ब्रेन फूड्स का मस्तिष्क कार्यों
पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वे दिमाग के विकास में मदद करते हैं
और साथ ही मानसिक कार्यों को करने में भी सुधार करते हैं। "हम जो फूड्स
खाते हैं, वे हमारे दिमाग की संरचना और स्वास्थ्य पर बड़ा प्रभाव डाल सकते
हैं।"
दिमाग
को तेज बनाने वाले फूड्स खाने से शॉर्ट और लॉन्ग टर्म ब्रेन फंक्शन दोनों
में सहायता मिलती है और याददाश्त और एकाग्रता जैसे मानसिक कार्यों में
सुधार होता है।
ब्राह्मी
और शंखपुष्पी जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां मस्तिष्क के स्वास्थ्य को
बढ़ावा देने और मानसिक कार्यप्रणाली में सुधार करने में भी मदद करती हैं।
जिन्कगो और जिनसेंग जैसी जड़ी-बूटियों को आहार में शामिल किया जाना चाहिए क्योंकि ये याददाश्त को मजबूत बनाती हैं।
साबुत गेहूं और अंडे की जर्दी लेसिथिन से भरपूर होती है, जो मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होती है।
एवोकाडोस,
संतरे और डेयरी प्रोडक्ट्स में कोलीन होता है जो याददाश्त में सुधार और
हेल्दी नर्वस सिस्टम को बनाए रखने में मदद करता है।
कैमोमाइल चाय दिमाग को आराम देने और बेहतर नींद लाने में मदद करती है।
ब्रेन फूड्स का मस्तिष्क कार्यों
पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वे दिमाग के विकास में मदद करते हैं
और साथ ही मानसिक कार्यों को करने में भी सुधार करते हैं। "हम जो फूड्स
खाते हैं, वे हमारे दिमाग की संरचना और स्वास्थ्य पर बड़ा प्रभाव डाल सकते
हैं।"
दिमाग
को तेज बनाने वाले फूड्स खाने से शॉर्ट और लॉन्ग टर्म ब्रेन फंक्शन दोनों
में सहायता मिलती है और याददाश्त और एकाग्रता जैसे मानसिक कार्यों में
सुधार होता है।
ब्राह्मी
और शंखपुष्पी जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां मस्तिष्क के स्वास्थ्य को
बढ़ावा देने और मानसिक कार्यप्रणाली में सुधार करने में भी मदद करती हैं।
जिन्कगो और जिनसेंग जैसी जड़ी-बूटियों को आहार में शामिल किया जाना चाहिए क्योंकि ये याददाश्त को मजबूत बनाती हैं।
साबुत गेहूं और अंडे की जर्दी लेसिथिन से भरपूर होती है, जो मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होती है।
एवोकाडोस,
संतरे और डेयरी प्रोडक्ट्स में कोलीन होता है जो याददाश्त में सुधार और
हेल्दी नर्वस सिस्टम को बनाए रखने में मदद करता है।
कैमोमाइल चाय दिमाग को आराम देने और बेहतर नींद लाने में मदद करती है।