जगदलपुर। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा बीजापुर पहुंचे और गंगालूर क्षेत्र के अंड्री के जंगलों में पुलिस और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में शामिल सुरक्षा बलों के जवानों से बीजापुर के रक्षित केंद्र में मुलाकात की। उन्होंने जवानों के साहस और सफलता की सराहना की और उनका हौसला बढ़ाया। उपमुख्यमंत्री ने कहा, “सुरक्षा बलों के जवानों की ताकत की वजह से ही आज मैं सड़क मार्ग से बीजापुर आ सका हूं। इससे पहले कोई भी गृहमंत्री सड़क मार्ग से बीजापुर नहीं आया।”
गौरतलब है कि 20 मार्च को हुई मुठभेड़ में 14 महिला माओवादी सहित 26 माओवादी मारे गए थे। मारे गए माओवादियों में डिवीसीएम, एसीएम, पीपीसीएम और पीएलजीए के सदस्य शामिल थे। बस्तर रेंज में तैनात विभिन्न सुरक्षा बलों द्वारा इस ऑपरेशन को सफलता पूर्वक अंजाम दिया गया, जिससे बस्तर क्षेत्र में शांति और सुरक्षा की स्थिति मजबूत हुई।
देश और दुनिया की सोच बदल दी
उपमुख्यमंत्री ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की ओर से सभी जवानों को शुभकामनाएं देता हूं। आपके पराक्रम और साहस से बस्तर में शांति लौटेगी। इस अभियान ने देश और दुनिया की सोच बदल दी है।” उन्होंने शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि बस्तर शांति का टापू था, लेकिन कुछ दिग्भ्रमित लोगों ने शांति भंग की। अब सुरक्षा बल और पुलिस ऐसे लोगों को खत्म करके ही रहेंगे। यह छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा ऑपरेशन था। इस मौके पर बस्तर आईजी सुंदरराज पी, डीआईजी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य पुलिस अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित थे।
जगदलपुर। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा बीजापुर पहुंचे और गंगालूर क्षेत्र के अंड्री के जंगलों में पुलिस और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में शामिल सुरक्षा बलों के जवानों से बीजापुर के रक्षित केंद्र में मुलाकात की। उन्होंने जवानों के साहस और सफलता की सराहना की और उनका हौसला बढ़ाया। उपमुख्यमंत्री ने कहा, “सुरक्षा बलों के जवानों की ताकत की वजह से ही आज मैं सड़क मार्ग से बीजापुर आ सका हूं। इससे पहले कोई भी गृहमंत्री सड़क मार्ग से बीजापुर नहीं आया।”
गौरतलब है कि 20 मार्च को हुई मुठभेड़ में 14 महिला माओवादी सहित 26 माओवादी मारे गए थे। मारे गए माओवादियों में डिवीसीएम, एसीएम, पीपीसीएम और पीएलजीए के सदस्य शामिल थे। बस्तर रेंज में तैनात विभिन्न सुरक्षा बलों द्वारा इस ऑपरेशन को सफलता पूर्वक अंजाम दिया गया, जिससे बस्तर क्षेत्र में शांति और सुरक्षा की स्थिति मजबूत हुई।
देश और दुनिया की सोच बदल दी
उपमुख्यमंत्री ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की ओर से सभी जवानों को शुभकामनाएं देता हूं। आपके पराक्रम और साहस से बस्तर में शांति लौटेगी। इस अभियान ने देश और दुनिया की सोच बदल दी है।” उन्होंने शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि बस्तर शांति का टापू था, लेकिन कुछ दिग्भ्रमित लोगों ने शांति भंग की। अब सुरक्षा बल और पुलिस ऐसे लोगों को खत्म करके ही रहेंगे। यह छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा ऑपरेशन था। इस मौके पर बस्तर आईजी सुंदरराज पी, डीआईजी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य पुलिस अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित थे।