- यह जरूरी नहीं है कि आप दुनिया के महंगी से महंगी चीजें खाकर स्वस्थ रह सकते हैं बल्कि यह जरूरी है कि आपके खाने की आदतें कैसी हैं।
स्वस्थ और लंबा जीवन हर कोई जीना चाहता है। स्वस्थ जीवन के यह बहुत जरूरी है कि आप क्या खाते-पीते हैं। यह जरूरी नहीं है कि आप दुनिया के महंगी से महंगी चीजें खाकर स्वस्थ रह सकते हैं बल्कि यह जरूरी है कि आपके खाने की आदतें कैसी हैं। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कई बार बढ़िया से बढ़िया खाने की चीजों के सेवन से भी सेहत को फायदा नहीं होता, अगर आप खाने के कुछ बेसिक नियम फॉलो नहीं करते हैं।
बेहतर खान-पान के जरिए आप सौ साल तक जी सकते हैं लेकिन आपको यह पता होना चाहिए कि क्या आप क्या, कब, कैसे और कितना खा रहे हैं। दरअसल खाने-पीने से जुड़े यह नियम सीधे रूप से शरीर को फायदा देते हैं।
साल 2021 में 70,000 से अधिक अमेरिकियों ने अपना 100 वां जन्मदिन मनाया। इस दौरान यह पता चला है कि वे क्या और किस तरह खाते थे। उनके खाने-पीने की आदतों पर एक रिसर्च की गई। इस रिसर्च से पता चलता है कि अगर किसी को स्वस्थ और लंबा जीवन जीना है, तो उसे खाने की किन आदतों को फॉलो करना चाहिए।
फलियों का अधिक सेवन
फलियों को एक जादुई भोजन माना गया है। नियमित रूप से विभिन्न तरह की फलियों का सेवन सेहत को दुरुस्त रखने का सबसे बेहतर तरीका है। फलियों में फवा बीन्स, ब्लैक बीन्स और यहां तक कि सोयाबीन और दाल भी शामिल हैं।
80% नियम का पालन करना
इसका मतलब यह है कि खाते समय जब आपको लगे कि आपका पेट 80% भर गया है, तो खाना बंद कर दें। दरअसल भूख न लगने और पेट भरा हुआ महसूस होने के बीच 20% का अंतर रहना चाहिए। इससे वजन कम करने में मदद मिल सकती है। जाहिर है बढ़ता मोटापा कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है।
दिन चढ़ने के साथ कम खाना
ऐसा माना जाता है कि दिन गुजरने के साथ-साथ मानव शरीर को कम कैलोरी का उपभोग करना चाहिए। यह लोग लोग अपना सबसे छोटा भोजन सबसे अंत में खाते हैं। बहुत देर रात में कुछ नहीं खाते हैं। आपके दिन की शुरुआत के भोजन बड़ा होना चाहिए न कि सोते समय वाला।
कम खाना
सेहतमंद रहने के लिए यह जरूरी नहीं है कि आप खूब खाना शुरू कर दें। दरअसल आपकी प्लेट में कम ही सही लेकिन पौष्टिक चीजें होनी चाहिए। सौ से अधिक साल जीने वाले यह लोग एक बार में 3 से 4-औंस के बीच खाते हैं, जो ताश के पत्तों के आकार के बराबर है।
मांस का कम सेवन
इस बात को विशेषज्ञ भी मानते हैं कि मांस के बजाय प्लांट बेस्ड डाइट लेने से शरीर को लंबे समय तक ताकतवर बनाने में मदद मिल सकती है। यह लोग औसतन महीने में केवल पांच बार ही मांस खाते हैं।
- यह जरूरी नहीं है कि आप दुनिया के महंगी से महंगी चीजें खाकर स्वस्थ रह सकते हैं बल्कि यह जरूरी है कि आपके खाने की आदतें कैसी हैं।
स्वस्थ और लंबा जीवन हर कोई जीना चाहता है। स्वस्थ जीवन के यह बहुत जरूरी है कि आप क्या खाते-पीते हैं। यह जरूरी नहीं है कि आप दुनिया के महंगी से महंगी चीजें खाकर स्वस्थ रह सकते हैं बल्कि यह जरूरी है कि आपके खाने की आदतें कैसी हैं। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कई बार बढ़िया से बढ़िया खाने की चीजों के सेवन से भी सेहत को फायदा नहीं होता, अगर आप खाने के कुछ बेसिक नियम फॉलो नहीं करते हैं।
बेहतर खान-पान के जरिए आप सौ साल तक जी सकते हैं लेकिन आपको यह पता होना चाहिए कि क्या आप क्या, कब, कैसे और कितना खा रहे हैं। दरअसल खाने-पीने से जुड़े यह नियम सीधे रूप से शरीर को फायदा देते हैं।
साल 2021 में 70,000 से अधिक अमेरिकियों ने अपना 100 वां जन्मदिन मनाया। इस दौरान यह पता चला है कि वे क्या और किस तरह खाते थे। उनके खाने-पीने की आदतों पर एक रिसर्च की गई। इस रिसर्च से पता चलता है कि अगर किसी को स्वस्थ और लंबा जीवन जीना है, तो उसे खाने की किन आदतों को फॉलो करना चाहिए।
फलियों का अधिक सेवन
फलियों को एक जादुई भोजन माना गया है। नियमित रूप से विभिन्न तरह की फलियों का सेवन सेहत को दुरुस्त रखने का सबसे बेहतर तरीका है। फलियों में फवा बीन्स, ब्लैक बीन्स और यहां तक कि सोयाबीन और दाल भी शामिल हैं।
80% नियम का पालन करना
इसका मतलब यह है कि खाते समय जब आपको लगे कि आपका पेट 80% भर गया है, तो खाना बंद कर दें। दरअसल भूख न लगने और पेट भरा हुआ महसूस होने के बीच 20% का अंतर रहना चाहिए। इससे वजन कम करने में मदद मिल सकती है। जाहिर है बढ़ता मोटापा कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है।
दिन चढ़ने के साथ कम खाना
ऐसा माना जाता है कि दिन गुजरने के साथ-साथ मानव शरीर को कम कैलोरी का उपभोग करना चाहिए। यह लोग लोग अपना सबसे छोटा भोजन सबसे अंत में खाते हैं। बहुत देर रात में कुछ नहीं खाते हैं। आपके दिन की शुरुआत के भोजन बड़ा होना चाहिए न कि सोते समय वाला।
कम खाना
सेहतमंद रहने के लिए यह जरूरी नहीं है कि आप खूब खाना शुरू कर दें। दरअसल आपकी प्लेट में कम ही सही लेकिन पौष्टिक चीजें होनी चाहिए। सौ से अधिक साल जीने वाले यह लोग एक बार में 3 से 4-औंस के बीच खाते हैं, जो ताश के पत्तों के आकार के बराबर है।
मांस का कम सेवन
इस बात को विशेषज्ञ भी मानते हैं कि मांस के बजाय प्लांट बेस्ड डाइट लेने से शरीर को लंबे समय तक ताकतवर बनाने में मदद मिल सकती है। यह लोग औसतन महीने में केवल पांच बार ही मांस खाते हैं।