वाराणसी, ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे दूसरे दिन भी जारी है। सुबह से जारी सर्वे का समय डेढ़ घण्टे बढ़ा दिया गया। एक तहखाने से मलबा और जमा पानी निकालने के लिए समय लिया गया। पहले सुबह आठ से 12 बजे तक समय तय था, अब करीब डेढ़ बजे तक होगा। ज्ञानवापी सर्वे को देखते हुए मुस्लिम इलाकों में सतर्कता और सुरक्षा व्यवस्था को फोर्स बढ़ाई गई। वाराणसी जिले में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे-वीडियोग्राफी कार्य रविवार को दूसरे दिन भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जारी रहा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मस्जिद समिति की आपत्तियों के बीच पिछले सप्ताह सर्वेक्षण रोक दिया गया था। समिति ने दावा किया था कि सर्वे के लिए अदालत द्वारा नियुक्त अधिवक्ता आयुक्त को परिसर के अंदर वीडियोग्राफी कराने का अधिकार नहीं है। सर्वे स्थल पर पहुंचे वाराणसी के पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने रविवार को 'पीटीआई-भाषा' से कहा कि माननीय अदालत के आदेश के अनुसार आज दूसरे दिन भी ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आयोग के सदस्य अंदर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "कल भी सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था की गई थी, लेकिन आज उसे और बेहतर करते हुए यह सुनिश्चित किया गया है कि दर्शन-पूजन करने आए लोगों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो।
गणेश ने कहा कि एक आदर्श माहौल उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है, ताकि सर्वे प्रक्रिया बिना किसी बाधा के आगे बढ़ सके। वहीं, वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि रविवार को लगातार दूसरे दिन ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे-वीडियोग्राफी कार्य हो रहा है। अधिकारियों ने कहा कि शनिवार को सर्वे प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई थी और किसी को कोई आपत्ति नहीं थी।
सर्वे के लिए जाते समय विशेष अधिवक्ता आयुक्त विशाल सिंह ने कहा, “मेरे साथ उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता राजेंद्र नाथ पांडेय भी सर्वे के दौरान मस्जिद परिसर में मौजूद रहेंगे। बाकी शनिवार वाली ही पूरी टीम रविवार को अंदर जा रही है।” सिंह के मुताबिक, पूरी कोशिश होगी कि आज सर्वे पूरा कर लिया जाए और 17 मई को अदालत में रिपोर्ट पेश की जाए।
उल्लेखनीय है कि ज्ञानवापी मस्जिद प्रतिष्ठित काशी विश्वनाथ मंदिर के करीब स्थित है। स्थानीय अदालत महिलाओं के एक समूह द्वारा इसकी बाहरी दीवारों पर मूर्तियों के सामने दैनिक प्रार्थना की अनुमति की मांग वाली याचिका पर सुनवाई कर रही है। वाराणसी की एक अदालत ने ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी परिसर का सर्वे-वीडियोग्राफी कार्य कराने के लिए नियुक्त अधिवक्ता आयुक्त (कोर्ट कमिश्नर) अजय मिश्रा को पक्षपात के आरोप में हटाने की मांग संबंधी याचिका बृहस्पतिवार को खारिज कर दी थी। अदालत ने स्पष्ट किया था कि ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर भी वीडियोग्राफी कराई जाएगी। दीवानी अदालत के न्यायाधीश (सीनियर डिवीजन) दिवाकर ने अधिवक्ता आयुक्त मिश्रा को हटाने संबंधी याचिका को नामंजूर करते हुए विशाल सिंह को विशेष अधिवक्ता आयुक्त और अजय प्रताप सिंह को सहायक अधिवक्ता आयुक्त के तौर पर नियुक्त किया था। उन्होंने संपूर्ण परिसर की वीडियोग्राफी करके 17 मई तक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश भी दिए थे।
वाराणसी, ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे दूसरे दिन भी जारी है। सुबह से जारी सर्वे का समय डेढ़ घण्टे बढ़ा दिया गया। एक तहखाने से मलबा और जमा पानी निकालने के लिए समय लिया गया। पहले सुबह आठ से 12 बजे तक समय तय था, अब करीब डेढ़ बजे तक होगा। ज्ञानवापी सर्वे को देखते हुए मुस्लिम इलाकों में सतर्कता और सुरक्षा व्यवस्था को फोर्स बढ़ाई गई। वाराणसी जिले में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे-वीडियोग्राफी कार्य रविवार को दूसरे दिन भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जारी रहा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मस्जिद समिति की आपत्तियों के बीच पिछले सप्ताह सर्वेक्षण रोक दिया गया था। समिति ने दावा किया था कि सर्वे के लिए अदालत द्वारा नियुक्त अधिवक्ता आयुक्त को परिसर के अंदर वीडियोग्राफी कराने का अधिकार नहीं है। सर्वे स्थल पर पहुंचे वाराणसी के पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने रविवार को 'पीटीआई-भाषा' से कहा कि माननीय अदालत के आदेश के अनुसार आज दूसरे दिन भी ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आयोग के सदस्य अंदर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "कल भी सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था की गई थी, लेकिन आज उसे और बेहतर करते हुए यह सुनिश्चित किया गया है कि दर्शन-पूजन करने आए लोगों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो।
गणेश ने कहा कि एक आदर्श माहौल उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है, ताकि सर्वे प्रक्रिया बिना किसी बाधा के आगे बढ़ सके। वहीं, वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि रविवार को लगातार दूसरे दिन ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे-वीडियोग्राफी कार्य हो रहा है। अधिकारियों ने कहा कि शनिवार को सर्वे प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई थी और किसी को कोई आपत्ति नहीं थी।
सर्वे के लिए जाते समय विशेष अधिवक्ता आयुक्त विशाल सिंह ने कहा, “मेरे साथ उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता राजेंद्र नाथ पांडेय भी सर्वे के दौरान मस्जिद परिसर में मौजूद रहेंगे। बाकी शनिवार वाली ही पूरी टीम रविवार को अंदर जा रही है।” सिंह के मुताबिक, पूरी कोशिश होगी कि आज सर्वे पूरा कर लिया जाए और 17 मई को अदालत में रिपोर्ट पेश की जाए।
उल्लेखनीय है कि ज्ञानवापी मस्जिद प्रतिष्ठित काशी विश्वनाथ मंदिर के करीब स्थित है। स्थानीय अदालत महिलाओं के एक समूह द्वारा इसकी बाहरी दीवारों पर मूर्तियों के सामने दैनिक प्रार्थना की अनुमति की मांग वाली याचिका पर सुनवाई कर रही है। वाराणसी की एक अदालत ने ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी परिसर का सर्वे-वीडियोग्राफी कार्य कराने के लिए नियुक्त अधिवक्ता आयुक्त (कोर्ट कमिश्नर) अजय मिश्रा को पक्षपात के आरोप में हटाने की मांग संबंधी याचिका बृहस्पतिवार को खारिज कर दी थी। अदालत ने स्पष्ट किया था कि ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर भी वीडियोग्राफी कराई जाएगी। दीवानी अदालत के न्यायाधीश (सीनियर डिवीजन) दिवाकर ने अधिवक्ता आयुक्त मिश्रा को हटाने संबंधी याचिका को नामंजूर करते हुए विशाल सिंह को विशेष अधिवक्ता आयुक्त और अजय प्रताप सिंह को सहायक अधिवक्ता आयुक्त के तौर पर नियुक्त किया था। उन्होंने संपूर्ण परिसर की वीडियोग्राफी करके 17 मई तक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश भी दिए थे।