रायपुर. छत्तीसगढ़ में साय मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच ताजा अपडेट है यह कि शपथ समारोह की तारीख तय कर ली गई है. अर्थात जिसका इंतजार महीनों से हो रहा है, वो खत्म होने वाला है. तारीख के साथ-साथ सूत्रों के मुताबिक खबर यह भी है कि 2 से अधिक मंत्री शपथ ले सकते हैं. शपथ समारोह को लेकर तैयारियां शुरू कर दिए जाने की खबर है.
साय कैबिनेट का विस्तार 12 या 13 जनवरी को तय है. अगर सबकुछ सही समय पर हुआ तो 12 जनवरी शाम साय सरकार में शामिल होने मंत्री शपथ ले सकते हैं. किसी कारण से 12 तारीख को नहीं हो पाया तो, 13 जनवरी सुबह शपथ समारोह तय है.
संभावित मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा में आरएसएस बैकग्राउंड से आने वाले दुर्ग शहर से विधायक गजेंद्र यादव को मंत्री बनाया जाना तय है. कहते हैं कि संघ से भी उन्हें मंत्री बनाए जाने का दबाव है. संघ से उनके नाम की पैरवी की खबर है. साथ ही यादव समाज को साधने के लिहाज से भी मंत्रिमंडल में उन्हें जगह दिए जाने की वकालत की गई है. इसके अलावा अमर अग्रवाल का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है. संगठन सूत्र कहते हैं कि उनका नाम लगभग तय है. 14 साल तक मंत्री रह चुके अमर अग्रवाल रिजल्ट ओरिएंटेड काम करने के लिए पहचाने जाते हैं. भीड़ से अलग रहकर काम करने में भरोसा करने वाले अमर अग्रवाल ने पूर्ववर्ती रमन सरकार में आबकारी पॉलिसी बनाई थी. शराब बिक्री का ठेका सिस्टम खत्म किया था. इस फैसले से आबकारी राजस्व में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई थी. अमर अग्रवाल देश में इकलौते चेहरे रहे हैं, जो सर्वाधिक लंबे समय तक जीएसटी काउंसिल में बतौर सदस्य शामिल थे. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव भी मंत्री बनने वाले संभावित चेहरों में मजबूत माने जा रहे हैं.
रायपुर. छत्तीसगढ़ में साय मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच ताजा अपडेट है यह कि शपथ समारोह की तारीख तय कर ली गई है. अर्थात जिसका इंतजार महीनों से हो रहा है, वो खत्म होने वाला है. तारीख के साथ-साथ सूत्रों के मुताबिक खबर यह भी है कि 2 से अधिक मंत्री शपथ ले सकते हैं. शपथ समारोह को लेकर तैयारियां शुरू कर दिए जाने की खबर है.
साय कैबिनेट का विस्तार 12 या 13 जनवरी को तय है. अगर सबकुछ सही समय पर हुआ तो 12 जनवरी शाम साय सरकार में शामिल होने मंत्री शपथ ले सकते हैं. किसी कारण से 12 तारीख को नहीं हो पाया तो, 13 जनवरी सुबह शपथ समारोह तय है.
संभावित मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा में आरएसएस बैकग्राउंड से आने वाले दुर्ग शहर से विधायक गजेंद्र यादव को मंत्री बनाया जाना तय है. कहते हैं कि संघ से भी उन्हें मंत्री बनाए जाने का दबाव है. संघ से उनके नाम की पैरवी की खबर है. साथ ही यादव समाज को साधने के लिहाज से भी मंत्रिमंडल में उन्हें जगह दिए जाने की वकालत की गई है. इसके अलावा अमर अग्रवाल का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है. संगठन सूत्र कहते हैं कि उनका नाम लगभग तय है. 14 साल तक मंत्री रह चुके अमर अग्रवाल रिजल्ट ओरिएंटेड काम करने के लिए पहचाने जाते हैं. भीड़ से अलग रहकर काम करने में भरोसा करने वाले अमर अग्रवाल ने पूर्ववर्ती रमन सरकार में आबकारी पॉलिसी बनाई थी. शराब बिक्री का ठेका सिस्टम खत्म किया था. इस फैसले से आबकारी राजस्व में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई थी. अमर अग्रवाल देश में इकलौते चेहरे रहे हैं, जो सर्वाधिक लंबे समय तक जीएसटी काउंसिल में बतौर सदस्य शामिल थे. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव भी मंत्री बनने वाले संभावित चेहरों में मजबूत माने जा रहे हैं.