नई दिल्ली. दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का मानना है कि अगर ऋषभ पंत अपने अटैकिंग और डिफेंसिव खेल के बीच बैलेंस बनाने में सफल रहते हैं तो वह हर एक मैच में शतक बना सकते हैं। अकेले दम पर मैच का रुख पलटने की पंत की क्षमता की सराहना करते हुए अश्विन ने कहा कि उनके कई शॉट बहुत जोखिम वाले होते हैं जिसके कारण वह अपनी क्षमता का सही आकलन नहीं कर पाते हैं। पंत ने हाल ही में सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें मैच की पहली पारी में अपने डिफेंसिव खेल का शानदार नमूना पेश करते हुए 40 रन बनाए जबकि दूसरी पारी में उन्होंने भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में दूसरा सबसे तेज अर्धशतक बनाया। इससे पहले मेलबर्न टेस्ट बचाने के लिए भी वह शानदार डिफेंसवि बल्लेबाजी कर रहे थे, मगर उनके एक गतल शॉट भारत को मैच हरवा दिया।
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘‘हमें उसे ठीक से बताना होगा कि अगर उसे ठोस बल्लेबाजी करनी है या किसी इरादे के साथ बल्लेबाजी करनी है तो उसे क्या करना है। उसने बहुत सारे रन नहीं बनाए हैं, लेकिन ऐसा भी नहीं है कि उसने रन नहीं बनाए हों। उसके पास अभी बहुत समय है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऋषभ पंत को अभी तक भी अपनी पूरी क्षमता का अहसास नहीं हुआ है। उसके पास सभी तरह के शॉट हैं - रिवर्स स्वीप, स्लॉग स्वीप, सब कुछ - लेकिन समस्या यह है कि ये सभी शॉट बहुत जोखिम वाले हैं। अगर वह अपने डिफेंसिव खेल पर भी ध्यान दे और 200 गेंद का सामना करें तो वह हर मैच में बड़ा स्कोर बना सकता है।’’
हाल ही में संन्यास लेने वाले अश्विन ने कहा, ‘‘मुख्य मसला बैलेंस बनाने का है। अगर वह ऐसा करने में सफल रहता है तो फिर हर एक मैच में शतक बना सकता है। उसे बीच का रास्ता ढूंढना होगा।’’
पंत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट की पहली पारी में 98 गेंदों में 40 रन और उसके बाद दूसरी पारी में 33 गेंदों में 61 रन बनाए।
अश्विन ने कहा, ‘‘पंत ने सिडनी टेस्ट में विपरीत अंदाज वाली दो पारियां खेली। उन्होंने पहली पारी में डिफेंसिव बल्लेबाजी करते हुए 40 रन बनाए जिसकी कोई चर्चा नहीं हुई। यह सही नहीं है। दूसरी पारी में, उन्होंने जोरदार अर्धशतक बनाया, जिससे उन्हें काफी प्रशंसा मिली। हर कोई उस पहली पारी को भूल गया और दूसरी पारी के लिए उनकी प्रशंसा की।’’
पंत की डिफेंसिव तकनीक के बारे में बात करते हुए अश्विन ने कहा,‘‘हमें इस पर गौर करना चाहिए कि ऋषभ पंत शायद ही कभी डिफेंसिव बल्लेबाजी करते हुए आउट हुआ हो। उसके पास विश्व क्रिकेट की सबसे अच्छी डिफेंसिव तकनीक में से एक है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उसे नेट्स पर काफी गेंदबाजी की है, वह आउट नहीं हुआ। गेंद उसके बल्ले का किनारा लेकर नहीं जाती। वह LBW नहीं होता। उसकी डिफेंसिव तकनीक बहुत अच्छी है और मैंने उसे यही बताने की कोशिश की है।’’
नई दिल्ली. दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का मानना है कि अगर ऋषभ पंत अपने अटैकिंग और डिफेंसिव खेल के बीच बैलेंस बनाने में सफल रहते हैं तो वह हर एक मैच में शतक बना सकते हैं। अकेले दम पर मैच का रुख पलटने की पंत की क्षमता की सराहना करते हुए अश्विन ने कहा कि उनके कई शॉट बहुत जोखिम वाले होते हैं जिसके कारण वह अपनी क्षमता का सही आकलन नहीं कर पाते हैं। पंत ने हाल ही में सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें मैच की पहली पारी में अपने डिफेंसिव खेल का शानदार नमूना पेश करते हुए 40 रन बनाए जबकि दूसरी पारी में उन्होंने भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में दूसरा सबसे तेज अर्धशतक बनाया। इससे पहले मेलबर्न टेस्ट बचाने के लिए भी वह शानदार डिफेंसवि बल्लेबाजी कर रहे थे, मगर उनके एक गतल शॉट भारत को मैच हरवा दिया।
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘‘हमें उसे ठीक से बताना होगा कि अगर उसे ठोस बल्लेबाजी करनी है या किसी इरादे के साथ बल्लेबाजी करनी है तो उसे क्या करना है। उसने बहुत सारे रन नहीं बनाए हैं, लेकिन ऐसा भी नहीं है कि उसने रन नहीं बनाए हों। उसके पास अभी बहुत समय है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऋषभ पंत को अभी तक भी अपनी पूरी क्षमता का अहसास नहीं हुआ है। उसके पास सभी तरह के शॉट हैं - रिवर्स स्वीप, स्लॉग स्वीप, सब कुछ - लेकिन समस्या यह है कि ये सभी शॉट बहुत जोखिम वाले हैं। अगर वह अपने डिफेंसिव खेल पर भी ध्यान दे और 200 गेंद का सामना करें तो वह हर मैच में बड़ा स्कोर बना सकता है।’’
हाल ही में संन्यास लेने वाले अश्विन ने कहा, ‘‘मुख्य मसला बैलेंस बनाने का है। अगर वह ऐसा करने में सफल रहता है तो फिर हर एक मैच में शतक बना सकता है। उसे बीच का रास्ता ढूंढना होगा।’’
पंत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट की पहली पारी में 98 गेंदों में 40 रन और उसके बाद दूसरी पारी में 33 गेंदों में 61 रन बनाए।
अश्विन ने कहा, ‘‘पंत ने सिडनी टेस्ट में विपरीत अंदाज वाली दो पारियां खेली। उन्होंने पहली पारी में डिफेंसिव बल्लेबाजी करते हुए 40 रन बनाए जिसकी कोई चर्चा नहीं हुई। यह सही नहीं है। दूसरी पारी में, उन्होंने जोरदार अर्धशतक बनाया, जिससे उन्हें काफी प्रशंसा मिली। हर कोई उस पहली पारी को भूल गया और दूसरी पारी के लिए उनकी प्रशंसा की।’’
पंत की डिफेंसिव तकनीक के बारे में बात करते हुए अश्विन ने कहा,‘‘हमें इस पर गौर करना चाहिए कि ऋषभ पंत शायद ही कभी डिफेंसिव बल्लेबाजी करते हुए आउट हुआ हो। उसके पास विश्व क्रिकेट की सबसे अच्छी डिफेंसिव तकनीक में से एक है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उसे नेट्स पर काफी गेंदबाजी की है, वह आउट नहीं हुआ। गेंद उसके बल्ले का किनारा लेकर नहीं जाती। वह LBW नहीं होता। उसकी डिफेंसिव तकनीक बहुत अच्छी है और मैंने उसे यही बताने की कोशिश की है।’’