मैट्स विश्वविद्यालय मुख्यपरिसर गुल्लू आरंग में मैट्स कॉलेज में प्रवेश लिए नवप्रवेशी विद्यार्थियों हेतु शिक्षा मंत्रालय के दिशानिर्देश अनुसार दीक्षाआरंभ कार्यक्रम की भव्य शुरुआत की गई जो लगातार सात दिनों तक चलेगा जिसमे विद्यार्थियों को स्कूल शिक्षा से उच्च शिक्षा में जोड़ने एवम उनको उस परिवेश में ढालने के साथ नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों के साथ जोड़ने पर कार्य किया जाएगा।
मैट्स विश्वविद्यालय मुख्य परिसर में संचालित मैट्स कॉलेज विशेष रूप से ग्रामीण अंचल में निवासरत आर्थिक रूप से वंचित वर्ग के विद्यार्थियों हेतु शिक्षा के क्षेत्र में एक संजीवनी की भांति है जिसमे उन्हें विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया द्वारा प्रदत्त चांसलर स्कालरशिप फ्री बस सेवा वातानुकूलित क्लासरूम एवम उच्च प्रशिक्षित शिक्षकों के अलावा समस्त प्रकार की सुविधा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु उपलब्ध कराया गया है।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती माता की पूजा अर्चना के साथ की गई तत्पश्चात राजकीय गीत का गायन किया गया एवम नवप्रवेशी विद्यार्थियों तथा अतिथियों का स्वागत तिलक लगाकर किया गया । स्वागत गीत के माध्यम से तथा प्राचीन काल से चली आ रही आतिथ्य भेंट उपरांत कार्यक्रम की शुरुआती उद्बोधन में मैट्स कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर ए जे खान ने बताया कि मैट्स कॉलेज आदरणीय श्री गजराज पगारिया महोदय का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है एवम यहां अध्ययन करने वाले ग्रामीण अंचल के विद्यार्थियों के स्वर्णिम जीवन की आधारशिला है आदरणीय कुलाधिपति महोदय ने अभी तक करोड़ों रुपए इन विद्यार्थियों के अध्ययन की सुविधाओ पर लगाए है ताकि वे विद्यार्थी एवम उनका परिवार आर्थिक एवम सामाजिक पृष्ठभूमि से मजबूत हो सके इस उद्बोधन में प्राचार्य ने रोचक प्रसंगों के माध्यम से विद्यार्थियों एवम उपस्थित सभाजनो को मंत्रमुग्ध किया ।
तत्पश्चात विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री गोकुलानंद पंडा ने विद्यार्थियों को उच्चशिक्षा एवम स्कूली शिक्षा के मध्य भेद को स्पष्ट किया एवम उन्होंने विद्यार्थियों को आगे बढ़ने का गुरुमंत्र प्रदान किया। कार्यक्रम के अग्रिम कड़ी में मैट्स विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर के पी यादव ने विद्यार्थियों को उनके विद्यार्थी जीवन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कड़ी मेहनत करने और नूतन प्रयोग पर ध्यान देने की बात कही गई। मैट्स विश्वविद्यालय के महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए शुभाशीष प्रदान किया। तत्पश्चात मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों को मैट्स विश्वविद्यालय में उनके प्रथम दिवस पर उनका उत्साहवर्धन करते हुए अनेक प्रेरक प्रसंगों के माध्यम से शिक्षा अर्जन कर अपने परिवार एवम विश्वविद्यालय का नाम रोशन करने का संदेश दिया उन्होंने कड़ी मेहनत का कोई दूसरा विकल्प नहीं है इस पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी पर भी ध्यान देने एवम विश्वविद्यालय में उनके लिए आवश्यक साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान के साथ हुआ इस अवसर पर मैट्स विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष शिक्षकवृंद तथा विश्वविद्यालय प्रशासन के कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अयंतिका पॉल एवम सुश्री सुमन साहू ने किया । इस कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन मैट्स कॉलेज के सहायक प्राध्यापक उमेश कुमार साहू के द्वारा किया गया। मैट्स कॉलेज के वरिष्ठ विद्यार्थियों एवम स्टॉफ के सहयोग से सप्तदिवसीय दीक्षाआरंभ का प्रथम दिवसीय कार्यक्रम सफल रूप से आयोजित हुआ ।
मैट्स विश्वविद्यालय मुख्यपरिसर गुल्लू आरंग में मैट्स कॉलेज में प्रवेश लिए नवप्रवेशी विद्यार्थियों हेतु शिक्षा मंत्रालय के दिशानिर्देश अनुसार दीक्षाआरंभ कार्यक्रम की भव्य शुरुआत की गई जो लगातार सात दिनों तक चलेगा जिसमे विद्यार्थियों को स्कूल शिक्षा से उच्च शिक्षा में जोड़ने एवम उनको उस परिवेश में ढालने के साथ नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों के साथ जोड़ने पर कार्य किया जाएगा।
मैट्स विश्वविद्यालय मुख्य परिसर में संचालित मैट्स कॉलेज विशेष रूप से ग्रामीण अंचल में निवासरत आर्थिक रूप से वंचित वर्ग के विद्यार्थियों हेतु शिक्षा के क्षेत्र में एक संजीवनी की भांति है जिसमे उन्हें विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया द्वारा प्रदत्त चांसलर स्कालरशिप फ्री बस सेवा वातानुकूलित क्लासरूम एवम उच्च प्रशिक्षित शिक्षकों के अलावा समस्त प्रकार की सुविधा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु उपलब्ध कराया गया है।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती माता की पूजा अर्चना के साथ की गई तत्पश्चात राजकीय गीत का गायन किया गया एवम नवप्रवेशी विद्यार्थियों तथा अतिथियों का स्वागत तिलक लगाकर किया गया । स्वागत गीत के माध्यम से तथा प्राचीन काल से चली आ रही आतिथ्य भेंट उपरांत कार्यक्रम की शुरुआती उद्बोधन में मैट्स कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर ए जे खान ने बताया कि मैट्स कॉलेज आदरणीय श्री गजराज पगारिया महोदय का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है एवम यहां अध्ययन करने वाले ग्रामीण अंचल के विद्यार्थियों के स्वर्णिम जीवन की आधारशिला है आदरणीय कुलाधिपति महोदय ने अभी तक करोड़ों रुपए इन विद्यार्थियों के अध्ययन की सुविधाओ पर लगाए है ताकि वे विद्यार्थी एवम उनका परिवार आर्थिक एवम सामाजिक पृष्ठभूमि से मजबूत हो सके इस उद्बोधन में प्राचार्य ने रोचक प्रसंगों के माध्यम से विद्यार्थियों एवम उपस्थित सभाजनो को मंत्रमुग्ध किया ।
तत्पश्चात विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री गोकुलानंद पंडा ने विद्यार्थियों को उच्चशिक्षा एवम स्कूली शिक्षा के मध्य भेद को स्पष्ट किया एवम उन्होंने विद्यार्थियों को आगे बढ़ने का गुरुमंत्र प्रदान किया। कार्यक्रम के अग्रिम कड़ी में मैट्स विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर के पी यादव ने विद्यार्थियों को उनके विद्यार्थी जीवन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कड़ी मेहनत करने और नूतन प्रयोग पर ध्यान देने की बात कही गई। मैट्स विश्वविद्यालय के महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए शुभाशीष प्रदान किया। तत्पश्चात मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों को मैट्स विश्वविद्यालय में उनके प्रथम दिवस पर उनका उत्साहवर्धन करते हुए अनेक प्रेरक प्रसंगों के माध्यम से शिक्षा अर्जन कर अपने परिवार एवम विश्वविद्यालय का नाम रोशन करने का संदेश दिया उन्होंने कड़ी मेहनत का कोई दूसरा विकल्प नहीं है इस पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी पर भी ध्यान देने एवम विश्वविद्यालय में उनके लिए आवश्यक साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान के साथ हुआ इस अवसर पर मैट्स विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष शिक्षकवृंद तथा विश्वविद्यालय प्रशासन के कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अयंतिका पॉल एवम सुश्री सुमन साहू ने किया । इस कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन मैट्स कॉलेज के सहायक प्राध्यापक उमेश कुमार साहू के द्वारा किया गया। मैट्स कॉलेज के वरिष्ठ विद्यार्थियों एवम स्टॉफ के सहयोग से सप्तदिवसीय दीक्षाआरंभ का प्रथम दिवसीय कार्यक्रम सफल रूप से आयोजित हुआ ।