रायपुर । छत्तीसगढ़ के
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर राजिम कुंभ
कल्प में त्रिवेणी संगम में पूज्य संतों के साथ शाही स्नान किया। इस शुभ
अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और कल्याण की प्रार्थना
की। शाही स्नान के बाद उपमुख्यमंत्री शर्मा ने भगवान राजीव लोचन और भगवान
भोलेनाथ का विधिवत पूजन-अर्चन कर प्रदेश की समृद्धि और उन्नति के लिए
आशीर्वाद मांगा।
उन्होंने कहा कि
महाशिवरात्रि केवल एक पर्व नहीं, बल्कि हमारी आध्यात्मिक परंपरा, भक्ति और
सनातन संस्कृति का महोत्सव है, जो हमें जीवन में संयम, त्याग और साधना का
मार्ग दिखाता है। उपमुख्यमंत्री शर्मा ने श्रद्धालुओं और संत समाज का
अभिवादन करते हुए कहा कि राजिम कुंभ कल्प छत्तीसगढ़ की आध्यात्मिक चेतना का
केंद्र है, जहाँ संत-महात्माओं की उपस्थिति से पूरा वातावरण शिवमय हो जाता
है।
उन्होंने
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा
आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों
का उल्लेख किया और कहा कि छत्तीसगढ़ की पावन धरती संत परंपरा की धरोहर रही
है, जिसे सशक्त बनाए रखना हमारा कर्तव्य है।
रायपुर । छत्तीसगढ़ के
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर राजिम कुंभ
कल्प में त्रिवेणी संगम में पूज्य संतों के साथ शाही स्नान किया। इस शुभ
अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और कल्याण की प्रार्थना
की। शाही स्नान के बाद उपमुख्यमंत्री शर्मा ने भगवान राजीव लोचन और भगवान
भोलेनाथ का विधिवत पूजन-अर्चन कर प्रदेश की समृद्धि और उन्नति के लिए
आशीर्वाद मांगा।
उन्होंने कहा कि
महाशिवरात्रि केवल एक पर्व नहीं, बल्कि हमारी आध्यात्मिक परंपरा, भक्ति और
सनातन संस्कृति का महोत्सव है, जो हमें जीवन में संयम, त्याग और साधना का
मार्ग दिखाता है। उपमुख्यमंत्री शर्मा ने श्रद्धालुओं और संत समाज का
अभिवादन करते हुए कहा कि राजिम कुंभ कल्प छत्तीसगढ़ की आध्यात्मिक चेतना का
केंद्र है, जहाँ संत-महात्माओं की उपस्थिति से पूरा वातावरण शिवमय हो जाता
है।
उन्होंने
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा
आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों
का उल्लेख किया और कहा कि छत्तीसगढ़ की पावन धरती संत परंपरा की धरोहर रही
है, जिसे सशक्त बनाए रखना हमारा कर्तव्य है।