सत्य, अहिंसा और भाईचारे का प्रतीक है तिरंगा: खड़गे:

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नयी दिल्ली,  कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज यहां पार्टी मुख्यालय में तिरंगा फहराया और कहा कि तिरंगा हमारा आत्मसम्मान एवं स्वाभिमान है तथा सत्य, अहिंसा और भाईचारे की परंपरा का प्रतीक है।

श्री खड़गे ने इस अवसर पर देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ दी और कहा, “हम अपने लाखों महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करते हुए उन्हें सादर नमन करते हैं। लोकतंत्र और संविधान ही हमारे 140 करोड़ भारतीयों का सबसे बड़ा रक्षा कवच है। आख़िरी दम तक हम इसकी हिफ़ाज़त करेंगे।”

उन्होंने लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका को अहम बताया और कहा, “विपक्ष लोकतंत्र का ऑक्सीजन जैसा है। सरकार के असंवैधानिक रवैये को रोकने के साथ वह जनता की बात उठाता है। यह चिंता की बात है कि संवैधानिक और स्वायत्त संस्थाओं को सरकार ने कठपुतली बना दिया है। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का सपना था अनेकता में एकता बनी रहे, लेकिन कुछ ताकतें देश पर अपने विचार ज़बरदस्ती थोप कर हमारे भाईचारे को समाप्त करने में लगी हैं। इसलिए जरूरी है कि हम सब संविधान में दिए गए अभिव्यक्ति, जीवन, खान-पान, पहनावे, पूजा- पद्धति और किसी भी हिस्से में आने-जाने की आज़ादी के प्रति सजग रहें।”

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “मैं कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के नाते तमाम देशवासियों को यक़ीन दिलाना चाहता हूँ कि हम बेरोज़गारी, महंगाई, गरीबी, भ्रष्टाचार और गैर-बराबरी के खिलाफ़ लड़ते रहेंगे। संविधान की रक्षा के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार रहें। यही हमारे पूर्वजों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जय हिंद।”


नयी दिल्ली,  कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज यहां पार्टी मुख्यालय में तिरंगा फहराया और कहा कि तिरंगा हमारा आत्मसम्मान एवं स्वाभिमान है तथा सत्य, अहिंसा और भाईचारे की परंपरा का प्रतीक है।

श्री खड़गे ने इस अवसर पर देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ दी और कहा, “हम अपने लाखों महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करते हुए उन्हें सादर नमन करते हैं। लोकतंत्र और संविधान ही हमारे 140 करोड़ भारतीयों का सबसे बड़ा रक्षा कवच है। आख़िरी दम तक हम इसकी हिफ़ाज़त करेंगे।”

उन्होंने लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका को अहम बताया और कहा, “विपक्ष लोकतंत्र का ऑक्सीजन जैसा है। सरकार के असंवैधानिक रवैये को रोकने के साथ वह जनता की बात उठाता है। यह चिंता की बात है कि संवैधानिक और स्वायत्त संस्थाओं को सरकार ने कठपुतली बना दिया है। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का सपना था अनेकता में एकता बनी रहे, लेकिन कुछ ताकतें देश पर अपने विचार ज़बरदस्ती थोप कर हमारे भाईचारे को समाप्त करने में लगी हैं। इसलिए जरूरी है कि हम सब संविधान में दिए गए अभिव्यक्ति, जीवन, खान-पान, पहनावे, पूजा- पद्धति और किसी भी हिस्से में आने-जाने की आज़ादी के प्रति सजग रहें।”

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “मैं कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के नाते तमाम देशवासियों को यक़ीन दिलाना चाहता हूँ कि हम बेरोज़गारी, महंगाई, गरीबी, भ्रष्टाचार और गैर-बराबरी के खिलाफ़ लड़ते रहेंगे। संविधान की रक्षा के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार रहें। यही हमारे पूर्वजों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जय हिंद।”


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