पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर बड़ी संख्या में छात्र सड़कों पर उतर आए हैं. छात्रों ने पहले ही ‘नबन्ना अभियान’ प्रदर्शन का ऐलान किया था. इसे रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है. चप्पे-चप्पे पर निगरानी की जा रही है. हावड़ा ब्रिज को सील कर दिया गया है. ब्रिज पर लोहे की दीवार खड़ी की गई है, जिसे प्रदर्शनकारी छात्रों ने खींचकर हटा दिया है. 4 छात्रों को हिरासत में लिया गया है.
लाठीचार्ज, वाटर कैनन से बौछारों की बरसात और आंसू गैस के गोले दागे जाने के बाद भी प्रदर्शनकारी हावड़ा ब्रिज से पीछे हटने को तैयार नहीं है. पुलिस-प्रशासन जहां एक तरफ प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेलने की कोशिश कर रहा है तो वहीं आंदोलनकारी हावड़ा ब्रिज पर ही धरना देकर बैठ गए हैं. इन प्रदर्शनकारियों में से कुछ के पास तिरंगा झंडा भी है.
तृणमूल कांग्रेस की सांसद सयानी घोष ने छात्रों के विरोध-प्रदर्शन को गुंडागर्दी करार दिया है. उन्होंने कहा कि ये बिल्कुल गुंडों जैसा है. इसमें मुश्किल से ही कोई महिला नजर आ रही है. सिर्फ 4-5 राष्ट्रीय ध्वज हैं. यह विरोध-प्रदर्शन पिकनिक जैसा है, जिसमें प्रदर्शनकारी पानी की बौछार के नीचे ठंडा स्नान कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस उन पर आंसू गैस के गोले दाग रही है. प्रदर्शनकारी जैसे ही आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं, पुलिस वाटर कैनन से उन्हें पीछे खदेड़ देती है, इस दौरान बीच-बीच में आंसू गैस के गोले भी दागे जाते हैं.
प्रदर्शनकारी आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस वाटर कैनन की मदद से उन्हें पीछे धकेल रही है. हालांकि, पानी की तेज बौछारें पड़ने और पीछे धकेले जाने के बाद भी प्रदर्शनकारी दोबारा उठकर फिर प्रदर्शन कर रहे हैं. मौके पर भारी तादाद में पुलिसबल तैनात है. आगे बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को लाठी की मदद से भी खदेड़ा जा रहा है.
नबन्ना प्रोटेस्ट के लिए निकले छात्रों ने पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ दी है. इस के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया है. इस दौरान पत्थरबाजी भी हुई है. इसके साथ ही पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं. पुलिस फिलहाल छात्रों को समझाने की कोशिश कर रही है कि वे यहां से हट जाएं. पुलिस उन्हें कह रही है कि उनका प्रदर्शन गैरकानूनी है.
छात्रों के इस प्रदर्शन को रोकने के लिए कोलकाता पुलिस ने कई रास्तों को बंद किया है. ड्रोन से निगरानी की जा रही है. इस प्रदर्शन का आयोजन रवीन्द्रभारती विश्वविद्यालय के एमए छात्र प्रबीर दास, कल्याणी विश्वविद्यालय के शुभंकर हलदर और सयान लाहिड़ी नामक छात्रों द्वारा बुलाया गया है. इन छात्रों का कहना है कि उनका राजनीति से लेना-देना नहीं है लेकिन उनकी मांग है कि ममता बनर्जी सीएम पद से इस्तीफा दें.
कोलकाता पुलिस ने बैरिकेडिंग की है, लेकिन प्रदर्शनकारी भारी संख्या में सड़कों पर हैं. जगह-जगह नारेबाजी हो रही है। सत्तारूढ़ टीएमसी ने इस प्रदर्शन के लिए विपक्ष को जिम्मेदार बताया है. टीएमसी का कहना है कि विपक्ष राज्य में अशांति फैलाना चाहती है और माहौल बिगाड़ने के लिए उसने इस प्रदर्शन को हवा दी है.
कोलकाता पुलिस ने बताया कि ‘नबन्ना अभियान’ को देखते हुए शहर में 6000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे. कुल 19 पॉइंट पर बैरिकेड लगाए गए हैं. अलग,अलग महत्वपूर्ण जगहों पर 5 एल्युमीनियम बैरिकेड बनाए गए हैं. नबन्ना भवन के बाहर कोलकाता पुलिस और हावड़ा सिटी पुलिस का 3 लेयर सुरक्षा घेरा रहेगा. अधिकारियों को अधिक सतर्क रहने और सीसीटीवी फुटेज की निगरानी की अपील की गई है. वाटर कैनन और बज्र वाहन भी तैयार रखे गए हैं.
छात्रों ने कहा कि विरोध एक फेसबुक पोस्ट से शुरू हुआ है. उन्होंने कहा कि हमारी 3 मांगे हैं. अभया के लिए न्याय, अपराधी के लिए मौत की सजा और ममता बनर्जी का इस्तीफा.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर बड़ी संख्या में छात्र सड़कों पर उतर आए हैं. छात्रों ने पहले ही ‘नबन्ना अभियान’ प्रदर्शन का ऐलान किया था. इसे रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है. चप्पे-चप्पे पर निगरानी की जा रही है. हावड़ा ब्रिज को सील कर दिया गया है. ब्रिज पर लोहे की दीवार खड़ी की गई है, जिसे प्रदर्शनकारी छात्रों ने खींचकर हटा दिया है. 4 छात्रों को हिरासत में लिया गया है.
लाठीचार्ज, वाटर कैनन से बौछारों की बरसात और आंसू गैस के गोले दागे जाने के बाद भी प्रदर्शनकारी हावड़ा ब्रिज से पीछे हटने को तैयार नहीं है. पुलिस-प्रशासन जहां एक तरफ प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेलने की कोशिश कर रहा है तो वहीं आंदोलनकारी हावड़ा ब्रिज पर ही धरना देकर बैठ गए हैं. इन प्रदर्शनकारियों में से कुछ के पास तिरंगा झंडा भी है.
तृणमूल कांग्रेस की सांसद सयानी घोष ने छात्रों के विरोध-प्रदर्शन को गुंडागर्दी करार दिया है. उन्होंने कहा कि ये बिल्कुल गुंडों जैसा है. इसमें मुश्किल से ही कोई महिला नजर आ रही है. सिर्फ 4-5 राष्ट्रीय ध्वज हैं. यह विरोध-प्रदर्शन पिकनिक जैसा है, जिसमें प्रदर्शनकारी पानी की बौछार के नीचे ठंडा स्नान कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस उन पर आंसू गैस के गोले दाग रही है. प्रदर्शनकारी जैसे ही आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं, पुलिस वाटर कैनन से उन्हें पीछे खदेड़ देती है, इस दौरान बीच-बीच में आंसू गैस के गोले भी दागे जाते हैं.
प्रदर्शनकारी आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस वाटर कैनन की मदद से उन्हें पीछे धकेल रही है. हालांकि, पानी की तेज बौछारें पड़ने और पीछे धकेले जाने के बाद भी प्रदर्शनकारी दोबारा उठकर फिर प्रदर्शन कर रहे हैं. मौके पर भारी तादाद में पुलिसबल तैनात है. आगे बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को लाठी की मदद से भी खदेड़ा जा रहा है.
नबन्ना प्रोटेस्ट के लिए निकले छात्रों ने पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ दी है. इस के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया है. इस दौरान पत्थरबाजी भी हुई है. इसके साथ ही पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं. पुलिस फिलहाल छात्रों को समझाने की कोशिश कर रही है कि वे यहां से हट जाएं. पुलिस उन्हें कह रही है कि उनका प्रदर्शन गैरकानूनी है.
छात्रों के इस प्रदर्शन को रोकने के लिए कोलकाता पुलिस ने कई रास्तों को बंद किया है. ड्रोन से निगरानी की जा रही है. इस प्रदर्शन का आयोजन रवीन्द्रभारती विश्वविद्यालय के एमए छात्र प्रबीर दास, कल्याणी विश्वविद्यालय के शुभंकर हलदर और सयान लाहिड़ी नामक छात्रों द्वारा बुलाया गया है. इन छात्रों का कहना है कि उनका राजनीति से लेना-देना नहीं है लेकिन उनकी मांग है कि ममता बनर्जी सीएम पद से इस्तीफा दें.
कोलकाता पुलिस ने बैरिकेडिंग की है, लेकिन प्रदर्शनकारी भारी संख्या में सड़कों पर हैं. जगह-जगह नारेबाजी हो रही है। सत्तारूढ़ टीएमसी ने इस प्रदर्शन के लिए विपक्ष को जिम्मेदार बताया है. टीएमसी का कहना है कि विपक्ष राज्य में अशांति फैलाना चाहती है और माहौल बिगाड़ने के लिए उसने इस प्रदर्शन को हवा दी है.
कोलकाता पुलिस ने बताया कि ‘नबन्ना अभियान’ को देखते हुए शहर में 6000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे. कुल 19 पॉइंट पर बैरिकेड लगाए गए हैं. अलग,अलग महत्वपूर्ण जगहों पर 5 एल्युमीनियम बैरिकेड बनाए गए हैं. नबन्ना भवन के बाहर कोलकाता पुलिस और हावड़ा सिटी पुलिस का 3 लेयर सुरक्षा घेरा रहेगा. अधिकारियों को अधिक सतर्क रहने और सीसीटीवी फुटेज की निगरानी की अपील की गई है. वाटर कैनन और बज्र वाहन भी तैयार रखे गए हैं.
छात्रों ने कहा कि विरोध एक फेसबुक पोस्ट से शुरू हुआ है. उन्होंने कहा कि हमारी 3 मांगे हैं. अभया के लिए न्याय, अपराधी के लिए मौत की सजा और ममता बनर्जी का इस्तीफा.