पान खाने के शौकीन लोग उसमें लगाए जाने वाले कत्थे के फायदे से जरूर वाकिफ होंगे। कत्थे वाला पान चबाने से सिर्फ होंठों का रंग ही लाल नहीं होता बल्कि सेहत को अनजाने में कई गजब के फायदे भी मिलते हैं। बता दें, कत्था, खैर के पेड़ की लकड़ी से निकाला जाता है। जिसकी तासीर ठंडी और स्वाद कड़वा, तीखा और कसैला होता है। आयुर्वेद में औषधीय गुणों से भरपूर कत्थे का उपयोग कई समस्याओं का इलाज करने के लिए किया जाता है। बता दें, कत्था लाल और सफेद दो रंग का होता है। लेकिन औषधीय प्रयोग में सिर्फ सफेद कत्थे का ही सीमित मात्रा में प्रयोग किया जाता है। आइए जानते हैं कत्थे का सेवन सीमित मात्रा में करने से सेहत से जुड़ी किन समस्याओं से निजात मिल सकती है।
कत्था के फायदे
सर्दी-जुकाम से राहत
कत्था का सीमित सेवन सर्दी-जुकाम और खांसी की समस्या में आराम दिलाने में मदद कर सकता है। खांसी को ठीक करने के लिए कत्थे को हल्दी और मिश्री के साथ मिलाकर उसके मिश्रण से गोलियां तैयार कर लें।अब इन गोलियों को मुंह में रखकर चूसते रहें। ऐसा करने से खांसी की समस्या में आराम मिलता है।
पाचन संबंधी समस्या
कत्था पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने का भी असरदार उपाय है। कत्थे को पानी में उबालकर पीने से दस्त, खट्टी डकार और पेट से जुड़ी अन्य समस्या में आराम मिलता है।
माउथ अल्सर
माउथ अल्सर एक तरह का इंफेक्शन होता है और कत्थे में मौजूद एंटी बैक्टीरियल गुण मुंह के छालों के इन्फेक्शन को कम करने में मदद करते हैं। बता दें, कत्थे का कसैला गुण मुंह के छालों को कम करने में मदद कर सकता है। कत्थे का पेस्ट लगाने से मुंह के छालों, मसूड़े की सूजन, और कटने जैसी समस्याओं से आराम मिलता है। मुंह के छालों से राहत पाने के लिए बाजार से कत्था लाकर इसे थोड़े से पानी में भिगो दें। जब कत्था पानी में फूल जाए तो इसे चम्मच की मदद से अच्छी तरह मिलाते हुए इसका पेस्ट बन लें। अब इस पेस्ट को छालों पर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें और फिर मुंह की लार गिरा दें। दिन में दो से तीन बार ऐसा करने से मुंह के छालों से तुरंत राहत मिल जाती है।
मुंह की बदबू
कत्था का सेवन दांतों की पायरिया और मुंह से बदबू आने जैसी समस्या को भी ठीक करता है। कत्थे को सरसों के तेल में घोल कर रोजाना 3 बार मसूड़ों की मालिश करने से मसूड़ों से खून आना और बदबू आने की समस्या दूर होती हैं।
घाव जल्दी भरता है
कत्था में घाव भरने के गुण मौजूद होते हैं। चोट लगने पर कत्थे को बारीक पीसकर प्रभावित जगह पर लगाने से घाव जल्दी भरने में मदद मिलती है।
पान खाने के शौकीन लोग उसमें लगाए जाने वाले कत्थे के फायदे से जरूर वाकिफ होंगे। कत्थे वाला पान चबाने से सिर्फ होंठों का रंग ही लाल नहीं होता बल्कि सेहत को अनजाने में कई गजब के फायदे भी मिलते हैं। बता दें, कत्था, खैर के पेड़ की लकड़ी से निकाला जाता है। जिसकी तासीर ठंडी और स्वाद कड़वा, तीखा और कसैला होता है। आयुर्वेद में औषधीय गुणों से भरपूर कत्थे का उपयोग कई समस्याओं का इलाज करने के लिए किया जाता है। बता दें, कत्था लाल और सफेद दो रंग का होता है। लेकिन औषधीय प्रयोग में सिर्फ सफेद कत्थे का ही सीमित मात्रा में प्रयोग किया जाता है। आइए जानते हैं कत्थे का सेवन सीमित मात्रा में करने से सेहत से जुड़ी किन समस्याओं से निजात मिल सकती है।
कत्था के फायदे
सर्दी-जुकाम से राहत
कत्था का सीमित सेवन सर्दी-जुकाम और खांसी की समस्या में आराम दिलाने में मदद कर सकता है। खांसी को ठीक करने के लिए कत्थे को हल्दी और मिश्री के साथ मिलाकर उसके मिश्रण से गोलियां तैयार कर लें।अब इन गोलियों को मुंह में रखकर चूसते रहें। ऐसा करने से खांसी की समस्या में आराम मिलता है।
पाचन संबंधी समस्या
कत्था पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने का भी असरदार उपाय है। कत्थे को पानी में उबालकर पीने से दस्त, खट्टी डकार और पेट से जुड़ी अन्य समस्या में आराम मिलता है।
माउथ अल्सर
माउथ अल्सर एक तरह का इंफेक्शन होता है और कत्थे में मौजूद एंटी बैक्टीरियल गुण मुंह के छालों के इन्फेक्शन को कम करने में मदद करते हैं। बता दें, कत्थे का कसैला गुण मुंह के छालों को कम करने में मदद कर सकता है। कत्थे का पेस्ट लगाने से मुंह के छालों, मसूड़े की सूजन, और कटने जैसी समस्याओं से आराम मिलता है। मुंह के छालों से राहत पाने के लिए बाजार से कत्था लाकर इसे थोड़े से पानी में भिगो दें। जब कत्था पानी में फूल जाए तो इसे चम्मच की मदद से अच्छी तरह मिलाते हुए इसका पेस्ट बन लें। अब इस पेस्ट को छालों पर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें और फिर मुंह की लार गिरा दें। दिन में दो से तीन बार ऐसा करने से मुंह के छालों से तुरंत राहत मिल जाती है।
मुंह की बदबू
कत्था का सेवन दांतों की पायरिया और मुंह से बदबू आने जैसी समस्या को भी ठीक करता है। कत्थे को सरसों के तेल में घोल कर रोजाना 3 बार मसूड़ों की मालिश करने से मसूड़ों से खून आना और बदबू आने की समस्या दूर होती हैं।
घाव जल्दी भरता है
कत्था में घाव भरने के गुण मौजूद होते हैं। चोट लगने पर कत्थे को बारीक पीसकर प्रभावित जगह पर लगाने से घाव जल्दी भरने में मदद मिलती है।