प्राचीन काल से सेहत से जुड़े फायदों के देखते हुए खाने पीने के लिए तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता रहा है। आयुर्वेद में भी तांबे के बर्तन का पानी पीने के कई गजब के फायदे बताए गए हैं। आयुर्वेद के अनुसार तांबे के बर्तन का पानी पीने से पानी में मौजूद बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं और पानी शुद्ध हो जाता है। सेहते के लिए इतना फायदेमंद होने के बावजूद क्या आप जानते हैं तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल व्यक्ति पूरे साल नहीं कर सकता है। जी हां, गर्मियों में तांबे का बर्तन यूज करने से सेहत को फायदा नहीं बल्कि नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं आखिर किस खास वजह से गर्मियों में तांबे के बर्तन का इस्तेमाल ना करने की सलाह दी जाती है।
क्यों नहीं करना चाहिए गर्मियों में तांबे के बर्तन का इस्तेमाल?
गर्मियों में शरीर का तापमान पहले से ही बढ़ा रहता है। जिसकी वजह से कई बार व्यक्ति को पाचन से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। यही वजह है कि इस मौसम में हर व्यक्ति को बॉडी को हाइड्रेट और कूल रखने वाली चीजें खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन तांबे की तासीर गर्म होती है। जिसकी वजह से इसे गर्मी के मौसम के लिए आदर्श नहीं माना जाता है। गर्मियों में तांबे के बर्तन में भोजन पकाने से खाने में कॉपर की मात्रा बढ़ जाती है, जो सेहत को काफी नुकसान पहुंचा सकती है। जिसकी वजह से व्यक्ति को कई बार अनेक प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।
गर्मियों में तांबे के बर्तन यूज करने से हो सकती हैं ये समस्याएं-
गर्मियों में शरीर का तापमान पहले से ही बढ़ा हुआ होता है। ऐसे में तांबे के बर्तनों में खाना पकाकर खाने से शरीर का तापमान और अधिक बढ़ सकता है। जिससे व्यक्ति को नकसीर फूटना, पेट फूलना, भूख में कमी और डायरिया जैसी समस्याओं के साथ उल्टी, मितली और चक्कर आने की समस्या हो सकती है।
गर्मियों में तांबे के बर्तन यूज करने के नुकसान-
-तांबे के बर्तन में दूध या दूध से बनी चीजों का उपयोग नहीं करना चाहिए। दूध में पाया जाने वाला लैक्टो एसिड कॉपर के संपर्क में आते ही नष्ट हो जाता है। ज्यादा देर दूध को इस बर्तन में रखने से ये जहर बन सकता है। इसे पीने से उलटियां हो सकती है।
-खट्टी चीजों को तांबे के बर्तन में रखकर खाने-पीने से एसिडिक रिएक्शन होता है, जो शरीर को नुकसान पहुंचाता है। जिससे व्यक्ति को फूड पॉइजनिंग होने का खतरा बना रहता है।
- तांबे के बर्तन में पानी पीने के कई फायदे होते हैं। लेकिन गर्मियों में तांबे के बर्तन में एक दिन में एक गिलास से ज्यादा पानी न पिएं। गर्मियों में इससे ज्यादा तांबे के बर्तन का पानी पाचन और त्वचा संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है।
-तांबे के बर्तन में खाना पकाकर खाने से शरीर का तापमान काफी ज्यादा बढ़ सकता है। जिसकी वजह से नकसीर फूटना, पेट फूलना या पाचन से जुड़ी परेशानियां पैदा हो सकती है।
प्राचीन काल से सेहत से जुड़े फायदों के देखते हुए खाने पीने के लिए तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता रहा है। आयुर्वेद में भी तांबे के बर्तन का पानी पीने के कई गजब के फायदे बताए गए हैं। आयुर्वेद के अनुसार तांबे के बर्तन का पानी पीने से पानी में मौजूद बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं और पानी शुद्ध हो जाता है। सेहते के लिए इतना फायदेमंद होने के बावजूद क्या आप जानते हैं तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल व्यक्ति पूरे साल नहीं कर सकता है। जी हां, गर्मियों में तांबे का बर्तन यूज करने से सेहत को फायदा नहीं बल्कि नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं आखिर किस खास वजह से गर्मियों में तांबे के बर्तन का इस्तेमाल ना करने की सलाह दी जाती है।
क्यों नहीं करना चाहिए गर्मियों में तांबे के बर्तन का इस्तेमाल?
गर्मियों में शरीर का तापमान पहले से ही बढ़ा रहता है। जिसकी वजह से कई बार व्यक्ति को पाचन से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। यही वजह है कि इस मौसम में हर व्यक्ति को बॉडी को हाइड्रेट और कूल रखने वाली चीजें खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन तांबे की तासीर गर्म होती है। जिसकी वजह से इसे गर्मी के मौसम के लिए आदर्श नहीं माना जाता है। गर्मियों में तांबे के बर्तन में भोजन पकाने से खाने में कॉपर की मात्रा बढ़ जाती है, जो सेहत को काफी नुकसान पहुंचा सकती है। जिसकी वजह से व्यक्ति को कई बार अनेक प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।
गर्मियों में तांबे के बर्तन यूज करने से हो सकती हैं ये समस्याएं-
गर्मियों में शरीर का तापमान पहले से ही बढ़ा हुआ होता है। ऐसे में तांबे के बर्तनों में खाना पकाकर खाने से शरीर का तापमान और अधिक बढ़ सकता है। जिससे व्यक्ति को नकसीर फूटना, पेट फूलना, भूख में कमी और डायरिया जैसी समस्याओं के साथ उल्टी, मितली और चक्कर आने की समस्या हो सकती है।
गर्मियों में तांबे के बर्तन यूज करने के नुकसान-
-तांबे के बर्तन में दूध या दूध से बनी चीजों का उपयोग नहीं करना चाहिए। दूध में पाया जाने वाला लैक्टो एसिड कॉपर के संपर्क में आते ही नष्ट हो जाता है। ज्यादा देर दूध को इस बर्तन में रखने से ये जहर बन सकता है। इसे पीने से उलटियां हो सकती है।
-खट्टी चीजों को तांबे के बर्तन में रखकर खाने-पीने से एसिडिक रिएक्शन होता है, जो शरीर को नुकसान पहुंचाता है। जिससे व्यक्ति को फूड पॉइजनिंग होने का खतरा बना रहता है।
- तांबे के बर्तन में पानी पीने के कई फायदे होते हैं। लेकिन गर्मियों में तांबे के बर्तन में एक दिन में एक गिलास से ज्यादा पानी न पिएं। गर्मियों में इससे ज्यादा तांबे के बर्तन का पानी पाचन और त्वचा संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है।
-तांबे के बर्तन में खाना पकाकर खाने से शरीर का तापमान काफी ज्यादा बढ़ सकता है। जिसकी वजह से नकसीर फूटना, पेट फूलना या पाचन से जुड़ी परेशानियां पैदा हो सकती है।