धान खरीदी केंद्रों में बेहतरीन व्यवस्था, किसान संतुष्ट:

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बच्चों की पढ़ाई, मकान निर्माण और खेती में करेंगे राशि का उपयोग

कोरिया । प्रदेश सहित कोरिया जिले में 14 नवंबर से धान खरीदी सुचारू रूप से शुरू हो चुकी है। जिले में इस बार भी बेहतर प्रबंधन और किसानों के हित में उठाए गए कदमों के चलते किसानों में उत्साह और संतोष का माहौल है। जिले में 22,855 किसान पंजीकृत हैं।और इनके लिए 21 धान खरीदी केंद्र स्थापित किए गए हैं। जिले के पटना केंद्र में सर्वाधिक 2,466 किसान पंजीकृत हैं, जहां 3,285.30 हेक्टेयर में धान की बुआई हुई है। वहीं, रजौली/अकलासरई केंद्र में सबसे कम 322 किसान पंजीकृत हैं और यहां 349.73 हेक्टेयर में धान की खेती हुई है। किसान वर्तमान में कटाई और मिंजाई के बाद ऑनलाइन टोकन लेकर धान बेचने में जुटे हैं।


किसानों ने मुख्यमंत्री का जताया आभार

ग्राम तेंदुआ के किसान सीताराम, राम कृपाल, विमल कांत और ग्राम तिलवनडांड़ के किसान वीरेंद्र सिंह मरकाम ने बताया कि खरीदी केंद्रों में सभी व्यवस्थाएं सुचारू हैं। किसानों ने 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी करने पर मुख्यमंत्री साय का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह राशि बच्चों की पढ़ाई, मकान निर्माण और खेती-बाड़ी के कार्यों में खर्च की जाएगी।


सुचारू धान खरीदी के लिए दी गई जिम्मेदारी

जिले में सुचारू खरीदी व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने प्रत्येक उपार्जन केंद्र पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं। इसके अतिरिक्त, पांच स्थानों पर चेक पोस्ट और एक जिलास्तरीय नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है। किसी भी समस्या या शिकायत के समाधान के लिए किसान यहां संपर्क कर सकते हैं।


मुख्यमंत्री ने किसानों के हित में लिए हैं बड़े फैसले

मुख्यमंत्री द्वारा किसानों के हित में लिए गए बड़े फैसले और प्रशासनिक व्यवस्था की सराहना करते हुए किसान संतोष जता रहे हैं। इन प्रयासों से जिले में धान खरीदी का यह खरीफ सीजन सफल और संतोषजनक साबित हो रहा है।


बच्चों की पढ़ाई, मकान निर्माण और खेती में करेंगे राशि का उपयोग

कोरिया । प्रदेश सहित कोरिया जिले में 14 नवंबर से धान खरीदी सुचारू रूप से शुरू हो चुकी है। जिले में इस बार भी बेहतर प्रबंधन और किसानों के हित में उठाए गए कदमों के चलते किसानों में उत्साह और संतोष का माहौल है। जिले में 22,855 किसान पंजीकृत हैं।और इनके लिए 21 धान खरीदी केंद्र स्थापित किए गए हैं। जिले के पटना केंद्र में सर्वाधिक 2,466 किसान पंजीकृत हैं, जहां 3,285.30 हेक्टेयर में धान की बुआई हुई है। वहीं, रजौली/अकलासरई केंद्र में सबसे कम 322 किसान पंजीकृत हैं और यहां 349.73 हेक्टेयर में धान की खेती हुई है। किसान वर्तमान में कटाई और मिंजाई के बाद ऑनलाइन टोकन लेकर धान बेचने में जुटे हैं।


किसानों ने मुख्यमंत्री का जताया आभार

ग्राम तेंदुआ के किसान सीताराम, राम कृपाल, विमल कांत और ग्राम तिलवनडांड़ के किसान वीरेंद्र सिंह मरकाम ने बताया कि खरीदी केंद्रों में सभी व्यवस्थाएं सुचारू हैं। किसानों ने 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी करने पर मुख्यमंत्री साय का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह राशि बच्चों की पढ़ाई, मकान निर्माण और खेती-बाड़ी के कार्यों में खर्च की जाएगी।


सुचारू धान खरीदी के लिए दी गई जिम्मेदारी

जिले में सुचारू खरीदी व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने प्रत्येक उपार्जन केंद्र पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं। इसके अतिरिक्त, पांच स्थानों पर चेक पोस्ट और एक जिलास्तरीय नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है। किसी भी समस्या या शिकायत के समाधान के लिए किसान यहां संपर्क कर सकते हैं।


मुख्यमंत्री ने किसानों के हित में लिए हैं बड़े फैसले

मुख्यमंत्री द्वारा किसानों के हित में लिए गए बड़े फैसले और प्रशासनिक व्यवस्था की सराहना करते हुए किसान संतोष जता रहे हैं। इन प्रयासों से जिले में धान खरीदी का यह खरीफ सीजन सफल और संतोषजनक साबित हो रहा है।


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