लोकसभा चुनाव में दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का हुआ गठबंधन :

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नई दिल्ली.  जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को उस समय बड़ा झटका लगा
था जब बिहार में महागठबंधन का नेतृत्व करने वाली लालू यादव की पार्टी
आरजेडी ने बेगूसराय की सीट सीपीआई के खाते में दे दी। इसके साथ ही 2019 में
गिरिराज सिंह के खिलाफ चुनावी मैदान में खड़े कन्हैया कुमार को निराशा हाथ
लगी। अब खबर आ रही है कि कांग्रेस पार्टी अपने इस स्टार कैंपेनर को दिल्ली
की एक सीट से चुनावी अखाड़े में उतार सकती है।

कांग्रेस सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक,
कांग्रेस पार्टी कन्हैया कुमार को दिल्ली की उत्तर पूर्वी सीट से उम्मीदवार
बना सकती है। उनके नाम पर अंतिम मुहर आगे होने वाली कांग्रेस की केंद्रीय
चुनाव समिति (CEC) की बैठक में लग सकती है। अगर कांग्रेस उन्हें अपना
कैंडिडेट बनाती है तो उनका मुकाबला दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मनोज
तिवारी से होगा। मनोज तिवारी 2014 और 2019 के चुनाव में इस सीट से जीत दर्ज
कर चुके हैं।

2019 के लोकसभा चुनाव में
कन्हैया कुमार लेफ्ट के टिकट पर बेगूसराय सीट से चुनावी मैदान में थे।
हालांकि, उन्हें इस चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा था।  बीजेपी के
वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शानदार जीत दर्ज की थी।
कन्हैया कुमार इसके बाद सितंबर 2021 में लेफ्ट छोड़कर कांग्रेस में शामिल
हो गए। राहुल गांधी की न्याय यात्रा के दौरान वह अक्सर उनके साथ दिखते थे।

आपको बता दें कि इस लोकसभा चुनाव में दिल्ली में
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन हुआ। कांग्रेस के खाते में तीन सीटें
गई हैं। कांग्रेस ने अभी तक तीनों में से किसी भी सीट के उम्मीदवार के नाम
का ऐलान नहीं किया है।


नई दिल्ली.  जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को उस समय बड़ा झटका लगा
था जब बिहार में महागठबंधन का नेतृत्व करने वाली लालू यादव की पार्टी
आरजेडी ने बेगूसराय की सीट सीपीआई के खाते में दे दी। इसके साथ ही 2019 में
गिरिराज सिंह के खिलाफ चुनावी मैदान में खड़े कन्हैया कुमार को निराशा हाथ
लगी। अब खबर आ रही है कि कांग्रेस पार्टी अपने इस स्टार कैंपेनर को दिल्ली
की एक सीट से चुनावी अखाड़े में उतार सकती है।

कांग्रेस सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक,
कांग्रेस पार्टी कन्हैया कुमार को दिल्ली की उत्तर पूर्वी सीट से उम्मीदवार
बना सकती है। उनके नाम पर अंतिम मुहर आगे होने वाली कांग्रेस की केंद्रीय
चुनाव समिति (CEC) की बैठक में लग सकती है। अगर कांग्रेस उन्हें अपना
कैंडिडेट बनाती है तो उनका मुकाबला दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मनोज
तिवारी से होगा। मनोज तिवारी 2014 और 2019 के चुनाव में इस सीट से जीत दर्ज
कर चुके हैं।

2019 के लोकसभा चुनाव में
कन्हैया कुमार लेफ्ट के टिकट पर बेगूसराय सीट से चुनावी मैदान में थे।
हालांकि, उन्हें इस चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा था।  बीजेपी के
वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शानदार जीत दर्ज की थी।
कन्हैया कुमार इसके बाद सितंबर 2021 में लेफ्ट छोड़कर कांग्रेस में शामिल
हो गए। राहुल गांधी की न्याय यात्रा के दौरान वह अक्सर उनके साथ दिखते थे।

आपको बता दें कि इस लोकसभा चुनाव में दिल्ली में
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन हुआ। कांग्रेस के खाते में तीन सीटें
गई हैं। कांग्रेस ने अभी तक तीनों में से किसी भी सीट के उम्मीदवार के नाम
का ऐलान नहीं किया है।


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