0 post authorJournalist खबरीलाल Saturday ,May 04,2024

ईडी ने एल्विश यादव के खिलाफ मनी लॉन्डिंग का केस किया दर्ज , क्या है मामला?:

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नई दिल्ली.  बिग बॉस फेम एल्विश यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। स्नेक वेनम केस में फंसने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय उन पर शिकंजा कसता नजर आ रहा है। ईडी ने नोएडा पुलिस की एफआईआर पर ईडी ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि ईडी का लखनऊ जोनल ऑफिस जल्द उन्हें पूछताछ के लिए बुला सकता है। मामला स्नेक वेनम-रेव पार्टी से जुड़ा हुआ ही बताया जा रहा है जिसे  लेकर नोएडा पुलिस ने केस दर्ज किया था।

बता दें, 17 मार्च को स्नेत वेनम मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए नोएडा पुलिस ने एल्विश को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद वह 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिए गए थे। हालांकि इसके 5 दिन बाद उन्हें जमानत दे दी गई थी। ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा है कि लखनऊ यूनिट स्नेक वेनम रैकेट में शामिल बड़ी रकम को देखते हुए एल्विश और अन्य लोगों के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि टीम यादव और पुराने मामले में शामिल अन्य लोगों से पूछताछ कर सकती है।

इससे पहले नोएडा पुलिस ने इस मामले एफआईआर दर्ज करने के लगभग छह महीने बाद, 6 अप्रैल को एल्विश यादव और सात अन्य के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत 1,200 पेज की चार्जशीट दायर की थी। चार्जशीट में बताया गया था कि कैसे सांपों की तस्करी की जाती थी और पार्टियों में उनके जहर का इस्तेमाल कैसे किया जाता था।

न्यूज एजेंसियों के मुताबिक इसमें कहा गया था कि एल्विश सांप संचालकों के संपर्क में था । इसके अलावा पार्टी वाली जगह से एक जहरीला सांप और 20 मिलीलीटर करैत सांप का जहर बरामद किया गया था। एल्विश यादव ने उनके ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उन्हें निराधार और फर्जी बताया था।


नई दिल्ली.  बिग बॉस फेम एल्विश यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। स्नेक वेनम केस में फंसने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय उन पर शिकंजा कसता नजर आ रहा है। ईडी ने नोएडा पुलिस की एफआईआर पर ईडी ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि ईडी का लखनऊ जोनल ऑफिस जल्द उन्हें पूछताछ के लिए बुला सकता है। मामला स्नेक वेनम-रेव पार्टी से जुड़ा हुआ ही बताया जा रहा है जिसे  लेकर नोएडा पुलिस ने केस दर्ज किया था।

बता दें, 17 मार्च को स्नेत वेनम मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए नोएडा पुलिस ने एल्विश को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद वह 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिए गए थे। हालांकि इसके 5 दिन बाद उन्हें जमानत दे दी गई थी। ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा है कि लखनऊ यूनिट स्नेक वेनम रैकेट में शामिल बड़ी रकम को देखते हुए एल्विश और अन्य लोगों के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि टीम यादव और पुराने मामले में शामिल अन्य लोगों से पूछताछ कर सकती है।

इससे पहले नोएडा पुलिस ने इस मामले एफआईआर दर्ज करने के लगभग छह महीने बाद, 6 अप्रैल को एल्विश यादव और सात अन्य के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत 1,200 पेज की चार्जशीट दायर की थी। चार्जशीट में बताया गया था कि कैसे सांपों की तस्करी की जाती थी और पार्टियों में उनके जहर का इस्तेमाल कैसे किया जाता था।

न्यूज एजेंसियों के मुताबिक इसमें कहा गया था कि एल्विश सांप संचालकों के संपर्क में था । इसके अलावा पार्टी वाली जगह से एक जहरीला सांप और 20 मिलीलीटर करैत सांप का जहर बरामद किया गया था। एल्विश यादव ने उनके ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उन्हें निराधार और फर्जी बताया था।


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