रायपुर । आईजी रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा ने
राजधानी के ट्रैफिक सिपाही हवलदारों की बैठक में शहर की यातायात व्यवस्था
के सुगम संचालन में चर्चा की गई। साथ ही ड्यूटी के दौरान कर्मचारियों को
होने वाली समस्याओं को भी सुना गया।
मिश्रा ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस शहर की पहचान होती। बाहर से आए हर
व्यक्ति का सामना सबसे पहले यातायात पुलिस एवं यातायात व्यवस्था से यह
अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर के लोग कैसे होंगे।, ट्रैफिक ड्यूटी पुलिस
विभाग का सबसे कठिन ड्यूटी है। और शहर की यातायात व्यवस्था को और अधिक
अच्छा बनाना है इसके लिए हम सभी को अपने विवेक से काम करना होगा।
बैठक के दौरान किसी भी प्रकार की अपराधिक घटनाओं में अपराधियों का सामना
सबसे पहले ट्रैफिक से होती है अतः आपमें यह कौशल होना आवश्यक है कि आप
वाहन चालक के हावभाव एवं उनके आंखों को देखकर पहचान सकते है कि कौन अपराधिक
प्रवृत्ति का व्यक्ति है और कौन सामान्य व्यक्ति। आप अपने बीट क्षेत्र के
संदिग्ध लोगों पर भी नज़र रखें। ड्यूटी के दौरान यदि कोई वाहन चालक आपके साथ
दुर्व्यवहार करता है या आपके साथ वाद-विवाद करता है तो उनसे उलझे नही
तत्काल अपने वरिष्ठ अधिकारी के माध्यम से सुचित करें । अवश्य उनके विरूद्ध
ठोस कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में ट्रैफिक जवानों ने बताया कि राजधानी में हमेशा व्हीव्हीआईपी
मुव्हमेंट के कारण प्रतिदिन 10 से 12 घण्टे कार्य करना पड़ता है, ट्रैफिक
वर्दी सफेद होने के कारण एक दिन से ज्यादा नहीं उपयोग कर सकते व साल में कम
से कम 04 जोड़ी वर्दी बनाना पड़ता है इसके लिए अलग से युनिफार्म भत्ता
स्वीकृत किये जाने से आर्थिक समस्याओं का हल हो सकता है। इसी प्रकार
ट्रैफिक पुलिस का कैप गर्मी के दिनों में बहुत ज्यादा गरम हो जाता है जिसके
कारण सिर में दर्द होती है इसके स्थान पर पी-कैप ज्यादा उपयोगी होगी। आईजी
ने इन समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान का भरोसा दिलाया । साथ ही सड़क
दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सभी कर्मचारियों से सुझाव भी मांगी गई जिस पर
कर्मचारियों द्वारा अपना सुझाव दिया गया।
रायपुर । आईजी रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा ने
राजधानी के ट्रैफिक सिपाही हवलदारों की बैठक में शहर की यातायात व्यवस्था
के सुगम संचालन में चर्चा की गई। साथ ही ड्यूटी के दौरान कर्मचारियों को
होने वाली समस्याओं को भी सुना गया।
मिश्रा ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस शहर की पहचान होती। बाहर से आए हर
व्यक्ति का सामना सबसे पहले यातायात पुलिस एवं यातायात व्यवस्था से यह
अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर के लोग कैसे होंगे।, ट्रैफिक ड्यूटी पुलिस
विभाग का सबसे कठिन ड्यूटी है। और शहर की यातायात व्यवस्था को और अधिक
अच्छा बनाना है इसके लिए हम सभी को अपने विवेक से काम करना होगा।
बैठक के दौरान किसी भी प्रकार की अपराधिक घटनाओं में अपराधियों का सामना
सबसे पहले ट्रैफिक से होती है अतः आपमें यह कौशल होना आवश्यक है कि आप
वाहन चालक के हावभाव एवं उनके आंखों को देखकर पहचान सकते है कि कौन अपराधिक
प्रवृत्ति का व्यक्ति है और कौन सामान्य व्यक्ति। आप अपने बीट क्षेत्र के
संदिग्ध लोगों पर भी नज़र रखें। ड्यूटी के दौरान यदि कोई वाहन चालक आपके साथ
दुर्व्यवहार करता है या आपके साथ वाद-विवाद करता है तो उनसे उलझे नही
तत्काल अपने वरिष्ठ अधिकारी के माध्यम से सुचित करें । अवश्य उनके विरूद्ध
ठोस कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में ट्रैफिक जवानों ने बताया कि राजधानी में हमेशा व्हीव्हीआईपी
मुव्हमेंट के कारण प्रतिदिन 10 से 12 घण्टे कार्य करना पड़ता है, ट्रैफिक
वर्दी सफेद होने के कारण एक दिन से ज्यादा नहीं उपयोग कर सकते व साल में कम
से कम 04 जोड़ी वर्दी बनाना पड़ता है इसके लिए अलग से युनिफार्म भत्ता
स्वीकृत किये जाने से आर्थिक समस्याओं का हल हो सकता है। इसी प्रकार
ट्रैफिक पुलिस का कैप गर्मी के दिनों में बहुत ज्यादा गरम हो जाता है जिसके
कारण सिर में दर्द होती है इसके स्थान पर पी-कैप ज्यादा उपयोगी होगी। आईजी
ने इन समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान का भरोसा दिलाया । साथ ही सड़क
दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सभी कर्मचारियों से सुझाव भी मांगी गई जिस पर
कर्मचारियों द्वारा अपना सुझाव दिया गया।