चैंपियंस ट्रॉफी से टीम इंडिया के घातक गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का बाहर
होना भारत के लिए किसी बड़े दुख से कम नहीं है, क्योंकि टीम इंडिया को जब
भी विकेट की दरकार होती थी, तब बुमराह ने टीम को विकेट निकालकर दिया है।
लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या मोहम्मद शमी जादूगर टीम इंडिया से
बुमराह की कमी को खत्म कर पाएंगे या नहीं?
दरअसल, शमी भी इंजरी की वजह से क्रिकेट के मैदान से 1 साल से ज्यादा समय
के लिए बाहर थे। जिसके बाद उनकी वापसी हुई तो है, लेकिन उनका फॉर्म इतना
खास नहीं है। हालांकि फैंस को उम्मीद है कि शमी इस टूर्नामेंट में भारत को
जसप्रीत बुमराह की कमी महसूस नहीं होने देंगे, बुमराह चोट के कारण टीम से
बाहर हैं।
34 वर्षीय शमी चोट से उबरने के बाद वापसी कर रहे हैं, उन्होंने अलग-अलग
स्तरों और अलग-अलग प्रारूपों में कुछ मैच खेले हैं, लेकिन बड़े टूर्नामेंट
में उम्मीदों पर खरा उतरने का दबाव अलग होता है। ऐसे में बुमराह की
गैरमौजूदगी में उन पर दबाव और बढ़ जाएगा।
चैंपियंस ट्रॉफी में शमी के जोड़ीदार अर्शदीप सिंह होंगे, लेकिन वह
बुमराह की क्लास के गेंदबाज नहीं हैं। भारत के पूर्व तेज गेंदबाज
लक्ष्मीपति बालाजी का मानना है कि शमी के पास काफी अनुभव है और वह इस
चुनौती का सामना करेंगे। मोहम्मद शमी की जिम्मेदारी सिर्फ विकेट लेने की ही
नहीं बल्कि अर्शदीप और हर्षित राणा जैसे गेंदबाजों का मार्गदर्शन करने की
भी होगी।
चैंपियंस ट्रॉफी से टीम इंडिया के घातक गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का बाहर
होना भारत के लिए किसी बड़े दुख से कम नहीं है, क्योंकि टीम इंडिया को जब
भी विकेट की दरकार होती थी, तब बुमराह ने टीम को विकेट निकालकर दिया है।
लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या मोहम्मद शमी जादूगर टीम इंडिया से
बुमराह की कमी को खत्म कर पाएंगे या नहीं?
दरअसल, शमी भी इंजरी की वजह से क्रिकेट के मैदान से 1 साल से ज्यादा समय
के लिए बाहर थे। जिसके बाद उनकी वापसी हुई तो है, लेकिन उनका फॉर्म इतना
खास नहीं है। हालांकि फैंस को उम्मीद है कि शमी इस टूर्नामेंट में भारत को
जसप्रीत बुमराह की कमी महसूस नहीं होने देंगे, बुमराह चोट के कारण टीम से
बाहर हैं।
34 वर्षीय शमी चोट से उबरने के बाद वापसी कर रहे हैं, उन्होंने अलग-अलग
स्तरों और अलग-अलग प्रारूपों में कुछ मैच खेले हैं, लेकिन बड़े टूर्नामेंट
में उम्मीदों पर खरा उतरने का दबाव अलग होता है। ऐसे में बुमराह की
गैरमौजूदगी में उन पर दबाव और बढ़ जाएगा।
चैंपियंस ट्रॉफी में शमी के जोड़ीदार अर्शदीप सिंह होंगे, लेकिन वह
बुमराह की क्लास के गेंदबाज नहीं हैं। भारत के पूर्व तेज गेंदबाज
लक्ष्मीपति बालाजी का मानना है कि शमी के पास काफी अनुभव है और वह इस
चुनौती का सामना करेंगे। मोहम्मद शमी की जिम्मेदारी सिर्फ विकेट लेने की ही
नहीं बल्कि अर्शदीप और हर्षित राणा जैसे गेंदबाजों का मार्गदर्शन करने की
भी होगी।