अमेरिकी टेक्नोलॉजी फर्म क्वालकॉम के साथ मिलकर
रिलायंस जियो ने अमेरिका में अपनी 5G टेक्नोलॉजी का सफल परीक्षण किया है।
अमेरिका के सैन डिएगो में हुए एक वर्चुअल इवेंट में यह घोषणा की गई।
रिलायंस जियो के प्रेसिडेंट मैथ्यू ओमान ने क्वालकॉम इवेंट में कहा कि
क्वालकॉम और रिलायंस की सब्सिडियरी कंपनी रेडिसिस के साथ मिलकर हम 5G
टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे हैं, ताकि भारत में इसे जल्द लॉन्च किया जा सके।
जियो के इस कदम से चीनी कंपनी हुवावे को दुनियाभर में कड़ी चुनौती मिल सकती
है।
1Gbps तक की स्पीड मिलेगी
जियो
और क्वालकॉम ने ऐलान किया कि उन्होंने रिलायंस जियो 5GNR सॉल्यूशंस और
क्वालकॉम 5G RAN प्लेटफॉर्म पर 1Gbps से ज्यादा स्पीड हासिल कर ली है। अभी
दुनियाभर में अमेरिका, साउथ कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, स्विट्जरलैंड और जर्मनी
जैसे देशों के 5G ग्राहकों को 1Gbps इंटरनेट स्पीड की सुविधा मिल रही है।
अब जल्द ही यह सुविधा भारत में भी मिलेगी।
कई देशों ने हुवावे पर प्रतिबंध लगाया
कोरोनावायरस
के चलते बहुत से देशों ने चीनी कंपनी हुवावे प्रतिबंध लगा दिया है। हुवावे
5G तकनीक विकसित करने वाली चीनी कंपनी है। 5G टेक्नोलॉजी के सफल परीक्षण
के बाद अब रिलायंस जियो दुनियाभर में चीनी कंपनी की जगह ले सकता है।
इन देशों में मिल रही 5G सर्विस
दक्षिण
कोरिया, चीन और यूनाइटेड स्टेट्स में सबसे पहले 5G सर्विस की शुरुआत हुई
थी। भारत में भले ही अभी 5G की टेस्टिंग शुरू होने की तैयारी हो रही हो,
लेकिन ये सर्विस दुनियाभर के 68 देशों या उनकी सीमा पर शुरू हो चुकी है।
इसमें श्रीलंका, ओमान, फिलीपींस, न्यूजीलैंड जैसे कई छोटे देश भी शामिल
हैं।
5G सर्विस देने वाली कंपनियां
दुनियाभर में अब 5G
ऑपरेटर्स की लिस्ट में दर्जनों कंपनियां शामिल हो चुकी हैं। हालांकि, सबसे
पहले AT&T, केटी कॉर्पोरेशन और चाइना मोबाइल ने 5G वायरलेस टेक्नोलॉजी
की शुरुआत की थी। भारत में रिलायंस जियो के साथ एयरटेल ने भी 5G टेक्नोलॉजी
के ऊपर काम करना शुरू कर दिया है।
5G पर इंटरनेट स्पीड कितनी मिल रही?
5G यानी 5th
जनरेशन स्पीड। 5G नेटवर्क पर इंटरनेट स्पीड 4G की तुलना में कई गुना तेज हो
जाती है। हाल ही में इंटरनेट स्पीड को टेस्ट करने वाली कंपनी ओपनसिग्नल ने
5G नेटवर्क से जुड़ी रिपोर्ट पेश की है। इसके मुताबिक, दुनिया में सबसे
तेज 5G डाउनलोड स्पीड सऊदी अरब में है। सऊदी अरब में 5G नेटवर्क पर एवरेज
डाउनलोड स्पीड 377.2 Mbps है। वहां पर 4G डाउनलोड स्पीड 30.1 Mbps है, जो
5G की तुलना में 12.5 गुना कम है। हालांकि, रिलायंस जियो ने भारत में 5G
नेटवर्क पर 1Gbps स्पीड देने की बात कही है।
इसे इस तरह भी समझा जा सकता है कि 377.2 Mbps डाउनलोड
स्पीड से 1 सेकंड में 377.2 MB डेटा डाउनलोड किया जा सकता है। यानी 1GB की
कोई मूवी 3 सेकंड से भी कम वक्त में डाउनलोड हो जाएगी। सेल्फ ड्राइविंग
कारों में जिस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है वो 5G पर काम करती
है।
5G सर्विस की कीमत
सबसे
जरूरी बात कि 5G नेटवर्क का इस्तेमाल करने के लिए ग्राहकों को कितने रुपए
खर्च करने होंगे। यूं तो सभी देशों में 5G सर्विस के प्लान की कीमत अलग-अलग
है, लेकिन हम यहां चीन की अलग-अलग कंपनियों के प्लान के बारे में बता रहे
हैं।
यानी चीन में 1GB 5G डाटा की न्यूनतम कीमत 47 रुपए तक
है। हालांकि, जब ज्यादा GB डाटा वाला प्लान लिया जाता है तब इसकी कीमत कम
हो जाती है। जैसे, चाइना टेलीकॉम के 300GB 5G डाटा प्लान की कीमत 599 येन
(करीब 6620 रुपए) है। इस प्लान में 1GB 5G डाटा की कीमत करीब 11 रुपए हो
जाती है, लेकिन ये प्लान आम ग्राहक के बजट से बाहर है।
भारत में 4G से कई गुना महंगी हो सकती है 5G सर्विस
भारत
में अब तक 5G सर्विस शुरू नहीं हुई है। सर्विस शुरू होने के बाद ही इसके
प्लान की डिटेल सामने आएगी। हालांकि, ऐसा माना जा रहा है कि यहां पर इन
प्लान की कीमत 4G प्लान की तुलना में 10 गुना तक ज्यादा होगी। जैसे, 28 दिन
तक डेली 4G डाटा वाले प्लान की कीमत 199 रुपए है, तब इसके 5G प्लान की
कीमत 1500 रुपए या उससे भी ऊपर जा सकती है। हालांकि, शुरुआत में ग्राहकों
को लुभाने और 5G नेटवर्क पर लाने के लिए टेलीकॉम कंपनियों की तरफ से कई
ऑफर्स मिल सकते हैं।
जुलाई में ही की थी 5G की घोषणा
लगभग
3 महीने पहले 15 जुलाई को रिलायंस की एजीएम में मुकेश अंबानी ने 5G
टेक्नोलॉजी के बारे में घोषणा की थी। घरेलू संसाधनों का इस्तेमाल कर विकसित
की गई इस तकनीक को देश को सौंपते हुए मुकेश अंबानी ने कहा था कि 5G
स्पेक्ट्रम उपलब्ध होते ही रिलायंस जियो 5G तकनीक की टेस्टिंग के लिए तैयार
है, और 5G तकनीक की सफल टेस्टिंग के बाद इस तकनीक के निर्यात पर रिलायंस
जोर देगा।
भारत में अभी तक 5G टेस्टिंग के लिए स्पेक्ट्रम उपलब्ध नहीं
भारत
में अभी तक 5G तकनीक की टेस्टिंग के लिए स्पेक्ट्रम उपलब्ध नहीं हो पाया
है, लेकिन अमेरिका में रिलायंस जियो की 5G टेक्नोलॉजी का सफल परीक्षण कर
लिया गया। तकनीक ने सभी पैरामीटर पर अपने को बेहतरीन साबित किया है।
क्वालकॉम के वाइस प्रेसिडेंट दुर्गा मल्लदी ने कहा कि हम जियो के साथ मिलकर
कई तरह के सॉल्यूशन तैयार कर रहे हैं।
अमेरिकी टेक्नोलॉजी फर्म क्वालकॉम के साथ मिलकर
रिलायंस जियो ने अमेरिका में अपनी 5G टेक्नोलॉजी का सफल परीक्षण किया है।
अमेरिका के सैन डिएगो में हुए एक वर्चुअल इवेंट में यह घोषणा की गई।
रिलायंस जियो के प्रेसिडेंट मैथ्यू ओमान ने क्वालकॉम इवेंट में कहा कि
क्वालकॉम और रिलायंस की सब्सिडियरी कंपनी रेडिसिस के साथ मिलकर हम 5G
टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे हैं, ताकि भारत में इसे जल्द लॉन्च किया जा सके।
जियो के इस कदम से चीनी कंपनी हुवावे को दुनियाभर में कड़ी चुनौती मिल सकती
है।
1Gbps तक की स्पीड मिलेगी
जियो
और क्वालकॉम ने ऐलान किया कि उन्होंने रिलायंस जियो 5GNR सॉल्यूशंस और
क्वालकॉम 5G RAN प्लेटफॉर्म पर 1Gbps से ज्यादा स्पीड हासिल कर ली है। अभी
दुनियाभर में अमेरिका, साउथ कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, स्विट्जरलैंड और जर्मनी
जैसे देशों के 5G ग्राहकों को 1Gbps इंटरनेट स्पीड की सुविधा मिल रही है।
अब जल्द ही यह सुविधा भारत में भी मिलेगी।
कई देशों ने हुवावे पर प्रतिबंध लगाया
कोरोनावायरस
के चलते बहुत से देशों ने चीनी कंपनी हुवावे प्रतिबंध लगा दिया है। हुवावे
5G तकनीक विकसित करने वाली चीनी कंपनी है। 5G टेक्नोलॉजी के सफल परीक्षण
के बाद अब रिलायंस जियो दुनियाभर में चीनी कंपनी की जगह ले सकता है।
इन देशों में मिल रही 5G सर्विस
दक्षिण
कोरिया, चीन और यूनाइटेड स्टेट्स में सबसे पहले 5G सर्विस की शुरुआत हुई
थी। भारत में भले ही अभी 5G की टेस्टिंग शुरू होने की तैयारी हो रही हो,
लेकिन ये सर्विस दुनियाभर के 68 देशों या उनकी सीमा पर शुरू हो चुकी है।
इसमें श्रीलंका, ओमान, फिलीपींस, न्यूजीलैंड जैसे कई छोटे देश भी शामिल
हैं।
5G सर्विस देने वाली कंपनियां
दुनियाभर में अब 5G
ऑपरेटर्स की लिस्ट में दर्जनों कंपनियां शामिल हो चुकी हैं। हालांकि, सबसे
पहले AT&T, केटी कॉर्पोरेशन और चाइना मोबाइल ने 5G वायरलेस टेक्नोलॉजी
की शुरुआत की थी। भारत में रिलायंस जियो के साथ एयरटेल ने भी 5G टेक्नोलॉजी
के ऊपर काम करना शुरू कर दिया है।
5G पर इंटरनेट स्पीड कितनी मिल रही?
5G यानी 5th
जनरेशन स्पीड। 5G नेटवर्क पर इंटरनेट स्पीड 4G की तुलना में कई गुना तेज हो
जाती है। हाल ही में इंटरनेट स्पीड को टेस्ट करने वाली कंपनी ओपनसिग्नल ने
5G नेटवर्क से जुड़ी रिपोर्ट पेश की है। इसके मुताबिक, दुनिया में सबसे
तेज 5G डाउनलोड स्पीड सऊदी अरब में है। सऊदी अरब में 5G नेटवर्क पर एवरेज
डाउनलोड स्पीड 377.2 Mbps है। वहां पर 4G डाउनलोड स्पीड 30.1 Mbps है, जो
5G की तुलना में 12.5 गुना कम है। हालांकि, रिलायंस जियो ने भारत में 5G
नेटवर्क पर 1Gbps स्पीड देने की बात कही है।
इसे इस तरह भी समझा जा सकता है कि 377.2 Mbps डाउनलोड
स्पीड से 1 सेकंड में 377.2 MB डेटा डाउनलोड किया जा सकता है। यानी 1GB की
कोई मूवी 3 सेकंड से भी कम वक्त में डाउनलोड हो जाएगी। सेल्फ ड्राइविंग
कारों में जिस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है वो 5G पर काम करती
है।
5G सर्विस की कीमत
सबसे
जरूरी बात कि 5G नेटवर्क का इस्तेमाल करने के लिए ग्राहकों को कितने रुपए
खर्च करने होंगे। यूं तो सभी देशों में 5G सर्विस के प्लान की कीमत अलग-अलग
है, लेकिन हम यहां चीन की अलग-अलग कंपनियों के प्लान के बारे में बता रहे
हैं।
यानी चीन में 1GB 5G डाटा की न्यूनतम कीमत 47 रुपए तक
है। हालांकि, जब ज्यादा GB डाटा वाला प्लान लिया जाता है तब इसकी कीमत कम
हो जाती है। जैसे, चाइना टेलीकॉम के 300GB 5G डाटा प्लान की कीमत 599 येन
(करीब 6620 रुपए) है। इस प्लान में 1GB 5G डाटा की कीमत करीब 11 रुपए हो
जाती है, लेकिन ये प्लान आम ग्राहक के बजट से बाहर है।
भारत में 4G से कई गुना महंगी हो सकती है 5G सर्विस
भारत
में अब तक 5G सर्विस शुरू नहीं हुई है। सर्विस शुरू होने के बाद ही इसके
प्लान की डिटेल सामने आएगी। हालांकि, ऐसा माना जा रहा है कि यहां पर इन
प्लान की कीमत 4G प्लान की तुलना में 10 गुना तक ज्यादा होगी। जैसे, 28 दिन
तक डेली 4G डाटा वाले प्लान की कीमत 199 रुपए है, तब इसके 5G प्लान की
कीमत 1500 रुपए या उससे भी ऊपर जा सकती है। हालांकि, शुरुआत में ग्राहकों
को लुभाने और 5G नेटवर्क पर लाने के लिए टेलीकॉम कंपनियों की तरफ से कई
ऑफर्स मिल सकते हैं।
जुलाई में ही की थी 5G की घोषणा
लगभग
3 महीने पहले 15 जुलाई को रिलायंस की एजीएम में मुकेश अंबानी ने 5G
टेक्नोलॉजी के बारे में घोषणा की थी। घरेलू संसाधनों का इस्तेमाल कर विकसित
की गई इस तकनीक को देश को सौंपते हुए मुकेश अंबानी ने कहा था कि 5G
स्पेक्ट्रम उपलब्ध होते ही रिलायंस जियो 5G तकनीक की टेस्टिंग के लिए तैयार
है, और 5G तकनीक की सफल टेस्टिंग के बाद इस तकनीक के निर्यात पर रिलायंस
जोर देगा।
भारत में अभी तक 5G टेस्टिंग के लिए स्पेक्ट्रम उपलब्ध नहीं
भारत
में अभी तक 5G तकनीक की टेस्टिंग के लिए स्पेक्ट्रम उपलब्ध नहीं हो पाया
है, लेकिन अमेरिका में रिलायंस जियो की 5G टेक्नोलॉजी का सफल परीक्षण कर
लिया गया। तकनीक ने सभी पैरामीटर पर अपने को बेहतरीन साबित किया है।
क्वालकॉम के वाइस प्रेसिडेंट दुर्गा मल्लदी ने कहा कि हम जियो के साथ मिलकर
कई तरह के सॉल्यूशन तैयार कर रहे हैं।