अत्यधिक परिश्रम, भारी वजन उठाना या छाती की मांसपेशियों में अचानक संकुचन मांसपेशियों में खिंचाव पैदा कर सकता है। इससे भी आपके पसलियों में दर्द हो सकता है।
इसके कारण आपको दर्द होता है और जब आप हिलते हैं या गहरी सांस लेते हैं तो दर्द का अनुभव होता है। इस समस्या से राहत पाने के लिए, आराम करें, बर्फ लगाएं और दर्द निवारक जैसी ओवर-द-काउंटर दवाएं लें।
कोस्टोकॉन्ड्राइटिस - पसलियों को सेटरम से जोड़ने वाली उपास्थि की सूजन के कारण दर्द होता है और अक्सर इसे दिल का दौरा समझ लिया जाता है। लक्षणों को आराम, सूजन-रोधी दवाओं और गर्म चीज से सेकने से नियंत्रित किया जा सकता है। ऐसी हरकतों से दूर रहें जो दर्द को बढ़ाती हैं और इसके ठीक होने का इंतज़ार करें। यातायात दुर्घटनाओं या गिरने से होने वाली चोट पसलियों में फ्रैक्चर का कारण बन सकती है।
इसमें ऐसा दर्द होता है जैसे आपको किसी ने छुरा घोंपा हो, और हिलने-डुलने या सांस लेने पर यह और भी बदतर हो जाता है। किसी डॉक्टर से जांच करवाएं। उपचार आमतौर पर दर्द नियंत्रण, आराम और उन गतिविधियों से बचने के साथ किया जाता है जो टूटी हुई पसली, पसली बेल्ट को बढ़ा सकती हैं।
प्लुरिसी - यह आपके फेफड़ों के चारों ओर की परत की सूजन है और जब आप सांस लेते हैं तो यह तेज दर्द का कारण बनता है। समस्या अक्सर संक्रमण के कारण होती है या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण हो सकती है।
एसिड रिफ्लक्स या गॉल ब्लैडर की समस्याएं - इनमें से किसी भी कारण से दर्द हो सकता है जो ऐसा महसूस करा सकता है कि यह दाहिनी पसली के केज के नीचे है। इन लक्षणों को जीवनशैली में बदलाव और आहार समायोजन के साथ-साथ डॉक्टर के द्वारा बताई गई दवाओं से कम किया जा सकता है
फाइब्रोमायल्जिया - यह दीर्घकालिक, मस्कुलोस्केलेटल पेन डिस्ऑर्डर रिब्स कोज में दर्द पैदा कर सकता है। इन लक्षणों का उपचार दवाओं, भौतिक चिकित्सा और तनाव कम करने की तकनीकों के माध्यम से किया जाता है।
अगर पसलियों में दर्द हो रहा तो क्या हो सकता है इसका उपचार
आराम करें और ट्रिगर करने वाली गतिविधियों से बचें– पसलियों को ठीक होने के लिए समय देना रिकवरी के लिए ज़रूरी है।
दर्द की दवाएं– इबुप्रोफ़ेन या एसिटामिनोफ़ेन जैसी ओवर-द-काउंटर पेन किलर दवाएं दर्द को प्रबंधित करने में मदद कर सकती हैं।
फिजिकल थेरेपी– हल्के व्यायाम और स्ट्रेच रिकवरी में मदद कर सकते हैं और अकड़न को रोक सकते हैं।
हीट या आइस थेरेपी– प्रभावित क्षेत्र पर हीट या बर्फ लगाने से दर्द कम हो सकता है और सूजन कम हो सकती है।
ब्रेसिंग– फ्रैक्चर या गंभीर दर्द के मामलों में, रिब बेल्ट या ब्रेस का उपयोग करके सहायता मिल सकती है।
डॉक्टर से कब मिलना चाहिए
अगर पसलियों में दर्द बहुत ज़्यादा है, जो साधारण दर्द निवारक/पेन किलर से ठीक नहीं हो रहा है या सांस लेने में कठिनाई या चक्कर आने जैसे अन्य लक्षण भी हैं, तो यह कुछ ज़्यादा गंभीर हो सकता है – जैसे कि हृदय संबंधी समस्याएं। इसलिए जल्दी से जल्दी डॉक्टर से सलाह लें।
उदाहरण के लिए, आपको पसलियों में दर्द होता है, तो इस चोट का ठीक से इलाज करने की कुंजी यह समझना है कि सबसे पहले इसका कारण क्या था और फिर तेज़ी से ठीक होने के लिए उसके अनुसार इलाज करें ताकि आपके पसलियों के दर्द को जल्दी से ठीक करके आप फिर से सामान्य गतिविधियों में वापस आ सकें।
छाती में दर्द डरावना हो सकता है, आपको यह भी चिंता हो सकती है कि आपको दिल का दौरा पड़ रहा है। लेकिन हो सकता है कि आपको जो दर्द हो रहा है वह वास्तव में आपके किसी अंग से न आ रहा हो। इस तरह के दर्द के कई कारण हो सकते है जो शायद आपकी दैनिक गतिविधि को भी प्रभावित कर सकते है। चाहे मांसपेशियों में खिंचाव, सूजन, फ्रैक्चर या कोई और स्वास्थ्य समस्याओं के कारण दर्द हो, पसलियों में दर्द के लिए जिम्मेदार कारकों को समझना बहुत ज़रूरी है।
पसलियों में दर्द होने के क्या कारण हो सकते हैं - डॉ. सुभाष धीवरे ने इस बारे में ज्यादा जानकारी दी, डॉ. सुभाष कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल, नवी मुंबई में ऑर्थोपेडिक्स है। वो बताते है कि आपकी पसलियों में दर्द कई स्थितियों के कारण हो सकता है, और क्योंकि इसके कारण बहुत अलग-अलग हैं, इसलिए आपके लिए उचित उपचार करवाना बहुत ज़रूरी है।
मांसपेशियों में खिंचाव - अत्यधिक परिश्रम, भारी वजन उठाना या छाती की मांसपेशियों में अचानक संकुचन मांसपेशियों में खिंचाव पैदा कर सकता है। इससे भी आपके पसलियों में दर्द हो सकता है।
इसके कारण आपको दर्द होता है और जब आप हिलते हैं या गहरी सांस लेते हैं तो दर्द का अनुभव होता है। इस समस्या से राहत पाने के लिए, आराम करें, बर्फ लगाएं और दर्द निवारक जैसी ओवर-द-काउंटर दवाएं लें।
कोस्टोकॉन्ड्राइटिस - पसलियों को सेटरम से जोड़ने वाली उपास्थि की सूजन के कारण दर्द होता है और अक्सर इसे दिल का दौरा समझ लिया जाता है। लक्षणों को आराम, सूजन-रोधी दवाओं और गर्म चीज से सेकने से नियंत्रित किया जा सकता है। ऐसी हरकतों से दूर रहें जो दर्द को बढ़ाती हैं और इसके ठीक होने का इंतज़ार करें। यातायात दुर्घटनाओं या गिरने से होने वाली चोट पसलियों में फ्रैक्चर का कारण बन सकती है।
इसमें ऐसा दर्द होता है जैसे आपको किसी ने छुरा घोंपा हो, और हिलने-डुलने या सांस लेने पर यह और भी बदतर हो जाता है। किसी डॉक्टर से जांच करवाएं। उपचार आमतौर पर दर्द नियंत्रण, आराम और उन गतिविधियों से बचने के साथ किया जाता है जो टूटी हुई पसली, पसली बेल्ट को बढ़ा सकती हैं।
प्लुरिसी - यह आपके फेफड़ों के चारों ओर की परत की सूजन है और जब आप सांस लेते हैं तो यह तेज दर्द का कारण बनता है। समस्या अक्सर संक्रमण के कारण होती है या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण हो सकती है।
एसिड रिफ्लक्स या गॉल ब्लैडर की समस्याएं - इनमें से किसी भी कारण से दर्द हो सकता है जो ऐसा महसूस करा सकता है कि यह दाहिनी पसली के केज के नीचे है। इन लक्षणों को जीवनशैली में बदलाव और आहार समायोजन के साथ-साथ डॉक्टर के द्वारा बताई गई दवाओं से कम किया जा सकता है
फाइब्रोमायल्जिया - यह दीर्घकालिक, मस्कुलोस्केलेटल पेन डिस्ऑर्डर रिब्स कोज में दर्द पैदा कर सकता है। इन लक्षणों का उपचार दवाओं, भौतिक चिकित्सा और तनाव कम करने की तकनीकों के माध्यम से किया जाता है।
अगर पसलियों में दर्द हो रहा तो क्या हो सकता है इसका उपचार
आराम करें और ट्रिगर करने वाली गतिविधियों से बचें– पसलियों को ठीक होने के लिए समय देना रिकवरी के लिए ज़रूरी है।
दर्द की दवाएं– इबुप्रोफ़ेन या एसिटामिनोफ़ेन जैसी ओवर-द-काउंटर पेन किलर दवाएं दर्द को प्रबंधित करने में मदद कर सकती हैं।
फिजिकल थेरेपी– हल्के व्यायाम और स्ट्रेच रिकवरी में मदद कर सकते हैं और अकड़न को रोक सकते हैं।
हीट या आइस थेरेपी– प्रभावित क्षेत्र पर हीट या बर्फ लगाने से दर्द कम हो सकता है और सूजन कम हो सकती है।
ब्रेसिंग– फ्रैक्चर या गंभीर दर्द के मामलों में, रिब बेल्ट या ब्रेस का उपयोग करके सहायता मिल सकती है।
डॉक्टर से कब मिलना चाहिए
अगर पसलियों में दर्द बहुत ज़्यादा है, जो साधारण दर्द निवारक/पेन किलर से ठीक नहीं हो रहा है या सांस लेने में कठिनाई या चक्कर आने जैसे अन्य लक्षण भी हैं, तो यह कुछ ज़्यादा गंभीर हो सकता है – जैसे कि हृदय संबंधी समस्याएं। इसलिए जल्दी से जल्दी डॉक्टर से सलाह लें।
उदाहरण के लिए, आपको पसलियों में दर्द होता है, तो इस चोट का ठीक से इलाज करने की कुंजी यह समझना है कि सबसे पहले इसका कारण क्या था और फिर तेज़ी से ठीक होने के लिए उसके अनुसार इलाज करें ताकि आपके पसलियों के दर्द को जल्दी से ठीक करके आप फिर से सामान्य गतिविधियों में वापस आ सकें।