आर्थराइटिस जोड़ों को परेशान कर देने वाली एक गंभीर बीमारी है, जिसमें मरीज दर्द से तो परेशान रहता ही है साथ ही उसकी सेहत भी काफी प्रभावित रहती है और वह चल फिर भी नहीं पाता है। कुछ प्रकार के आर्थराइटिस क्रोनिक होते हैं, जैसे रूमेटाइड आर्थराइटिस। ऐसी क्रोनिक बीमारियों से निपटने के लिए जीवनभर दवाएं चलाई जाती हैं और खासतौर पर अगर दवाएं सही से तब ही काम कर पाएंगी जब आप अपनी जीवनशैली को सही बनाएंगे। डॉक्टर ने जीवनशैली में सुधार करने के कुछ तरीकों के बारे में बताया, जो आपको फिट रखेंगे और और साथ ही आर्थराइटिस के लक्षणों को भी कंट्रोल रखने में आपकी मदद करेंगे। दिल्ली के , इंद्रप्रस्थ हॉस्पिटल में डॉक्टर (प्रोफेसर) राजू वैश्य, सीनियर कंसल्टेंट, ऑर्थोपेडिक स्पेशलिस्ट ने इस बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां दी जो कुछ इस प्रकार है, जिसकी मदद से शरीर को फिट रखा जा सकता है और आर्थराइटिस जैसी बीमारियों के लक्षणों को किया जा सकता है।
1. एक्टिव रहें
डॉक्टर राजू वैश्य ने बताया कि शरीर को एक्टिव रखना जरूरी है और इसके लिए आप कम मेहनत वाली एक्सरसाइज करें जैसे ब्रिस्क वॉकिंग, साइकिलिंग और स्विमिंग आदि। अपने शरीर की क्षमता के अनुसार ही ये एक्सरसाइज करें और इसे जरूरत से ज्यादा करने से बचें और जोड़ों पर दबाव न पड़ने दें। ऐसा करने से आपके शरीर का वजन भी कंट्रोल रहेगा।
2. संतुलित आहार लें
डॉक्टर राजू कहते हैं कि आपके खाने-पीने पर निर्भर करता है कि आप कैसा महसूस करते हैं। इसलिए अच्छे व न्यूट्रिशन से भरपूर फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करके उसे संतुलित बनाएं। ऐसा करने से शरीर का वजन भी कंट्रोल रहेगा और फिटनेस बनी रहेगी जिससे वजन को कम करने में मदद मिलेगी। डाइट में ओमेगा 3 फैटी एसिड वाले फूड्स को शामिल करें।
3. वजन पर रखें ध्यान
जब शरीर का वजन बढ़ता है, तो हड्डियों और जोड़ों पर दबाव बढ़ता है। इसलिए शरीर के ज्यादा बढ़ना आर्थराइटिस के लक्षणों को बढ़ा सकता है और आर्थराइटिस का कारण भी बन सकता है। डाइट और एक्सरसाइज का ध्यान रखने के साथ-साथ आपको हर हफ्ते अपना वजन देखना चाहिए।
4. शरीर को रेस्ट दें
अपनी फिटनेस को मेंटेन रखने के लिए और आर्थराइटिस जैसी बीमारियों के लक्षणों को लगातार मैनेज करने के लिए अपने शरीर को पर्याप्त रेस्ट देना जरूरी है। इसलिए रोजाना समय पर सोएं और पूरी नींद लें। अगर आपको देर रात तक जागने की आदत है, तो इसे तुरंत छोड़ दें और समय पर सोने की आदत अपने शरीर को डालें।
आर्थराइटिस जोड़ों को परेशान कर देने वाली एक गंभीर बीमारी है, जिसमें मरीज दर्द से तो परेशान रहता ही है साथ ही उसकी सेहत भी काफी प्रभावित रहती है और वह चल फिर भी नहीं पाता है। कुछ प्रकार के आर्थराइटिस क्रोनिक होते हैं, जैसे रूमेटाइड आर्थराइटिस। ऐसी क्रोनिक बीमारियों से निपटने के लिए जीवनभर दवाएं चलाई जाती हैं और खासतौर पर अगर दवाएं सही से तब ही काम कर पाएंगी जब आप अपनी जीवनशैली को सही बनाएंगे। डॉक्टर ने जीवनशैली में सुधार करने के कुछ तरीकों के बारे में बताया, जो आपको फिट रखेंगे और और साथ ही आर्थराइटिस के लक्षणों को भी कंट्रोल रखने में आपकी मदद करेंगे। दिल्ली के , इंद्रप्रस्थ हॉस्पिटल में डॉक्टर (प्रोफेसर) राजू वैश्य, सीनियर कंसल्टेंट, ऑर्थोपेडिक स्पेशलिस्ट ने इस बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां दी जो कुछ इस प्रकार है, जिसकी मदद से शरीर को फिट रखा जा सकता है और आर्थराइटिस जैसी बीमारियों के लक्षणों को किया जा सकता है।
1. एक्टिव रहें
डॉक्टर राजू वैश्य ने बताया कि शरीर को एक्टिव रखना जरूरी है और इसके लिए आप कम मेहनत वाली एक्सरसाइज करें जैसे ब्रिस्क वॉकिंग, साइकिलिंग और स्विमिंग आदि। अपने शरीर की क्षमता के अनुसार ही ये एक्सरसाइज करें और इसे जरूरत से ज्यादा करने से बचें और जोड़ों पर दबाव न पड़ने दें। ऐसा करने से आपके शरीर का वजन भी कंट्रोल रहेगा।
2. संतुलित आहार लें
डॉक्टर राजू कहते हैं कि आपके खाने-पीने पर निर्भर करता है कि आप कैसा महसूस करते हैं। इसलिए अच्छे व न्यूट्रिशन से भरपूर फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करके उसे संतुलित बनाएं। ऐसा करने से शरीर का वजन भी कंट्रोल रहेगा और फिटनेस बनी रहेगी जिससे वजन को कम करने में मदद मिलेगी। डाइट में ओमेगा 3 फैटी एसिड वाले फूड्स को शामिल करें।
3. वजन पर रखें ध्यान
जब शरीर का वजन बढ़ता है, तो हड्डियों और जोड़ों पर दबाव बढ़ता है। इसलिए शरीर के ज्यादा बढ़ना आर्थराइटिस के लक्षणों को बढ़ा सकता है और आर्थराइटिस का कारण भी बन सकता है। डाइट और एक्सरसाइज का ध्यान रखने के साथ-साथ आपको हर हफ्ते अपना वजन देखना चाहिए।
4. शरीर को रेस्ट दें
अपनी फिटनेस को मेंटेन रखने के लिए और आर्थराइटिस जैसी बीमारियों के लक्षणों को लगातार मैनेज करने के लिए अपने शरीर को पर्याप्त रेस्ट देना जरूरी है। इसलिए रोजाना समय पर सोएं और पूरी नींद लें। अगर आपको देर रात तक जागने की आदत है, तो इसे तुरंत छोड़ दें और समय पर सोने की आदत अपने शरीर को डालें।