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भारत के कुछ ऐसे ट्रेनों के रूट आपको करवा सकते हैं कुछ ही घंटों में विदेश का सफर :

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  1. ट्रेन परफेक्ट साधनों में से एक है। ये ट्रांसपोर्ट न सिर्फ आपको प्रकृति से रूबरू करवाता है, बल्कि बैठे-बैठे आप फिल्मों को देखना, नॉवल्स पढ़ना जैसी कई चीजें कर सकते हैं। हालांकि आपको भारत में ही घूमने के लिए कई डोमेस्टिक ट्रेन मिल जाएंगी, लेकिन कभी आपने सोचा है कि भारत में कुछ ऐसी इंटरनेशनल ट्रेन हैं जिनके रूट दूसरे देशों से जुड़े हुए हैं। आप भी सोच रहे होंगे कि अभी तक हमने फ्लाइट के बारे में सुना था, लेकिन ये ट्रेन से कैसे जा सकते हैं। तो चलिए आज हम भारत के उन ट्रेन रूटों के बारे में बताते हैं, जिनकी मदद से आप कुछ ही घंटों में विदेश पहुंच सकते हैं।

    समझौता एक्सप्रेस भारत में नई दिल्ली और अटारी और पाकिस्तान में लाहौर के बीच सप्ताह में दो बार चलती है। जब इसे पहली बार 1976 में शुरू किया गया था, तो 1994 तक ये रोजाना वाली ट्रेन हुआ करती थी। आप इस ट्रेन का टिकट अमृतसर के अटारी जंक्शन से तभी खरीद सकते हैं, जब आपके पास पाकिस्तान का वैध वीजा हो। ट्रेन से आप 27 किमी की दूरी तय कर 4 घंटे में आराम से पहुंच सकते हैं। ट्रेन केवल पंजाब के वाघा स्टेशन पर रुकती है।

    भारतीय रेलवे नेटवर्क द्वारा हफ्ते में एक बार चलने वाली ये इंटरनेशनल ट्रेन, जोधपुर में भगत की कोठी स्टेशन और पाकिस्तान में मुनाबाओ जंक्शन के बीच चलती है। ट्रेन किसी भी स्टेशन पर नहीं रुकती है। 54 किमी/घंटा की गति से चलने वाली इस ट्रेन की मदद से आप 6 घंटे में आराम से पहुंच सकते हैं। इन दोनों रूटों के बीच की दूरी 325 किलोमीटर है। ट्रेन में स्लीपर क्लास और एसआरएल सहित 9 कोच शामिल हैं।

    2008 में शुरू हुई, मैत्री एक्सप्रेस भारत में कोलकाता और बांग्लादेश में ढाका के बीच सप्ताह में छह दिन चलती है। यह 9 घंटे से भी कम समय में 375 किलोमीटर की दूरी तय करती है। टिकट कोलकाता रेलवे स्टेशन पर मिलती हैं, लेकिन यहां जाने के लिए आपके पास वैध और मान्य बांग्लादेश वीजा होना चाहिए। ट्रेन दो प्रमुख नदियों को पार करती है - एक 100 साल पुराने हार्डिंग ब्रिज पर पद्मा नदी और बंगबंधु ब्रिज पर जमुना नदी।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2017 में शुरू की गई, बंधन एक्सप्रेस भारत में कोलकाता से और बांग्लादेश में खुलना (Khulna) के बीच हर हफ्ते चलती है। यह पूरी तरह से वातानुकूलित ट्रेन है, जिसमें लाल-ग्रे और आसमानी रंग के कोच हैं। हालांकि, ट्रेन में चढ़ने के लिए वैध वीजा जरूरी है। ट्रेन में और अधिक यात्रियों चढाने के लिए ये ट्रेन जेसोर में 3 मिनट के लिए रूकती है।

  1. ट्रेन परफेक्ट साधनों में से एक है। ये ट्रांसपोर्ट न सिर्फ आपको प्रकृति से रूबरू करवाता है, बल्कि बैठे-बैठे आप फिल्मों को देखना, नॉवल्स पढ़ना जैसी कई चीजें कर सकते हैं। हालांकि आपको भारत में ही घूमने के लिए कई डोमेस्टिक ट्रेन मिल जाएंगी, लेकिन कभी आपने सोचा है कि भारत में कुछ ऐसी इंटरनेशनल ट्रेन हैं जिनके रूट दूसरे देशों से जुड़े हुए हैं। आप भी सोच रहे होंगे कि अभी तक हमने फ्लाइट के बारे में सुना था, लेकिन ये ट्रेन से कैसे जा सकते हैं। तो चलिए आज हम भारत के उन ट्रेन रूटों के बारे में बताते हैं, जिनकी मदद से आप कुछ ही घंटों में विदेश पहुंच सकते हैं।

    समझौता एक्सप्रेस भारत में नई दिल्ली और अटारी और पाकिस्तान में लाहौर के बीच सप्ताह में दो बार चलती है। जब इसे पहली बार 1976 में शुरू किया गया था, तो 1994 तक ये रोजाना वाली ट्रेन हुआ करती थी। आप इस ट्रेन का टिकट अमृतसर के अटारी जंक्शन से तभी खरीद सकते हैं, जब आपके पास पाकिस्तान का वैध वीजा हो। ट्रेन से आप 27 किमी की दूरी तय कर 4 घंटे में आराम से पहुंच सकते हैं। ट्रेन केवल पंजाब के वाघा स्टेशन पर रुकती है।

    भारतीय रेलवे नेटवर्क द्वारा हफ्ते में एक बार चलने वाली ये इंटरनेशनल ट्रेन, जोधपुर में भगत की कोठी स्टेशन और पाकिस्तान में मुनाबाओ जंक्शन के बीच चलती है। ट्रेन किसी भी स्टेशन पर नहीं रुकती है। 54 किमी/घंटा की गति से चलने वाली इस ट्रेन की मदद से आप 6 घंटे में आराम से पहुंच सकते हैं। इन दोनों रूटों के बीच की दूरी 325 किलोमीटर है। ट्रेन में स्लीपर क्लास और एसआरएल सहित 9 कोच शामिल हैं।

    2008 में शुरू हुई, मैत्री एक्सप्रेस भारत में कोलकाता और बांग्लादेश में ढाका के बीच सप्ताह में छह दिन चलती है। यह 9 घंटे से भी कम समय में 375 किलोमीटर की दूरी तय करती है। टिकट कोलकाता रेलवे स्टेशन पर मिलती हैं, लेकिन यहां जाने के लिए आपके पास वैध और मान्य बांग्लादेश वीजा होना चाहिए। ट्रेन दो प्रमुख नदियों को पार करती है - एक 100 साल पुराने हार्डिंग ब्रिज पर पद्मा नदी और बंगबंधु ब्रिज पर जमुना नदी।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2017 में शुरू की गई, बंधन एक्सप्रेस भारत में कोलकाता से और बांग्लादेश में खुलना (Khulna) के बीच हर हफ्ते चलती है। यह पूरी तरह से वातानुकूलित ट्रेन है, जिसमें लाल-ग्रे और आसमानी रंग के कोच हैं। हालांकि, ट्रेन में चढ़ने के लिए वैध वीजा जरूरी है। ट्रेन में और अधिक यात्रियों चढाने के लिए ये ट्रेन जेसोर में 3 मिनट के लिए रूकती है।

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