बिलासपुर । सरकंडा थाने में पदस्थ हेड कांस्टेबल ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. मृतक प्रधान आरक्षक खाना खाने के बाद घर से टहलने निकला था, जो वापस घर नहीं लौटा. पुलिस उनकी तलाश करती रही. आधी रात को उनका शव घर के पीछे नीम पेड़ पर झूलता मिला. सरकंडा पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है. मोपका निवासी लखन सिंह मेश्राम सरकंडा थाने में प्रधान आरक्षक के पद पर कार्यरत था. थाने में उसे मालखाने की जिम्मेदारी दी गई थी. बताया जा रहा है कि वे किसी बात को लेकर परेशान थे. ड्यूटी से लौटने के बाद रात 11 बजे खाना खाकर टहलने की बात कहते हुए घर से निकला. इसके बाद घर के पीछे नीम पेड़ पर रस्सी बांधी और फांसी के फंदे पर झूल गए. रात 1 बजे तक उनके घर नहीं लौटने पर परिजनों की चिंता बढ़ गई. परिजनों ने घटना की सूचना सरकंडा थाने को दी. पुलिस की टीम उनकी तलाश में जुटी. रात करीब 3 बजे प्रधान आरक्षक लखन मेश्राम का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला. प्रधान आरक्षक के आत्महत्या की वजह का अब तक खुलासा नहीं हो सका है, पुलिस मामले के जांच में जुटी है.
बिलासपुर । सरकंडा थाने में पदस्थ हेड कांस्टेबल ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. मृतक प्रधान आरक्षक खाना खाने के बाद घर से टहलने निकला था, जो वापस घर नहीं लौटा. पुलिस उनकी तलाश करती रही. आधी रात को उनका शव घर के पीछे नीम पेड़ पर झूलता मिला. सरकंडा पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है. मोपका निवासी लखन सिंह मेश्राम सरकंडा थाने में प्रधान आरक्षक के पद पर कार्यरत था. थाने में उसे मालखाने की जिम्मेदारी दी गई थी. बताया जा रहा है कि वे किसी बात को लेकर परेशान थे. ड्यूटी से लौटने के बाद रात 11 बजे खाना खाकर टहलने की बात कहते हुए घर से निकला. इसके बाद घर के पीछे नीम पेड़ पर रस्सी बांधी और फांसी के फंदे पर झूल गए. रात 1 बजे तक उनके घर नहीं लौटने पर परिजनों की चिंता बढ़ गई. परिजनों ने घटना की सूचना सरकंडा थाने को दी. पुलिस की टीम उनकी तलाश में जुटी. रात करीब 3 बजे प्रधान आरक्षक लखन मेश्राम का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला. प्रधान आरक्षक के आत्महत्या की वजह का अब तक खुलासा नहीं हो सका है, पुलिस मामले के जांच में जुटी है.