Mp ; बर्ड फ्लू के मामलों को लेकर छिंदवाड़ा में प्रशासन अलर्ट, चिकन सेंटरों को बंद करने के आदेश:

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छिंदवाड़ा:
बर्ड फ्लू ने अब मध्य प्रदेश में भी दस्तक दे दी है. राज्य के छिंदवाड़ा
में तीन बिल्लियों के सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं. बिल्लियों के सैंपल दो
चिकन शॉप से कलेक्ट किए गए थे. यहां तीन बिल्लियों की मौत हो गई थी जिसके
बाद स्थानीय प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मटन मार्केट की दुकानें सील
कर दीं. बिल्लियों के सैंपल को लैब में भेजा गया. लैब में  H5N1 की पुष्टि
होने पर छिंदवाड़ा के कलेक्टर ने एक किलोमीटर के इलाके को संक्रमित
क्षेत्र घोषित कर दिया है. इलाके के सभी चिकन सेंटर अगले आदेश तक बंद रखने
के लिए भी कहा गया है. जिले में बर्ड फ्लू को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए
जा रहे हैं.



बिल्लियों में पुष्टि के बाद इलाके को किया गया सील

बताया जा रहा है कि बिल्लियों की मौत के बाद उनके सैंपल पशु चिकित्सा विभाग
ने कलेक्ट कर भोपाल भेजा था. जब सैंपल पॉजिटिव पाए गए तो उस इलाके को लेकर
प्रतिबंध घोषित किया गया जहां बिल्लियों की मौत हुई थी. जिला कलेक्टर
शैलेंद्र सिंह ने कहा कि छिंदवाड़ा से सैंपल लिए गए थे जिनमें तीन
बिल्लियां पॉजिटिव पाई गई हैं. इलाके को संक्रमण क्षेत्र घोषित कर दिया गया
है.



बर्ड फ्लू का पहला केस 1997 में आया था सामने

बर्ड फ्लू के फिलाहल दुनिया में कई स्ट्रेन मौजूद हैं. इनमें  H5N1, H7N9,
H5N6 और H5N8 शामिल है. सबसे पहली बार यह बीमारी चीन में 1997 में सामने आई
थी. इसे एवियन इन्फ्लूएंजा भी कहा जाता है.यह श्वसन तंत्र को प्रभावित
करता है जो पक्षियों से इंसानों में भी संक्रमित हो सकता है इसलिए जब
छिंदवाड़ा में टीम सैंपल कलेक्ट करने आई तो उसने पीपीई किट पहन रखा था.
भारत में सबसे पहला मामला 2006 में सामने आया. पहला केस महाराष्ट्र के
पोल्ट्री फार्म में कन्फर्म हुआ था. अब तक इस बर्ड ब्लू के प्रकोप के कारण
कई पक्षियों को मारा गया है. ताकि उनका संक्रमण आगे ना फैले.


छिंदवाड़ा:
बर्ड फ्लू ने अब मध्य प्रदेश में भी दस्तक दे दी है. राज्य के छिंदवाड़ा
में तीन बिल्लियों के सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं. बिल्लियों के सैंपल दो
चिकन शॉप से कलेक्ट किए गए थे. यहां तीन बिल्लियों की मौत हो गई थी जिसके
बाद स्थानीय प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मटन मार्केट की दुकानें सील
कर दीं. बिल्लियों के सैंपल को लैब में भेजा गया. लैब में  H5N1 की पुष्टि
होने पर छिंदवाड़ा के कलेक्टर ने एक किलोमीटर के इलाके को संक्रमित
क्षेत्र घोषित कर दिया है. इलाके के सभी चिकन सेंटर अगले आदेश तक बंद रखने
के लिए भी कहा गया है. जिले में बर्ड फ्लू को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए
जा रहे हैं.



बिल्लियों में पुष्टि के बाद इलाके को किया गया सील

बताया जा रहा है कि बिल्लियों की मौत के बाद उनके सैंपल पशु चिकित्सा विभाग
ने कलेक्ट कर भोपाल भेजा था. जब सैंपल पॉजिटिव पाए गए तो उस इलाके को लेकर
प्रतिबंध घोषित किया गया जहां बिल्लियों की मौत हुई थी. जिला कलेक्टर
शैलेंद्र सिंह ने कहा कि छिंदवाड़ा से सैंपल लिए गए थे जिनमें तीन
बिल्लियां पॉजिटिव पाई गई हैं. इलाके को संक्रमण क्षेत्र घोषित कर दिया गया
है.



बर्ड फ्लू का पहला केस 1997 में आया था सामने

बर्ड फ्लू के फिलाहल दुनिया में कई स्ट्रेन मौजूद हैं. इनमें  H5N1, H7N9,
H5N6 और H5N8 शामिल है. सबसे पहली बार यह बीमारी चीन में 1997 में सामने आई
थी. इसे एवियन इन्फ्लूएंजा भी कहा जाता है.यह श्वसन तंत्र को प्रभावित
करता है जो पक्षियों से इंसानों में भी संक्रमित हो सकता है इसलिए जब
छिंदवाड़ा में टीम सैंपल कलेक्ट करने आई तो उसने पीपीई किट पहन रखा था.
भारत में सबसे पहला मामला 2006 में सामने आया. पहला केस महाराष्ट्र के
पोल्ट्री फार्म में कन्फर्म हुआ था. अब तक इस बर्ड ब्लू के प्रकोप के कारण
कई पक्षियों को मारा गया है. ताकि उनका संक्रमण आगे ना फैले.


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