जान प्यारी है तो तुरंत पंजाब छोड़कर चले जाएं’, नशा तस्करों को इस दिग्गज की चेतावनी:

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नई दिल्ली:– आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पंजाब में नशे, भ्रष्टाचार तथा संगठित अपराध के खिलाफ आरपार की लड़ाई की घोषणा कर दी है। उन्होंने नशा तस्करों को चेतावनी दी कि यदि जान प्यारी है तो तुरंत पंजाब छोड़ दें। एक अप्रैल से नशीली दवाओं के खिलाफ पंजाब में जन आंदोलन चलाया जाएगा।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आप कार्यकर्ता, विधायक, मंत्री व मुख्यमंत्री गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करेंगे। राज्य में नशे की लत के शिकार लोगों की गणना करवा पुनर्वास किया जाएगा। नशे से जुड़ी जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर 9779100200 भी लॉन्च किया।
‘दो साल प्लानिंग में लगे अब एक्शन का समय’
लुधियाना के पखोवाल रोड स्थित इंडोर स्टेडियम में मंगलवार को रैली में केजरीवाल ने कहा कि पंजाब सरकार दो वर्षों से हर क्षेत्र में प्लानिंग पर काम कर रही थी। अब एक्शन शुरू हो गया है। ड्रग्स के खिलाफ युद्ध में पिछले 20 दिनों में यह देखा जा रहा है। प्रमुख तस्करों के घर बुलडोजर से ध्वस्त किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यह सफलता कुछ लोगों के गले नहीं उतर रही, इसलिए माहौल खराब करने के लिए ग्रेनेड फेंके जा रहे हैं। ऐसे लोगों को चेतावनी है कि यदि जान प्यारी है तो ऐसा करने की हिमाकत नहीं करें व पंजाब छोड़ चले जाएं।
अरविंद केजरीवाल ने रैली में कहा कि पंजाब में 70 प्रतिशत नशीली दवाएं ड्रोन से आती हैं। एंटी ड्रोन सिस्टम खरीदे जा रहे हैं। 5,000 नए पुलिस कर्मी सीमा पर तैनात करेंगे। रैली में मुख्यमंत्री भगवंत मान, आप प्रदेशाध्यक्ष अमन अरोड़ा, मंत्री व अन्य मौजूद थे।
दूसरी पार्टी के मंत्रियों ने घर-घर पहुंचाया नशा

केजरीवाल ने कहा कि सभी जानते हैं कि किस पार्टी के मंत्रियों ने हर घर में नशा पहुंचाया। पूरी पीढ़ी को नष्ट कर दिया। एक पूर्व मुख्यमंत्री ने गुटका साहिब हाथ में लेकर चार सप्ताह में नशा खत्म करने की कसम खाई थी। पांच वर्ष वह घर से बाहर नहीं निकले। नशे का कारोबार फलता-फूलता रहा।
नशा तस्करों की सिफारिश न करें, होगी सख्त कार्रवाई- अमन अरोड़ा
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रधान अमन अरोड़ा ने तस्करों की सिफारिश करने वालों को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने सभी पार्षदों, सरपंचों और पंचों को चेतावनी दी कि कोई भी पुलिस से तस्करों को छोड़ने की सिफारिश न करे। उन पर सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी।


नई दिल्ली:– आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पंजाब में नशे, भ्रष्टाचार तथा संगठित अपराध के खिलाफ आरपार की लड़ाई की घोषणा कर दी है। उन्होंने नशा तस्करों को चेतावनी दी कि यदि जान प्यारी है तो तुरंत पंजाब छोड़ दें। एक अप्रैल से नशीली दवाओं के खिलाफ पंजाब में जन आंदोलन चलाया जाएगा।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आप कार्यकर्ता, विधायक, मंत्री व मुख्यमंत्री गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करेंगे। राज्य में नशे की लत के शिकार लोगों की गणना करवा पुनर्वास किया जाएगा। नशे से जुड़ी जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर 9779100200 भी लॉन्च किया।
‘दो साल प्लानिंग में लगे अब एक्शन का समय’
लुधियाना के पखोवाल रोड स्थित इंडोर स्टेडियम में मंगलवार को रैली में केजरीवाल ने कहा कि पंजाब सरकार दो वर्षों से हर क्षेत्र में प्लानिंग पर काम कर रही थी। अब एक्शन शुरू हो गया है। ड्रग्स के खिलाफ युद्ध में पिछले 20 दिनों में यह देखा जा रहा है। प्रमुख तस्करों के घर बुलडोजर से ध्वस्त किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यह सफलता कुछ लोगों के गले नहीं उतर रही, इसलिए माहौल खराब करने के लिए ग्रेनेड फेंके जा रहे हैं। ऐसे लोगों को चेतावनी है कि यदि जान प्यारी है तो ऐसा करने की हिमाकत नहीं करें व पंजाब छोड़ चले जाएं।
अरविंद केजरीवाल ने रैली में कहा कि पंजाब में 70 प्रतिशत नशीली दवाएं ड्रोन से आती हैं। एंटी ड्रोन सिस्टम खरीदे जा रहे हैं। 5,000 नए पुलिस कर्मी सीमा पर तैनात करेंगे। रैली में मुख्यमंत्री भगवंत मान, आप प्रदेशाध्यक्ष अमन अरोड़ा, मंत्री व अन्य मौजूद थे।
दूसरी पार्टी के मंत्रियों ने घर-घर पहुंचाया नशा

केजरीवाल ने कहा कि सभी जानते हैं कि किस पार्टी के मंत्रियों ने हर घर में नशा पहुंचाया। पूरी पीढ़ी को नष्ट कर दिया। एक पूर्व मुख्यमंत्री ने गुटका साहिब हाथ में लेकर चार सप्ताह में नशा खत्म करने की कसम खाई थी। पांच वर्ष वह घर से बाहर नहीं निकले। नशे का कारोबार फलता-फूलता रहा।
नशा तस्करों की सिफारिश न करें, होगी सख्त कार्रवाई- अमन अरोड़ा
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रधान अमन अरोड़ा ने तस्करों की सिफारिश करने वालों को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने सभी पार्षदों, सरपंचों और पंचों को चेतावनी दी कि कोई भी पुलिस से तस्करों को छोड़ने की सिफारिश न करे। उन पर सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी।


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