ओटावा: पहलगाम हमले के बाद भारत में उथल पुथल मची हुई है, लेकिन इसे बाद भी भारत की नजर सात समंदर पार कनाडा में होने वाले आम चुनाव पर टिकी हुई है। क्योंकि इस चुनाव के नतीजे ही बताएंगे कि भविष्य में भारत और कनाडा के रिश्ते कैसे रहने वाले हैं। तो चलिए आपको बतातें है कि कनाडा प्रधानमंत्री चुनाव में कौन-कौन अपनी किस्मत आजमा रहे हैं और किसका जीतना भारत के लिए सही हो सकता है।
कनाडा के लोग सोमवार यानी 28 अप्रैल को अपना नया प्रधानमंत्री चुनने के लिए मतदान कर रहे हैं। इससे पहले रविवार की देर शाम तक प्रधानमंत्री का चुनाव लड़ रहे सभी उम्मीदवारों ने मतदाताओं को रिझाने का अपना आखिरी प्रयास किया।कनाडा में हो रहा यह चुनाव पहले हुए चुनावों से कई मायनों में अलग है। एक दशक में कनाडा के अंदर होने जा रहा यह पहला ऐसा आम चुनाव है जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो रेस में शामिल नहीं है। मुकाबला प्रमुख रूप से कनाडा की दो सबसे बड़ी पार्टी- कंजर्वेटिव और लिबरल के बीच है।
लिबरल की ओर से मार्क कार्नी मैदान में हैं। कार्नी इस वक्त कनाडा के मौजूदा प्रधानमंत्री भी हैं। उन्होंने ये पद पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफा देने के बाद संभाला था। जस्टिन ट्रूडो इस साल की शुरुआत में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। ट्रूडो 2015 से लगातार 10 साल तक कनाडा के प्रधानमंत्री के पद पर रहे थे। कार्नी राजनीति में नए हैं इससे पहले वो कनाडा और इंग्लैंड दोनों बैंकों के प्रमुख रहे हैं। कार्नी का मजबूत पक्ष है उनका इकनॉमिक बैकग्राउंड है।
ओटावा: पहलगाम हमले के बाद भारत में उथल पुथल मची हुई है, लेकिन इसे बाद भी भारत की नजर सात समंदर पार कनाडा में होने वाले आम चुनाव पर टिकी हुई है। क्योंकि इस चुनाव के नतीजे ही बताएंगे कि भविष्य में भारत और कनाडा के रिश्ते कैसे रहने वाले हैं। तो चलिए आपको बतातें है कि कनाडा प्रधानमंत्री चुनाव में कौन-कौन अपनी किस्मत आजमा रहे हैं और किसका जीतना भारत के लिए सही हो सकता है।
कनाडा के लोग सोमवार यानी 28 अप्रैल को अपना नया प्रधानमंत्री चुनने के लिए मतदान कर रहे हैं। इससे पहले रविवार की देर शाम तक प्रधानमंत्री का चुनाव लड़ रहे सभी उम्मीदवारों ने मतदाताओं को रिझाने का अपना आखिरी प्रयास किया।कनाडा में हो रहा यह चुनाव पहले हुए चुनावों से कई मायनों में अलग है। एक दशक में कनाडा के अंदर होने जा रहा यह पहला ऐसा आम चुनाव है जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो रेस में शामिल नहीं है। मुकाबला प्रमुख रूप से कनाडा की दो सबसे बड़ी पार्टी- कंजर्वेटिव और लिबरल के बीच है।
लिबरल की ओर से मार्क कार्नी मैदान में हैं। कार्नी इस वक्त कनाडा के मौजूदा प्रधानमंत्री भी हैं। उन्होंने ये पद पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफा देने के बाद संभाला था। जस्टिन ट्रूडो इस साल की शुरुआत में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। ट्रूडो 2015 से लगातार 10 साल तक कनाडा के प्रधानमंत्री के पद पर रहे थे। कार्नी राजनीति में नए हैं इससे पहले वो कनाडा और इंग्लैंड दोनों बैंकों के प्रमुख रहे हैं। कार्नी का मजबूत पक्ष है उनका इकनॉमिक बैकग्राउंड है।