सर्वाइकल कैंसर की जांच हुई आसान:

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कैंसर की बीमारी दुनियाभर की गंभीर बीमारियों में से एक है इसके कई प्रकार है जो शरीर के एक-एक अंग को प्रभावित करते है। हाल ही में सर्वाइकल कैंसर के रोगियों के लिए बड़ी खुशखबरी मिली है जो इस बीमारी के खतरे को कम करने सर्वोत्तम प्रयास है। यहां पर भारत के तकनीक और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने ऐसा स्वदेशी एआई मॉडल विकसित करने में सफलता हासिल की है, जो कैंसर का इलाज तुरंत करता है वह भी बस तस्वीरों के माध्यम से।

इस तकनीक में किसी भी प्रकार के इंटरनेट और बिजली की आवश्यकता नहीं होती है। इस तकनीक के जरिए जांच को 90 फीसदी असरदार बताया गया है। चलिए जानते हैं कहां हुई इसकी जांच।
इस कंपनी के स्वदेशी मॉडल ने किया काम

आपको बताते चलें कि, इस तकनीक को पुणे स्थित स्टॉर्ट कंपनी पेरिविंकल टेक्नोलॉजीज ने तैयार किया है। जहां पर इस स्वदेशी एआई आधारित उपकरण को स्मार्ट स्कोप का नाम दिया है जो केवल 30 सेकंड में तस्वीरों के जरिये कैंसर स्क्रीनिंग करने में सक्षम है। यह महिलाओं में घावों और संक्रमणों के साथ गर्भाशय ग्रीवा की असामान्यताओं का शीघ्र पता लगाने में बेहतर साबित हुआ है। इस जांच को सक्षम बनाने के लिए कंपनी ने स्मार्ट स्कोप तकनीक का परीक्षण 3.50 लाख से अधिक महिलाओं पर किया था जिसके परिणाम में पांच हजार महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर होने की जानकारी मिली है।

यूएस एफडीए और भारत के केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन से अनुमति मिलने के बाद उसे जिला और ग्रामीण स्तर के स्वास्थ्य सेवाओं में भी शामिल किया जा रहा है।
6 देशों से मिल चुकी है अनुमति

इस खास तरह की तकनीक को भारत के साथ-साथ अमेरिका, चीन और इस्राइल सहित छह देशों में अनुमति मिल चुकी है। वहीं पर यह स्वदेशी मॉडल एक स्क्रीन और रिमोट के जरिये काम करता है। एक टॉर्च रूपी रिमोट पर लगे कैमरे से तस्वीरें ली जाती हैं और एआई एल्गोरिदम उनका विश्लेषण करने में मदद करती है।एमईआईटीवाई नैसकॉम सीओई के सीईओ संजीव मल्होत्रा ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर एक ऐसा रोग है, जिसे केवल समय पर पहचान कर ही प्रभावी रूप से इलाज किया जा सकता है। पंजाब के बठिंडा एम्स में इस एआई मॉडल पर काम किया जा रहा है।


कैंसर की बीमारी दुनियाभर की गंभीर बीमारियों में से एक है इसके कई प्रकार है जो शरीर के एक-एक अंग को प्रभावित करते है। हाल ही में सर्वाइकल कैंसर के रोगियों के लिए बड़ी खुशखबरी मिली है जो इस बीमारी के खतरे को कम करने सर्वोत्तम प्रयास है। यहां पर भारत के तकनीक और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने ऐसा स्वदेशी एआई मॉडल विकसित करने में सफलता हासिल की है, जो कैंसर का इलाज तुरंत करता है वह भी बस तस्वीरों के माध्यम से।

इस तकनीक में किसी भी प्रकार के इंटरनेट और बिजली की आवश्यकता नहीं होती है। इस तकनीक के जरिए जांच को 90 फीसदी असरदार बताया गया है। चलिए जानते हैं कहां हुई इसकी जांच।
इस कंपनी के स्वदेशी मॉडल ने किया काम

आपको बताते चलें कि, इस तकनीक को पुणे स्थित स्टॉर्ट कंपनी पेरिविंकल टेक्नोलॉजीज ने तैयार किया है। जहां पर इस स्वदेशी एआई आधारित उपकरण को स्मार्ट स्कोप का नाम दिया है जो केवल 30 सेकंड में तस्वीरों के जरिये कैंसर स्क्रीनिंग करने में सक्षम है। यह महिलाओं में घावों और संक्रमणों के साथ गर्भाशय ग्रीवा की असामान्यताओं का शीघ्र पता लगाने में बेहतर साबित हुआ है। इस जांच को सक्षम बनाने के लिए कंपनी ने स्मार्ट स्कोप तकनीक का परीक्षण 3.50 लाख से अधिक महिलाओं पर किया था जिसके परिणाम में पांच हजार महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर होने की जानकारी मिली है।

यूएस एफडीए और भारत के केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन से अनुमति मिलने के बाद उसे जिला और ग्रामीण स्तर के स्वास्थ्य सेवाओं में भी शामिल किया जा रहा है।
6 देशों से मिल चुकी है अनुमति

इस खास तरह की तकनीक को भारत के साथ-साथ अमेरिका, चीन और इस्राइल सहित छह देशों में अनुमति मिल चुकी है। वहीं पर यह स्वदेशी मॉडल एक स्क्रीन और रिमोट के जरिये काम करता है। एक टॉर्च रूपी रिमोट पर लगे कैमरे से तस्वीरें ली जाती हैं और एआई एल्गोरिदम उनका विश्लेषण करने में मदद करती है।एमईआईटीवाई नैसकॉम सीओई के सीईओ संजीव मल्होत्रा ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर एक ऐसा रोग है, जिसे केवल समय पर पहचान कर ही प्रभावी रूप से इलाज किया जा सकता है। पंजाब के बठिंडा एम्स में इस एआई मॉडल पर काम किया जा रहा है।


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