लंदन। न्यू साउथ वेल्स के कप्तान मोइसेस हेनरिक्स ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। उन्होंने 2024-25 सीजन के बीच में ही इस प्रारूप से खुद को अलग कर लिया था।
38 वर्षीय हेनरिक्स, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए चार टेस्ट मैच खेले हैं, अब भी न्यू साउथ वेल्स के लिए वनडे कप में उपलब्ध रहेंगे। इसके अलावा, वह सिडनी सिक्सर्स के साथ अपने मौजूदा अनुबंध के तहत एक और सीजन खेलेंगे, जहां वे कप्तान भी हैं।
हेनरिक्स ने नवंबर की शुरुआत के बाद से शेफील्ड शील्ड में न्यू साउथ वेल्स के लिए कोई मैच नहीं खेला। उनकी गैरमौजूदगी में जैक एडवर्ड्स ने टीम की कमान संभाली और न्यू साउथ वेल्स ने फाइनल में जगह बनाने की पूरी कोशिश की, हालांकि अंत में वे चौथे स्थान पर रहे।
“शेफील्ड शील्ड क्रिकेट से संन्यास लेने का मन पहले ही बना लिया था”
अपनी संन्यास की घोषणा करते हुए हेनरिक्स ने कहा, “इस साल क्रिसमस से पहले ही मैंने तय कर लिया था कि अब मुझे शेफील्ड शील्ड क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए। इस राज्य का नेतृत्व करना और उसके लिए खेलना मेरे लिए सम्मान की बात थी, लेकिन न्यू साउथ वेल्स के लिए खेलना सिर्फ शब्दों और तैयारी से नहीं होता, बल्कि प्रदर्शन से होता है।”
उन्होंने आगे कहा, “मेरी फिटनेस अभी भी ठीक थी, लेकिन इस उम्र में अगर मैं अपने राज्य के लिए मैच नहीं जिता पा रहा, तो फिर मैं कैसे नेतृत्व कर सकता हूं? हमारे पास शानदार युवा खिलाड़ी हैं जो इस टीम को आगे लेकर जाएंगे और मैं उन्हें पूरा समर्थन दूंगा।”
शानदार प्रथम श्रेणी करियर
अपने प्रथम श्रेणी करियर में हेनरिक्स ने 6830 रन बनाए, जिसमें उनका औसत 34.84 का रहा और उन्होंने 13 शतक जड़े। गेंदबाजी में भी उन्होंने 30.75 की औसत से 127 विकेट हासिल किए।
करियर के शुरुआती दौर में उन्हें ऑस्ट्रेलिया का भविष्य माना जा रहा था। 2013 में चेन्नई में भारत के खिलाफ अपने टेस्ट डेब्यू पर उन्होंने 68 और नाबाद 81 रन बनाए थे। हालांकि, इसके बाद के तीन टेस्ट मैचों में वे दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाए।
हेनरिक्स ने न्यू साउथ वेल्स टीम की कमान जैक एडवर्ड्स को सौंपते हुए कहा, “जैक एडवर्ड्स ने टीम की कमान संभाली है और उन्होंने इतनी कम उम्र में ही बेहतरीन नेतृत्व क्षमता दिखाई है।”
उन्होंने क्रिकेट न्यू साउथ वेल्स का भी आभार जताते हुए कहा, “मैं 17 साल की उम्र से इस संगठन का हिस्सा रहा हूं और इसने हर कदम पर मेरा समर्थन किया। 21 साल बाद भी, मैं छोटे प्रारूपों में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा और इस खेल को वापस कुछ देने की इच्छा रखता हूं।”
कोच ग्रेग शिपर्ड ने हेनरिक्स की सराहना की न्यू साउथ वेल्स के कोच ग्रेग शिपर्ड ने हेनरिक्स के योगदान की सराहना की।उन्होंने कहा, “मोइसेस ने न्यू साउथ वेल्स के लिए मैदान पर जो कुछ किया है, वह तो सभी जानते हैं, लेकिन उनका योगदान मैदान के बाहर भी अविश्वसनीय रहा है। वे एक शानदार पेशेवर और लीडर हैं, और न्यू साउथ वेल्स क्रिकेट को उनके योगदान से बहुत लाभ मिला है।”
शिपर्ड ने आगे कहा, “वनडे कप और बिग बैश लीग में हमने देखा कि उनके पास अभी भी देने के लिए बहुत कुछ है और मैं उनके साथ आगे भी काम करने के लिए उत्साहित हूं।”
लंदन। न्यू साउथ वेल्स के कप्तान मोइसेस हेनरिक्स ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। उन्होंने 2024-25 सीजन के बीच में ही इस प्रारूप से खुद को अलग कर लिया था।
38 वर्षीय हेनरिक्स, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए चार टेस्ट मैच खेले हैं, अब भी न्यू साउथ वेल्स के लिए वनडे कप में उपलब्ध रहेंगे। इसके अलावा, वह सिडनी सिक्सर्स के साथ अपने मौजूदा अनुबंध के तहत एक और सीजन खेलेंगे, जहां वे कप्तान भी हैं।
हेनरिक्स ने नवंबर की शुरुआत के बाद से शेफील्ड शील्ड में न्यू साउथ वेल्स के लिए कोई मैच नहीं खेला। उनकी गैरमौजूदगी में जैक एडवर्ड्स ने टीम की कमान संभाली और न्यू साउथ वेल्स ने फाइनल में जगह बनाने की पूरी कोशिश की, हालांकि अंत में वे चौथे स्थान पर रहे।
“शेफील्ड शील्ड क्रिकेट से संन्यास लेने का मन पहले ही बना लिया था”
अपनी संन्यास की घोषणा करते हुए हेनरिक्स ने कहा, “इस साल क्रिसमस से पहले ही मैंने तय कर लिया था कि अब मुझे शेफील्ड शील्ड क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए। इस राज्य का नेतृत्व करना और उसके लिए खेलना मेरे लिए सम्मान की बात थी, लेकिन न्यू साउथ वेल्स के लिए खेलना सिर्फ शब्दों और तैयारी से नहीं होता, बल्कि प्रदर्शन से होता है।”
उन्होंने आगे कहा, “मेरी फिटनेस अभी भी ठीक थी, लेकिन इस उम्र में अगर मैं अपने राज्य के लिए मैच नहीं जिता पा रहा, तो फिर मैं कैसे नेतृत्व कर सकता हूं? हमारे पास शानदार युवा खिलाड़ी हैं जो इस टीम को आगे लेकर जाएंगे और मैं उन्हें पूरा समर्थन दूंगा।”
शानदार प्रथम श्रेणी करियर
अपने प्रथम श्रेणी करियर में हेनरिक्स ने 6830 रन बनाए, जिसमें उनका औसत 34.84 का रहा और उन्होंने 13 शतक जड़े। गेंदबाजी में भी उन्होंने 30.75 की औसत से 127 विकेट हासिल किए।
करियर के शुरुआती दौर में उन्हें ऑस्ट्रेलिया का भविष्य माना जा रहा था। 2013 में चेन्नई में भारत के खिलाफ अपने टेस्ट डेब्यू पर उन्होंने 68 और नाबाद 81 रन बनाए थे। हालांकि, इसके बाद के तीन टेस्ट मैचों में वे दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाए।
हेनरिक्स ने न्यू साउथ वेल्स टीम की कमान जैक एडवर्ड्स को सौंपते हुए कहा, “जैक एडवर्ड्स ने टीम की कमान संभाली है और उन्होंने इतनी कम उम्र में ही बेहतरीन नेतृत्व क्षमता दिखाई है।”
उन्होंने क्रिकेट न्यू साउथ वेल्स का भी आभार जताते हुए कहा, “मैं 17 साल की उम्र से इस संगठन का हिस्सा रहा हूं और इसने हर कदम पर मेरा समर्थन किया। 21 साल बाद भी, मैं छोटे प्रारूपों में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा और इस खेल को वापस कुछ देने की इच्छा रखता हूं।”
कोच ग्रेग शिपर्ड ने हेनरिक्स की सराहना की न्यू साउथ वेल्स के कोच ग्रेग शिपर्ड ने हेनरिक्स के योगदान की सराहना की।उन्होंने कहा, “मोइसेस ने न्यू साउथ वेल्स के लिए मैदान पर जो कुछ किया है, वह तो सभी जानते हैं, लेकिन उनका योगदान मैदान के बाहर भी अविश्वसनीय रहा है। वे एक शानदार पेशेवर और लीडर हैं, और न्यू साउथ वेल्स क्रिकेट को उनके योगदान से बहुत लाभ मिला है।”
शिपर्ड ने आगे कहा, “वनडे कप और बिग बैश लीग में हमने देखा कि उनके पास अभी भी देने के लिए बहुत कुछ है और मैं उनके साथ आगे भी काम करने के लिए उत्साहित हूं।”